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बलिया :जाने कौन है कोरोना वारियर्स की फ्रंटल टीम ?कैसे करती है काम ?

बलिया :जाने कौन है कोरोना वारियर्स की फ्रंटल टीम ?कैसे करती है काम ?
मधुसूदन सिंह

बलिया 9 अप्रैल 2020 ।। पूरे देश मे ही नही विश्व मे कोरोना ने कोहराम मचा रखा है । कोरोना का खौफ यह है कि लोग अनजान की तो छोड़िए परिचितों को भी घर से अंदर बुलाने से परहेज कर रहे है । या यूं कहें कि कोरोना ने इस समय सामाजिक रिश्तों के बीच मे भी दीवार खड़ी कर दिया है । एक तरफ लोग जहां दुसरो से कोरोना के डर से दूर भाग रहे है , वही कुछ कर्मवीर योद्धा ऐसे भी है जो कोरोना से भाग नही रहे है बल्कि उसके एकदम पास जाकर उसको भगाने का यत्न कर रहे है । बलिया में कोरोना वारियर्स की ऐसी ही तीन सदस्यी फ्रंटल टीम है । अभी जहां अन्य टीमों का कार्य पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद शुरू होगा, लेकिन इस टीम का कार्य सुबह से लेकर शाम तक चल रहा है ।
  बता दे कि इस टीम में डॉ जियाउल हुदा महामारी रोग विशेषज्ञ , प्रियंका कुमारी माइक्रो बायोलॉजिस्ट और अनुपम कुमार लैब असिस्टेंट शामिल है ।
टीम का कार्य
किसी भी मरीज में कोरोना के लक्षण दिखने के बाद सेम्पल लेना और सेम्पल को जांच के लिये BHU भेजना है । संभावित संक्रमित मरीज से सेम्पलिंग लेना कम जोखिम वाला कार्य नही है । क्योंकि सेम्पल मरीज के दोनों नाशा छिद्रों के अंतिम भाग और गले के अंदर से शीशे की स्टिक व कॉटन के सहारे लिया जाता है । सेम्पलिंग करते समय मरीज के छीकने की संभावना अधिक होती है जिससे टीम के भी संक्रमित होने का खतरा हमेशा मंडराता रहता है । सेम्पलिंग के बाद सेम्पल को थ्री लेयर के सुरक्षित बॉक्स में शून्य से 4 डिग्री तापमान पर रखते हुए VTM को जांच सेंटर तक भेजा जाता है ।
खतरा अत्यधिक पर प्रियंका कुमारी को नही लगता है डर
कोरोना फ्रंट लाइन वारियर्स की टीम की अहम सदस्य प्रियंका कुमारी से जब कोरोना जैसी हाहाकार मचाने वाली बीमारी के रोकथाम के लिये सेम्पलिंग करने वाली टीम में शामिल करने की जब आपको सूचना मिली तो आप की प्रतिक्रिया क्या थी ? के जबाब में प्रियंका कुमारी ने कहा कि पूरे विश्व मे भयावह स्थिति पैदा करने वाली बीमारी को रोकने वाली टीम में शामिल किये जाने की सूचना मिलने पर मानवीय गुण के चलते पहले तो कुछ भय लगा , पर इसके बाद जैसे ही फर्ज याद आया , सारा डर गायब हो गया । कहा कि जीवन मे खतरा कहाँ नही है ? उन खतरों से यह खतरा मोल लेना इस लिये पसंद आया क्योकि अन्य खतरों में आप स्वयं फंसते या निकलते है लेकिन कोरोना के खतरे में दूसरो की जान पर आये खतरे को दूर करने का मौका मिलता है । मेरी सोच है कि अपना जीवन बचाने का यत्न करने से सौ गुना अच्छा अपने आपको खतरे में डालकर दूसरो का जीवन बचाने का प्रयत्न करना है । प्रिंयका कुमारी के इस कथन ने यह साबित कर दिया कि हमारे देश मे यूंही नहीं औरतों को दया,शक्ति व दृढ़ता की प्रतिमूर्ति की देवी कहते है ।
 अब तक इस टीम ने निकाले 46 सेम्पल
बलिया में इस टीम ने गुरुवार की शाम तक 46 सेम्पल निकाले है । निकाले गये सैम्पलों में से 19 की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है , 3 की शुक्रवार को आएगी । जबकि गुरुवार को एक ही दिन में 24 सेम्पल निकालकर वाराणसी के लिये भेजा गया है ।
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील

कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत




यह हिंदी गाना भी आपको कोरोना के सम्बंध में बता रहा है



डॉ विश्राम यादव वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी अपनी कविता का पाठ करते हुए










एक अपील 
जनपद में यदि कोई बच्चा कोरोना  लॉक डाउन के कारण भूँख या अन्य किसी कारण से संकट में है तो हमारे चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 पर 24x7 फोन करें। हमारी चाइल्डलाइन परिवार के साथी संकट की इस घड़ी में भोजन, दवा आदि से बच्चों की हर संभव मदद के लिए कृत संकल्प हैं। 
निदेशक, चाइल्ड लाइन-1098