बलिया में सिचाई विभाग द्वारा कोरोना की आड़ में करोड़ों के घोटाला की तैयारी,कांग्रेस नेता विनोद सिंह ने किया खुलासा,कमल पांडेय ने सीएम पोर्टल पर की शिकायत
बलिया में सिचाई विभाग द्वारा कोरोना की आड़ में करोड़ों के घोटाला की तैयारी,कांग्रेस नेता विनोद सिंह ने किया खुलासा,कमल पांडेय ने सीएम पोर्टल पर की शिकायत
मधुसूदन सिंह
बलिया 21 अप्रैल 2020 ।। जब पुरा देश कोरोना की डर से सहमा हुआ है। इस बीच बाढ विभाग बलिया के अधिकारी एवं बाबू मिलकर करोड़ों का घोटाला करने में लगे है । फरवरी माह के अन्त में अधीक्षण अभियंता ड्रेनेज मण्डल बलिया द्वारा दूबेछपरा, नौरंगा, अठगांवा, सिताबदीयर एवं डुहा बिहरा, कथीड़ा बाढ़ कार्य हेतु निविदा आमंत्रित की गई थी। परन्तु इस निविदा में घोर अनियमितता की जानकारी विनोद सिंह काग्रेस नेता और कमल पाण्डेय पुत्र मनोज कुमार पाण्डेय 2/43 जजी कलोनी सिविल लाइन्स जिला बलिया ने
जिलाधिकारी बलिया और सीएम को लिखित शिकायत कर जांच की मांग की गयी है । इन दोनों लोगो का आरोप है कि अधीक्षण अभियंता व स्थानीय अधिकारी व कर्मचारी साजिश के तहत ऐसे ठेकेदारों को टेंडर दे रहे है जो पहले से ही दागी है । अधीक्षण अभियंता के खिलाफ बेल्थरा विधायक धनंजय कनौजिया की शिकायत पर भ्रष्टाचार की जांच चल रही है । ऐसे में ऐसे अधिकारी द्वारा लॉक डाउन में टेंडर खोलना भी साजिश के तहत ही हुआ है , इससे इंकार नही किया जा सकता है । इन लोगो द्वारा जो कमियां बतायी गयी है , वह निम्न है --
लाट सं0-1 पर मे प्रताप कन्सट्रक्शन एवं आर०पी० सिंह दोनों मिलीभगत कर एक ही दर डाला गया है। जबकि आर0पी0 सिंह पर दूबे छपरा रिंग बांध पर करोड़ों की घपला करने की जांच चल रही है। दूसरी फर्म में प्रताप कस्ट्रक्शन की जी0एस0टी0 नं0 09AAJFP1282G1Z4 निविदा आमंत्रित करने की तिथि 20.02.2020 तक कैसिल रहा।
जबकि निविदा के शतों के अनुसार टेण्डर डालने की तिथि तक सारे कागजात सही होने चाहिए। टेण्डर डालने की अंतिम तिथि 29022020 तक ही था जबकि में प्रताप कस्ट्रक्शन का जी0एस0टी0 03.03.2020 तक कैसिल था जो नियम के विरुद्ध है। दुबेछपरा रिंगबाध पर दो फर्मों द्वारा टेण्डर डाला गया है। संर्घष कस्ट्रक्शन एवं रमेश तिवारी का अनुबंध करना निश्चित है। जबकि रमेश तिवारी का जी0एस0टी0 जमा न करने के कारण, जिनकी जी0एस0टी0 नं0 09ADHPT3394A1ZE आज तक कैसिल है। जो राजस्व की घोर अनियमितता है।
लाट सं0 3 पर भी मे0 प्रताप कस्ट्रक्शन एवं उमेश तिवारी का मिली भगत से टेण्डर डाला गया है। जबकि दोनों फर्मों का निविदा डालने के समय दोनों फर्मों की जीएसटी0 नं0 कैसिल रही है ।
