मुंबई से बड़ी खबर : बांद्रा स्टेशन पर उमड़े हजारों प्रवासी मजदूर,मजदूरों को हटाने के लिए पुलिस नें किया भयंकर लाठीचार्ज, अखिलेश का ट्यूट - अमीरों को जहाज से ला सकते है,गरीबो को ट्रेन से घर क्यो नही भेज सकते ?
मुंबई से बड़ी खबर : बांद्रा स्टेशन पर उमड़े हजारों प्रवासी मजदूर,मजदूरों को हटाने के लिए पुलिस नें किया भयंकर लाठीचार्ज, अखिलेश का ट्यूट - अमीरों को जहाज से ला सकते है,गरीबो को ट्रेन से घर क्यो नही भेज सकते ?
मुम्बई- मुम्बई में लॉकडाउन की उड़ गईं धज्जियां, प्रवासी मजदूर अपने प्रदेश जाने की कर रहें मांग !!
ए कुमार
मुम्बई 14 अप्रैल 2020 ।। महाराष्ट्र के बांद्रा रेलवे स्टेशन उमड़े लगभग 3 हजार प्रवासी मजदूरों के सैलाब को हटाने के लिये पुलिस ने जबरदस्त लाठीचार्ज करके मजदूरों को तितरबितर कर दिया है । एक साथ इतने लोगो के एकत्रित होने से इस इलाके में दहशत का माहौल बन गया है ।
बता दे कि महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण में सबसे आगे बांद्रा रेलवे स्टेशन पर उमड़े मजदूरों के हुजूम से बांद्रा इलाका थर्रा गया है । मुंबई में कई हजार लोग बांद्रा स्टेशन पर इकट्ठा हुए है जो अलग अलग राज्य के हैं । लोगों की जिद है कि उन्हें अपने राज्यों में जाने दिया जाए। ये लोग किसी भी कीमत पर नहीं मान रहे है । इनका कहना है कि 3 मई तक बिना काम के कैसे रुकेंगे। ये सभी मजदूरी करके घर चलाने वाले लोग हैं । दिल्ली जैसी स्थिति मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर बन गयी ।
मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास दिहाड़ी मज़दूरों की भारी भीड़ जमा हो गई है. ये सब अपने अपने गॉंव जाने की ज़िद कर रहे हैं. पर सवाल ये हैं कि IB और इंटेलिजेंस की रिपोर्ट के बाद भी हज़ारों लोग कैसे इकट्ठा हो गए. ये ख़तरा दिल्ली से सटे कुछ और राज्यों में भी है ।
मुंबई में बांद्रा क्षेत्र एवं स्टेशन पर व जामा मस्जिद के पास जब हजारों लोग लाॅकडाउन तोड़कर सड़कों पर निकले तो सरकार एवं मुंबई पुलिस के अधिकारियों में हड़कंप मच गया ।करीब 3 हजार लोग सड़क पर, इनका कहना है कि हमें खाना नहीं मिल रहा है।भीड़ में शामिल मुंबई से बाहर के लोगों की मांग उन्हे उनके घर जाने दिया जाए।
बांद्रा स्टेशन पर उतरे मजदूरों के सैलाब को, जो घर जाने की जिद कर रहे थे , को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और सबको स्टेशन से भगा दिया ।
वही महाराष्ट्र शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में 6 लाख लोग शेल्टर्स में रह रहे हैं। केंद्र सरकार के सामने मुद्दा रखा गया था कि इन लोगों को घरों तक पहुंचने की कोशिश की जाए। उनके पास खाना नहीं है और वे घर जाना चाहते हैं।
इस पूरी घटना पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्वीट किया और केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बांद्रा स्टेशन पर वर्तमान स्थिति, मजदूरों को हटा दिया गया. उन्होंने कहा कि सूरत में हाल में कुछ मजदूरों ने दंगा किया था. केंद्र सरकार उन्हें घर पहुंचाने को लेकर फैसला नहीं ले पाई. आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है. प्रवासी मजदूर खाना और शेल्टर नहीं चाहते हैं, वे घर जाना चाहते हैं ।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान : प्रवासी मजदूरों को राशन पहुंचाने में असफल हुई ठाकरे सरकार
