महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार पर लगा तीन साधुओं की मॉब लिंचिंग में हत्या का कलंक,हत्या का वीडियो वायरल
महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार पर लगा तीन साधुओं की मॉब लिंचिंग में हत्या का कलंक,हत्या का वीडियो वायरल
ए कुमार
मुंबई 19 अप्रैल 2020 ।। महाराष्ट्र के पालघर जिले में हुई मॉब लिंचिंग पर संत समाज में में रोष व्याप्त है।* श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वारानंद गिरि महाराज ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पत्र लिखकर इस घटना को सभ्य समाज पर कलंक बताया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने भी इस घटना पर रोष जताया है।पालघर के जिलाधिकारी कैलाश शिंदे के अनुसार मुंबई के कांदीवली स्थित एक आश्रम में रहने वाले सुशील गिरि महाराज अपने दो सहयोगियों के साथ एक किराए के वाहन से एक अंतिम संस्कार में भाग लेने सूरत जा रहे थे। गाड़ी महाराष्ट्र के अंदरूनी हिस्से से होकर गुजर रही थी। इनके वाहन को वन विभाग के एक संतरी ने महाराष्ट्र एवं केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगरहवेली की सीमा पर स्थित गढ़चिचले गांव के पास रोका। क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से रात में फसल काटने एवं बच्चा चुराने वाला गिरोह सक्रिय होने की अफवाह फैली हुई थी।
कभी वो समय भी हुआ करता था जब देश भर के और दुनिया भर के प्रताड़ित साधू , संत और हिन्दू समाज के लोग महाराष्ट्र के उन गौरवशाली योद्धाओं से सुरक्षा पाते थे जिनकी भुजाओं और तलवारोंके दम पर अब तक हिन्दू संस्कृति अपने मूल रूप में बची हुई है । ध्यान देने योग्य है कि कभी संतो को सम्मान और सुरक्षा देने वाले महाराष्ट्र के पालघर स्थित तलासरी अहमदाबाद हाईवे पर साधु-संतों की गाड़ी पर कुछ संदिग्ध लोगों ने भीषण और सोच समझ कर ऐसा हमला किया कि उसमे २ संतोकी हत्या हो गई और उन्हें ले जा रहा ड्राइवर भी उसी हमले में मारा गया है ।इस मामले से मचे हडकम्प के बाद अब तक पुलिस ने कुल 110 दोषियों पर अभियोग पंजीकृत कर के कार्यवाही की है । मिल रही जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के पालघर स्थित तलासरी गाव मे अहमदाबाद नेशनल हाईवे से गुजरात की तरफ भगवान का भजन करते हुए गुज़र रहे साधु महात्माओं के वाहन को रोक कर उन पर घात लगा कर जानलेवा हमला किया गया है . इस जानलेवा हमले की चपेट में आ कर अब तक २ संत और एक ड्राइवर की मौत हो चुकी है और कुछ घायल हुए हैं जिनका इलाज़ करवाया जा रहा है. महाराष्ट्र में इस से पहले संतो को निशाना बनाने की ऐसी घटना बहुत कम देखने को मिली थी. ध्यान ये भी देने योग्य है कि दो दिन पहले मुंबई के दहिसर से दो संत जो अपने गुरुभाई संत रामगिरी महाराज जी का सूरत मे उनके आश्रम में निधन हो गया. उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उनके श्रीसुशील गिरी व उनके ज्येष्ठ गुरु चिकना बाबा अपने ड्राइवर के साथ अहमदाबाद नेशनलहाईवे इलाके से गुज़र रहे थे कि आगे पालघर स्थित तलासरी कासा गांव में गाड़ी रुकवा कर कुछ गुंडे चोरी छिनैती के इरादे से चोर - चोर चिल्लाकर उन संतो को धारदार हथियार,लकड़ी तलवार से हमला करना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं , उनके पास जो भी नकदी थी ,उसको भी छीन लिया गया. लाक डाउन में पुलिस की गश्त की पोल भी यहाँ खुल गई ।
महाराष्ट्र के पालघर का विडीओ सामने आया है जो..हृदयविदारक है ।बेबस संत पुलिस के पीछे अपनी जान बचाने भाग रहा है और ऐसा साफ़ दिख रहा है की पुलिस न केवल अपनी ज़िम्मेदारी से पीछे हट रही है अपितु ऐसा लगता है की बेचारे संत को भीड़ में धकेला जा रहा है।
ये महाराष्ट्र में क्या हो रहा है?
