बलिया: केवल मान्यता प्राप्त पत्रकारों की कोरोना जांच बीमा कवर देने की सरकार की योजना पर उठ रही है उंगली,जो सड़को पर नही निकलते है उनपर इतनी मेहरबान क्यो है सरकार ?
बलिया : केवल मान्यता प्राप्त पत्रकारों की कोरोना जांच बीमा कवर देने की सरकार की योजना पर उठ रही है उंगली,जो सड़को पर नही निकलते है उनपर इतनी मेहरबान क्यो है सरकार ?
बलिया 24 अप्रैल 2020 ।। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के बलिया जिलाध्यक्ष मधुसूदन सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार व बिहार सरकार द्वारा सिर्फ मान्यता प्राप्त पत्रकारों को कोरोना महामारी में संक्रमित होने पर बीमा कवर देने और कोरोना टेस्ट कराये जाने की घोषणा पर सवाल खड़ा किया है । श्री सिंह ने कहा है कि सरकारों का मान्यता प्राप्त पत्रकारों के प्रति लगाव रहे ,इसका विरोध नही है लेकिन जो ऑफिसों में बैठ कर नही फील्ड में जाकर रिपोर्टिंग करते है उनकी उपेक्षा ठीक नही है । मैं सरकार द्वारा ऐसे वास्तविक पत्रकारों की उपेक्षा करने की नीति का विरोध करता हूँ । श्री सिंह ने सवाल किया कि मान्यता प्राप्त पत्रकारों के कितने प्रतिशत लोग खबरों पर दिखते है,यह प्रत्येक जिले के पत्रकार बखूबी जानते है । जो संकट में है उसके तरफ किसी का ध्यान नही है और जो सरकारी सुविधा भोगी है , घरों में क्वारंटाइन है उसकी सरकारों को इतनी चिंता ? लखनऊ में 83 मान्यता प्राप्त पत्रकारों का कोरोना टेस्ट हुआ और निगेटिव निकला ,तो इसमें आश्चर्य की क्या बात है , यह तो निकलना ही था । जांच तो उनकी होनी चाहिये जो सुबह से शाम तक कोरोना संक्रमित क्षेत्रो में जाकर रिपोर्टिंग करते है । मुम्बई में जो 53 पत्रकार कोरोना पॉजिटिव पाये गये वो मान्यता प्राप्त नही थे । कहा कि अगर सरकार वास्तव में पत्रकारों के हित मे काम करना चाहती है तो पत्रकार संगठनों से सूची लेकर सभी को बीमा कवर के साथ आवश्यकतानुसार कोरोना टेस्ट कराये ,तब सरकार की मंशा शुचितापूर्ण मानी जायेगी । मेरा तो यह भी कहना है कि प्रदेश सरकार को एकबार मान्यता प्राप्त पत्रकारों के कागजातों की गोपनीय जांच करा लेनी चाहिये जिससे इस सूची में से अपात्र बाहर हो सके ।
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
बलिया 24 अप्रैल 2020 ।। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के बलिया जिलाध्यक्ष मधुसूदन सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार व बिहार सरकार द्वारा सिर्फ मान्यता प्राप्त पत्रकारों को कोरोना महामारी में संक्रमित होने पर बीमा कवर देने और कोरोना टेस्ट कराये जाने की घोषणा पर सवाल खड़ा किया है । श्री सिंह ने कहा है कि सरकारों का मान्यता प्राप्त पत्रकारों के प्रति लगाव रहे ,इसका विरोध नही है लेकिन जो ऑफिसों में बैठ कर नही फील्ड में जाकर रिपोर्टिंग करते है उनकी उपेक्षा ठीक नही है । मैं सरकार द्वारा ऐसे वास्तविक पत्रकारों की उपेक्षा करने की नीति का विरोध करता हूँ । श्री सिंह ने सवाल किया कि मान्यता प्राप्त पत्रकारों के कितने प्रतिशत लोग खबरों पर दिखते है,यह प्रत्येक जिले के पत्रकार बखूबी जानते है । जो संकट में है उसके तरफ किसी का ध्यान नही है और जो सरकारी सुविधा भोगी है , घरों में क्वारंटाइन है उसकी सरकारों को इतनी चिंता ? लखनऊ में 83 मान्यता प्राप्त पत्रकारों का कोरोना टेस्ट हुआ और निगेटिव निकला ,तो इसमें आश्चर्य की क्या बात है , यह तो निकलना ही था । जांच तो उनकी होनी चाहिये जो सुबह से शाम तक कोरोना संक्रमित क्षेत्रो में जाकर रिपोर्टिंग करते है । मुम्बई में जो 53 पत्रकार कोरोना पॉजिटिव पाये गये वो मान्यता प्राप्त नही थे । कहा कि अगर सरकार वास्तव में पत्रकारों के हित मे काम करना चाहती है तो पत्रकार संगठनों से सूची लेकर सभी को बीमा कवर के साथ आवश्यकतानुसार कोरोना टेस्ट कराये ,तब सरकार की मंशा शुचितापूर्ण मानी जायेगी । मेरा तो यह भी कहना है कि प्रदेश सरकार को एकबार मान्यता प्राप्त पत्रकारों के कागजातों की गोपनीय जांच करा लेनी चाहिये जिससे इस सूची में से अपात्र बाहर हो सके ।
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
यह हिंदी गाना भी आपको कोरोना के सम्बंध में बता रहा है
डॉ विश्राम यादव वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी अपनी कविता का पाठ करते हुए
एक अपील
जनपद में यदि कोई बच्चा कोरोना लॉक डाउन के कारण भूँख या अन्य किसी कारण से संकट में है तो हमारे चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 पर 24x7 फोन करें। हमारी चाइल्डलाइन परिवार के साथी संकट की इस घड़ी में भोजन, दवा आदि से बच्चों की हर संभव मदद के लिए कृत संकल्प हैं।
निदेशक, चाइल्ड लाइन-1098