लाट सं0-4 पर मिलीभगत से मु० सुधा एसोसिएट एवं नारायण ट्रेडर्स का सेम रेट डाला गया है। जिससे दोनों फर्मा को आधा आधा कार्य मिल सके। जिससे सुधा एसोसिएट का जी0एस0 टी0 नं0 (1) 09ABUFS6335B1ZU है। जिस पर करोड़ों का बकाया होने के कारण नियम विरुद्ध जाकर यह फर्म अपना दूसरी जी0एस0टी0 नं0 (ii) 09ABUFS6335B22T चालू कराकर टेण्डर डाला गया है। जो घोर वित्तिय अनियमितता है, को देने की तैयारी है ।
विनोद सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि जब टेण्डर ई टेण्डर द्वारा डाला जाता है तो इसकी जानकारी किसी को नही होती है।
जिलाधिकारी बलिया के माध्यम से जब विनोद सिंह के द्वारा जबाब मांगा गया तो विभाग द्वारा गुमराह करने वाला जवाब दिया गया था। क्या वजह है कि 20.04.2020 को लगभग 9 बजे का टेण्डर करने का मैसेज आता है। और उसके दो घण्टे बाद ही टेक्निकल एक्सेप्ट का मैसेज आ जाता है। जबकि नियमित टेण्डर ओपन के बाद 15 दिनों के अंदर कागजातों की जांच करायी जाती है। उसके बाद टेक्निकल एक्सेप्ट का मैसेज आना चाहिए था। लेकिन अधिकारी एवं बाबू द्वारा अनियमित रुप से ओपेन करके अपने चहेते को टेण्डर देने की तैयारी में लगे है। स्मरण रहे कि टेण्डर डालने के दूसरे दिन ही यह बात आम लोगों को कैसे पता चला कि किस-किस को कौन कौन काम को मिला है। विभाग द्वारा इस कार्यवाही के बाद भी अपनी भाषा में कोई बदलाव नहीं किया गया। अतः इसकी सूचना मुख्यमंत्री पोर्टल पर डाला गया है इसकी सूचना मिलते ही विभाग द्वारा आनन फानन में निविदा खोल दी गयी है तथा जिस समय पूरा देश कोरोना में उलझा हुआ है इसी बीच निविदा खोल कर जल्दबाजी में अनुबंध की तैयारी की जा रही है। जिसकी आड़ में करोड़ों का घोटाला किया जा सके।
मधुसूदन सिंह
बलिया 21 अप्रैल 2020 ।। जब पुरा देश कोरोना की डर से सहमा हुआ है। इस बीच बाढ विभाग बलिया के अधिकारी एवं बाबू मिलकर करोड़ों का घोटाला करने में लगे है । फरवरी माह के अन्त में अधीक्षण अभियंता ड्रेनेज मण्डल बलिया द्वारा दूबेछपरा, नौरंगा, अठगांवा, सिताबदीयर एवं डुहा बिहरा, कथीड़ा बाढ़ कार्य हेतु निविदा आमंत्रित की गई थी। परन्तु इस निविदा में घोर अनियमितता की जानकारी विनोद सिंह काग्रेस नेता और कमल पाण्डेय पुत्र मनोज कुमार पाण्डेय 2/43 जजी कलोनी सिविल लाइन्स जिला बलिया ने
जिलाधिकारी बलिया और सीएम को लिखित शिकायत कर जांच की मांग की गयी है । इन दोनों लोगो का आरोप है कि अधीक्षण अभियंता व स्थानीय अधिकारी व कर्मचारी साजिश के तहत ऐसे ठेकेदारों को टेंडर दे रहे है जो पहले से ही दागी है । अधीक्षण अभियंता के खिलाफ बेल्थरा विधायक धनंजय कनौजिया की शिकायत पर भ्रष्टाचार की जांच चल रही है । ऐसे में ऐसे अधिकारी द्वारा लॉक डाउन में टेंडर खोलना भी साजिश के तहत ही हुआ है , इससे इंकार नही किया जा सकता है । इन लोगो द्वारा जो कमियां बतायी गयी है , वह निम्न है --