बांद्रा में हुई घटना बहुत ही गंभीर है। हम पहले दिन से सरकार को बता रहे हैं कि जो प्रवासी मजदूर हैं जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उनकी व्यवस्था सरकार को करनी होगी। सरकार ये व्यवस्था करने में असफल रही है,
बांद्रा जैसी जगह पर सरकार की नाक के नीचे इतने बड़े पैमाने पर मजदूर इकट्ठा होकर कहते हैं कि हमें या तो खाना दीजिए या तो वापिस जाने दीजिए। मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि सबसे पहले ऐसे लोगों की सुध ले ।
बांद्रा की घटना पर अखिलेश यादव का ट्वीट- "...उप्र की सरकार तुरंत नोडल अधिकारी नियुक्त करे व केंद्र के साथ मिलकर महाराष्ट्र व अन्य राज्यों में फँसे प्रदेश के लोगों को निकाले. जब अमीरों को जहाज से विदेशों से ला सकते हैं, तो गरीबों को ट्रेनों से क्यों नहीं"
भीड़ के एक हिंसक हिस्से को नियंत्रित करने के लिये हुआ लाठीचार्ज : मुंबई पुलिस PRO
आज शाम 4 बजे बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास लगभग 1500 लोग इकट्ठा हुए। उनमें से ज्यादातर बाहर से आए प्रवासी मजदूर थे। वे लॉकडाउन बढ़ने से दुखी थे और अपने घरों को वापस जाना चाहते थे। उन्होंने प्रशासन के आगे अपनी मांग रखी ।स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने मौके पर जाकर उनसे बात की और उन्हें समझाने की कोशिश की। इस दौरान भीड़ का एक हिस्सा हिंसक हो गया इसलिए उन्हें नियंत्रित करने के लिए हल्के बल का इस्तेमाल करना पड़ा। भीड़ को तितर-बितर किया गया। पुलिस तैनात कर दी गई है। स्थिति सामान्य है ।
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने दिया भरोसा : हम खाने का कर रहे है इंतजाम
मुंबई. बांद्रा में हजारों की संख्या में जुटे प्रवासी मजदूरों के बाद महाराष्ट्र सरकार पर सवाल उठने शुरू हो गए। कुछ दी देर में प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंन कहा, हम गंभीरता से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधित किया कि लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाया जाएगा। मैंने भी यही सलाह दी थी और इसके लिए पीएम मोदी का आभार।
आप क्यों परेशान हो रहे हैं। किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। मजदूरों के खाने का इंतजाम कर रह रहे हैं। लॉकडाउन से घबराने की जरूरत नहीं है।
उद्धव ने कहा, कॉन्टेनमेंट जोन में कभी-कभी कुछ असुविधा होती है, लेकिन हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आवश्यक आपूर्ति में बाधा नही आने देंगे। हम पीपीई की सप्लाई को और ज्यादा बढ़ा रहे हैं।
मैं एक बार फिर कहना चाहता हूं, यह राजनीति का समय नहीं है। राजनीति करने के लिए हमारे पास बहुत वक्त है। अभी एक साथ लड़ने का समय है।
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
यह हिंदी गाना भी आपको कोरोना के सम्बंध में बता रहा है
डॉ विश्राम यादव वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी अपनी कविता का पाठ करते हुए
एक अपील
जनपद में यदि कोई बच्चा कोरोना लॉक डाउन के कारण भूँख या अन्य किसी कारण से संकट में है तो हमारे चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 पर 24x7 फोन करें। हमारी चाइल्डलाइन परिवार के साथी संकट की इस घड़ी में भोजन, दवा आदि से बच्चों की हर संभव मदद के लिए कृत संकल्प हैं।
निदेशक, चाइल्ड लाइन-1098