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
ए कुमार
मुंबई 19 अप्रैल 2020 ।। महाराष्ट्र के पालघर जिले में हुई मॉब लिंचिंग पर संत समाज में में रोष व्याप्त है।* श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वारानंद गिरि महाराज ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पत्र लिखकर इस घटना को सभ्य समाज पर कलंक बताया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने भी इस घटना पर रोष जताया है।पालघर के जिलाधिकारी कैलाश शिंदे के अनुसार मुंबई के कांदीवली स्थित एक आश्रम में रहने वाले सुशील गिरि महाराज अपने दो सहयोगियों के साथ एक किराए के वाहन से एक अंतिम संस्कार में भाग लेने सूरत जा रहे थे। गाड़ी महाराष्ट्र के अंदरूनी हिस्से से होकर गुजर रही थी। इनके वाहन को वन विभाग के एक संतरी ने महाराष्ट्र एवं केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगरहवेली की सीमा पर स्थित गढ़चिचले गांव के पास रोका। क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से रात में फसल काटने एवं बच्चा चुराने वाला गिरोह सक्रिय होने की अफवाह फैली हुई थी।
कभी वो समय भी हुआ करता था जब देश भर के और दुनिया भर के प्रताड़ित साधू , संत और हिन्दू समाज के लोग महाराष्ट्र के उन गौरवशाली योद्धाओं से सुरक्षा पाते थे जिनकी भुजाओं और तलवारोंके दम पर अब तक हिन्दू संस्कृति अपने मूल रूप में बची हुई है । ध्यान देने योग्य है कि कभी संतो को सम्मान और सुरक्षा देने वाले महाराष्ट्र के पालघर स्थित तलासरी अहमदाबाद हाईवे पर साधु-संतों की गाड़ी पर कुछ संदिग्ध लोगों ने भीषण और सोच समझ कर ऐसा हमला किया कि उसमे २ संतोकी हत्या हो गई और उन्हें ले जा रहा ड्राइवर भी उसी हमले में मारा गया है ।इस मामले से मचे हडकम्प के बाद अब तक पुलिस ने कुल 110 दोषियों पर अभियोग पंजीकृत कर के कार्यवाही की है । मिल रही जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के पालघर स्थित तलासरी गाव मे अहमदाबाद नेशनल हाईवे से गुजरात की तरफ भगवान का भजन करते हुए गुज़र रहे साधु महात्माओं के वाहन को रोक कर उन पर घात लगा कर जानलेवा हमला किया गया है . इस जानलेवा हमले की चपेट में आ कर अब तक २ संत और एक ड्राइवर की मौत हो चुकी है और कुछ घायल हुए हैं जिनका इलाज़ करवाया जा रहा है. महाराष्ट्र में इस से पहले संतो को निशाना बनाने की ऐसी घटना बहुत कम देखने को मिली थी. ध्यान ये भी देने योग्य है कि दो दिन पहले मुंबई के दहिसर से दो संत जो अपने गुरुभाई संत रामगिरी महाराज जी का सूरत मे उनके आश्रम में निधन हो गया. उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उनके श्रीसुशील गिरी व उनके ज्येष्ठ गुरु चिकना बाबा अपने ड्राइवर के साथ अहमदाबाद नेशनलहाईवे इलाके से गुज़र रहे थे कि आगे पालघर स्थित तलासरी कासा गांव में गाड़ी रुकवा कर कुछ गुंडे चोरी छिनैती के इरादे से चोर - चोर चिल्लाकर उन संतो को धारदार हथियार,लकड़ी तलवार से हमला करना शुरू कर दिया. इतना ही नहीं , उनके पास जो भी नकदी थी ,उसको भी छीन लिया गया. लाक डाउन में पुलिस की गश्त की पोल भी यहाँ खुल गई ।
महाराष्ट्र के पालघर का विडीओ सामने आया है जो..हृदयविदारक है ।बेबस संत पुलिस के पीछे अपनी जान बचाने भाग रहा है और ऐसा साफ़ दिख रहा है की पुलिस न केवल अपनी ज़िम्मेदारी से पीछे हट रही है अपितु ऐसा लगता है की बेचारे संत को भीड़ में धकेला जा रहा है।
ये महाराष्ट्र में क्या हो रहा है?
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
यह हिंदी गाना भी आपको कोरोना के सम्बंध में बता रहा है
डॉ विश्राम यादव वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी अपनी कविता का पाठ करते हुए
एक अपील
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निदेशक, चाइल्ड लाइन-1098