लाट सं0-1 पर मे प्रताप कन्सट्रक्शन एवं आर०पी० सिंह दोनों मिलीभगत कर एक ही दर डाला गया है। जबकि आर0पी0 सिंह पर दूबे छपरा रिंग बांध पर करोड़ों की घपला करने की जांच चल रही है। दूसरी फर्म में प्रताप कस्ट्रक्शन की जी0एस0टी0 नं0 09AAJFP1282G1Z4 निविदा आमंत्रित करने की तिथि 20.02.2020 तक कैसिल रहा।
जबकि निविदा के शतों के अनुसार टेण्डर डालने की तिथि तक सारे कागजात सही होने चाहिए। टेण्डर डालने की अंतिम तिथि 29022020 तक ही था जबकि में प्रताप कस्ट्रक्शन का जी0एस0टी0 03.03.2020 तक कैसिल था जो नियम के विरुद्ध है। दुबेछपरा रिंगबाध पर दो फर्मों द्वारा टेण्डर डाला गया है। संर्घष कस्ट्रक्शन एवं रमेश तिवारी का अनुबंध करना निश्चित है। जबकि रमेश तिवारी का जी0एस0टी0 जमा न करने के कारण, जिनकी जी0एस0टी0 नं0 09ADHPT3394A1ZE आज तक कैसिल है। जो राजस्व की घोर अनियमितता है।
लाट सं0 3 पर भी मे0 प्रताप कस्ट्रक्शन एवं उमेश तिवारी का मिली भगत से टेण्डर डाला गया है। जबकि दोनों फर्मों का निविदा डालने के समय दोनों फर्मों की जीएसटी0 नं0 कैसिल रही है ।
लाट सं0-4 पर मिलीभगत से मु० सुधा एसोसिएट एवं नारायण ट्रेडर्स का सेम रेट डाला गया है। जिससे दोनों फर्मा को आधा आधा कार्य मिल सके। जिससे सुधा एसोसिएट का जी0एस0 टी0 नं0 (1) 09ABUFS6335B1ZU है। जिस पर करोड़ों का बकाया होने के कारण नियम विरुद्ध जाकर यह फर्म अपना दूसरी जी0एस0टी0 नं0 (ii) 09ABUFS6335B22T चालू कराकर टेण्डर डाला गया है। जो घोर वित्तिय अनियमितता है, को देने की तैयारी है ।
विनोद सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि जब टेण्डर ई टेण्डर द्वारा डाला जाता है तो इसकी जानकारी किसी को नही होती है।
जिलाधिकारी बलिया के माध्यम से जब विनोद सिंह के द्वारा जबाब मांगा गया तो विभाग द्वारा गुमराह करने वाला जवाब दिया गया था। क्या वजह है कि 20.04.2020 को लगभग 9 बजे का टेण्डर करने का मैसेज आता है। और उसके दो घण्टे बाद ही टेक्निकल एक्सेप्ट का मैसेज आ जाता है। जबकि नियमित टेण्डर ओपन के बाद 15 दिनों के अंदर कागजातों की जांच करायी जाती है। उसके बाद टेक्निकल एक्सेप्ट का मैसेज आना चाहिए था। लेकिन अधिकारी एवं बाबू द्वारा अनियमित रुप से ओपेन करके अपने चहेते को टेण्डर देने की तैयारी में लगे है। स्मरण रहे कि टेण्डर डालने के दूसरे दिन ही यह बात आम लोगों को कैसे पता चला कि किस-किस को कौन कौन काम को मिला है। विभाग द्वारा इस कार्यवाही के बाद भी अपनी भाषा में कोई बदलाव नहीं किया गया। अतः इसकी सूचना मुख्यमंत्री पोर्टल पर डाला गया है इसकी सूचना मिलते ही विभाग द्वारा आनन फानन में निविदा खोल दी गयी है तथा जिस समय पूरा देश कोरोना में उलझा हुआ है इसी बीच निविदा खोल कर जल्दबाजी में अनुबंध की तैयारी की जा रही है। जिसकी आड़ में करोड़ों का घोटाला किया जा सके।