गोरखपुर :सीएम ने लिया संज्ञान, दिल्ली में होगा चौरीचौरा के सुनील का अंतिम संस्कार, पत्नी को दो लाख,घर और नौकरी भी मिलेगी
सीएम ने लिया संज्ञान, दिल्ली में होगा चौरीचौरा के सुनील का अंतिम संस्कार, पत्नी को दो लाख,घर और नौकरी भी मिलेगी
गोरखपुर 22 अप्रैल 2020 ।। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौरीचौरा क्षेत्र के डुमरी खुर्द निवासी सुनील की दिल्ली में मौत के बाद शव नहीं आ पाने के मामले का संज्ञान लेते हुए दिल्ली के लिए बनाए गए नोडल अफसर और गोरखपुर के डीएम को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। सीएम ने कहा है कि तत्काल शव को गोरखपुर में उनके परिजनों तक पहुंचाने की व्यवस्था करें। मुख्यमंत्री के निर्देशों का ट्वीट अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने किया। इधर, एसडीएम चौरीचौरा सुनील के घर पहुंचे पत्नी से बात की। पत्नी के बयान का वीडियो दिल्ली भेजा। इसके बाद दिल्ली पुलिस बुधवार को सुनील के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार करने को राजी हो गई।
सीएम ने शव मंगाने के निर्देश दिए थे पर पत्नी ने वहीं अंतिम संस्कार कराने की बात कही
एसडीएम ने पत्नी के बयान का वीडियो भेजा, दिल्ली पुलिस बुधवार को अंतिम संस्कार करायेगी।सुनील की पत्नी को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता बुधवार को दी जाएगी। इसके पूर्व 78 हजा रुपये चंदा एकत्र कर मृतक की पत्नी को दिया गया है। शासन से निर्देश के क्रम में महिला की हर संभव मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री आवास दिए जाने के साथ ही नौकरी भी दी जाएगी। उसके बच्चों की पढ़ाई नि:शुल्क होगी।
चौरीचौरा के डुमरी खुर्द निवासी सुनील की दिल्ली में मौत हो गई है। उसका शव गोरखपुर नहीं आ पा रहा है। मंगलवार को चौरीचौरा एसडीएम अर्पित गुप्ता, तहसीलदार रत्नेश त्रिपाठी डुमरी खुर्द पहुंचे और पीड़ित परिवार से बातचीत की। उन्होंने परिवार के किसी सदस्य को दिल्ली जाने के लिए कहा। कोई भी तैयार नही हुआ। इसके बाद एसडीएम ने दिल्ली के डीसीपी से बात की। उन्होंने सुनील की पत्नी की बात कराई। उनकी बातचीत का वीडियो बनाकर दिल्ली पुलिस को भेजा। चौरीचौरा एसडीएम के आग्रह और सुनील के परिवारीजनों की वीडियो देखकर दिल्ली पुलिस ने बुधवार को पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार करवाने का आश्वासन दिया।
पोस्टमार्टम से पूर्व ही कर दिया ब्रह्मभोज
सुनील 11 अप्रैल को दिल्ली में बीमार हुआ। उसकी सफदरजंग अस्पताल में 14 अप्रैल को मौत हो गई। परिवार के लोग नहीं पहुंचे तो दिल्ली के भारत नगर थाने की पुलिस ने उसका शव मोर्चरी में रखवा दिया। इधर सुनील के परिवारीजनों और शुभचिंतकों ने 17 अप्रैल को उसके एक वर्ष के पुत्र से पुतला बनवाकर अंतिम संस्कार करा दिया। सभी ने 18 को बाल भी मुड़वा लिया और 19 अप्रैल को परिवार ने ब्रह्मभोज भी कर दिया।
दिल्ली नहींं जाना चाहती पूनम
पूनम ने दिल्ली पुलिस को 17 को पत्र लिखकर कहा था कि उसके बच्चे छोटे हैं। ससुर बीमार हैं। कोई दूसरा आगे-पीछे नहीं है। उसके पति के शव का पोस्टमार्टम और सरकारी खर्च पर दाह संस्कार करा दिया जाए। उसने दिल्ली पुलिस से गुहार लगाई थी।
*प्रशासन ने सीएम राहत कोष से मदद को रिपोर्ट भेजी*
तहसीलदार रत्नेश त्रिपाठी की रिपोर्ट पर एसडीएम अर्पित गुप्ता ने मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक मदद के लिए डीएम को पत्र भेज दिया है। संस्तुति होने पर 5 लाख रुपये परिवार को सहायता मिलने की उम्मीद है।
बच्चों की पढ़ाई और घर की व्यवस्था करेगा प्रशासन
एसडीएम ने सुनील के 5 छोटे बच्चों की नि:शुल्क पढ़ाई कराने, उसको आवास व पेंशन दिलवाने का आश्वासन दिया है।
सुनील की मौत पर दिखी उसकी गरीबी
सुनील की दिल्ली में मौत नहीं होती तो उसकी गरीबी प्रशासन को मालूम नहीं होती। गरीब परिवार टूटी झोपड़ी में रहता है। उसकी मां कमली देवी के नाम अंत्योदय कार्ड है। एक अदद शौचालय के अलावा कोई अन्य सुविधा नहीं मिली है। सुनील की माँ कमली का कहना है किवह प्रधान व सम्बंधित अधिकारियों से आवास व पेंशन के लिए कई बार गुहार लगा चुकी है।
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
यह हिंदी गाना भी आपको कोरोना के सम्बंध में बता रहा है
डॉ विश्राम यादव वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी अपनी कविता का पाठ करते हुए
एक अपील
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