Breaking News

नगरा(बलिया) का गो आश्रय स्थल बदहाल,भूख से तड़पते गोवंश, लगा है गंदगी का अंबार

 नगरा(बलिया) का गो आश्रय स्थल बदहाल,भूख से तड़पते गोवंश, लगा है गंदगी का अंबार
दिग्विजय सिंह




नगरा बलिया 19 अप्रैल 2020 ।। योगी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओ की जिले के अधिकारी कितना महत्व दे रहे है, यह बलिया के नगरा विकास खण्ड के रघुनाथपुर में बने गो आश्रय स्थल को देखने से साफ पता चल जाएगा । जहां चारे/भूसा के मौसम में भी रखे गये बेजुबान जानवर भूखों सिर्फ पानी पीकर रह रहे है । उस पर जिम्मेदार कह रहे है कि ग्राम प्रधानों से भूसा इकट्ठा करने के लिये कह दिया गया है ।
 बता दे कि योगी सरकार ने गो वंशीय छुट्टा  बछड़ो / गायों के लिए लाखों ख़र्च करके गो वंशीय आश्रय स्थल का निर्माण कराया ।शासन की मंशा के अनुरूप विकास खण्ड नगरा में भी ग्राम पंचायत रघुनाथ पुर में गो वंशीय आश्रय स्थल बना ।इसमें  छुट्टा बछड़े भी रखे गए किन्तु जिनके ऊपर देख रेख की जिम्मेदारी सौंपी गयी वे कभी भी रख रखाव के प्रति गम्भीर नहीं रहे ।जिससे इन बछड़ो की मौत तड़प तड़प कर होती रही और प्रशासन लीपापोती करता रहा ।जांच पड़ताल उच्च अधिकारी भी किये किन्तु दोषी को बचाने का ही प्रयास किये ।
 इधर प्रशासन कोरोना महामारी में व्यस्त है ।उधर रघुनाथपुर स्थित आश्रय स्थल में रखे गए बछड़े चारे के अभाव में तड़प रहे हैं । पानी के भरोसे इन्हें छोड़ दिया गया है ।वही आश्रय स्थल गन्दगी से भरा पड़ा है ।सरकार स्वच्छता अभियान चला रही है किंतु विकास खण्ड के अफसरों पर स्वच्छता अभियान का असर नहीं है ।बछड़ो के नाद चरन में  चारे की जगह गोबर  दिखाई पड़ रहा था ।आश्रय स्थल में गन्दगी से गॉव वाले भी भयभीत है ।ग्रामीणों ने बताया कि गन्दगी से बीमारी फैल सकती है । प्रशासन जानकर अनजान बना  हुआ है ।चारे का सीजन चल रहा है किंतु बछड़ो के लिये चारा स्थल पर नही मिला ।यदि प्रशासन इसी प्रकार लापरवाही बरती तो गर्मी में इनके मरने का सिलसिला जारी हो जाएगा ।
इस बाबत खण्ड विकास अधिकारी राम आशीष ने बताया कि चारा स्टोर करने के लिए निर्देश दे दिया गया । कोरोना व्यस्तता के कारण सफाई नहीं हो पाई ,सफाई भी करा दिया जाएगा ।प्रधानों से चारे के लिए कहा गया है । साहब तो रोज खाते है, अपने लिये भोजन का इंतजाम भी करते है , इसमे किसी प्रकार की हीलाहवाली नही होती है । फिर साहब इन बेजुबानों के भोजन के इंतजाम में इतनी लापरवाही क्यो बरत रहे है ? बछड़ो के नाद में तो भूसा नही दिख रहा लेकिन चारो तरफ छिटका हुआ दिख रहा है जिसपर इन जानवरों ने गंदगी की हुई है , ऐसे में इस भूसा को जानवर खाये भी तो कैसे ? कोरोना महामारी में काम का बोझ बढ़ा है ,यह हम भी मानते है लेकिन इसमें अति आवश्यक कार्यो को प्रथम वरीयता में करने का शासन का आदेश है । तो क्या बीडीओ साहब की नजर में भूखे बेजुबानों को चारे की व्यवस्था करना अतिआवश्यक श्रेणी में नही आता है ? जिले के आला अधिकारी सड़क पर घूमने वाले आवारा कुत्तों तक को खाना खिला रहे है लेकिन योगी सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना गो आश्रय स्थल में रखे जानवर  भूख से तड़पे क्या यही व्यवस्था है ?




बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील

कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत




यह हिंदी गाना भी आपको कोरोना के सम्बंध में बता रहा है

डॉ विश्राम यादव वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी अपनी कविता का पाठ करते हुए











एक अपील 
जनपद में यदि कोई बच्चा कोरोना  लॉक डाउन के कारण भूँख या अन्य किसी कारण से संकट में है तो हमारे चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 पर 24x7 फोन करें। हमारी चाइल्डलाइन परिवार के साथी संकट की इस घड़ी में भोजन, दवा आदि से बच्चों की हर संभव मदद के लिए कृत संकल्प हैं। 
निदेशक, चाइल्ड लाइन-1098