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सतना : पत्रकार भी है कोरोना वारियर्स , पत्रकारों के परिवारों के बारे में भी सोंचिये सरकार : जिलाध्यक्ष भा रा प महासंघ


सतना : पत्रकार भी है कोरोना वारियर्स , पत्रकारों के परिवारों के बारे में भी सोंचिये सरकार : जिलाध्यक्ष भा रा प महासंघ

सतना (मध्यप्रदेश) 14 अप्रैल 2020 ।। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की मध्यप्रदेश के सतना जिलाध्यक्ष राजकुमार बजाज ने कोरोना की वैश्विक महामारी में सरकारी तंत्र के कर्मियों का 50 लाख का बीमा करने और इस महासमर में बिना किसी सुरक्षा कवच के लगातार खबरों को संकलित करने वाले पत्रकारों के प्रति अब तक कोई घोषणा न होने से दुख प्रकट किया है । श्री बजाज ने कहा है कि सरकार लोकतंत्र के तीन स्तंभों की सुरक्षा के प्रति तो काफी सतर्क व चिंतित दिख रही है लेकिन लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहलाने वाले पत्रकारों के लिये आखिर सरकार के पास सोचने का भी वक्त क्यो नही है ? क्या कोरोना की खबरों से जनजन को अपडेट करने वाले पत्रकारों की जान सरकारों की नजर में कोई महत्व नही रखती है ? कहा है कि कोरोना के खतरे के बीच रिपोर्टिंग कर कोने कोने की खबर देशवासियो तक पहुँचा रहे पत्रकारों को कोरोना वारियर्स की लिस्ट में शामिल न करना दुखद एवं पत्रकारों का मनोबल तोड़ने वाला कदम है।
 कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी द्वारा प्रिंट मीडिया,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया(वेब पोर्टल),पत्रिकाओं के पत्रकारों को 50 लाख का बीमा कराने की मांग करने लिये भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ की तरफ से हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित कर रहा हूँ जिन्होंने कम से कम हम लोगो की पीड़ा को सरकार तक पहुंचाने की पहल तो की है ।
सरकार द्वारा कोरोना वारियर्स के लिए 50 लाख का सुरक्षा बीमा किये जाने का फैसला स्वागत योग्य है परंतु वारियर्स की लिस्ट में पत्रकारों का ज़िक्र न होना अत्यंत दुखद है।

कोरोना वायरस के खतरे के बीच जिस तरह से डॉक्टर, पुलिस, सफाई कर्मी जिस तरह से अपनी जान जोखिम में डाल कर अपनी ज़िम्मेदारी निभा रहे है वो सराहनीय है उन्हें सम्मान और सुरक्षा उपकरण के साथ ही सुरक्षा बीमा मिलना ही चाहिए।

लेकिन यहां अफसोस कि बात ये है कि संसाधन विहीन होकर भी कोरोना वायरस के खतरे के बीच पत्रकारिता के दायित्वों का पूरी ईमानदारी के साथ निर्वाहन करने वाले पत्रकारों को कोरोना वारियर्स की लिस्ट में नही जोड़ा गया।

लखनऊ की ही अगर बात करे तो शनिवार को एक प्राइवेट कंपनी द्वारा लखनऊ पुलिस कर्मियों के लिए 10 हज़ार मास्क दिए गए एक प्राइवेट बैंक ने लखनऊ पुलिस के लिए 4 क्विंटल सेनेटाइजर उपलब्ध कराया।

पुलिस , डाक्टर, सफाई कर्मी कोरोना से लड़ने वाले ऐसे योद्धा है जिन्हें सरकार से पहले ही वेतन मिल रहा है अब इस वैश्विक महामारी के दौरान अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा कर उनके मनोबल को बढ़ाना अत्यंत सराहनीय है।

परन्तु पत्रकार के परिवार की न तो अभी तक सरकार ने कोई सुध ली और न ही किसी प्राइवेट संस्था ने भले ही 50 लाख का बीमा न किया जाए लेकिन दिन रात मेहनत कर रहे मान्यता प्राप्त एवं गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को कोरोना वारियर्स की लिस्ट में शामिल कर उन्हें कुछ सुविधाए तो सरकार द्वारा उपलब्ध ही कराई जा सकती है।

सरकार हम पत्रकार भी कोरोना वारियर्स है हम भी अपनी ज़िम्मेदारिया निभा रहे है हमे भी भूख लगती है हमारा भी परिवार है जिन्हें हमारे बाद सहारे की ज़रूरत है ?



बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील

कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत




यह हिंदी गाना भी आपको कोरोना के सम्बंध में बता रहा है

डॉ विश्राम यादव वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी अपनी कविता का पाठ करते हुए










एक अपील 
जनपद में यदि कोई बच्चा कोरोना  लॉक डाउन के कारण भूँख या अन्य किसी कारण से संकट में है तो हमारे चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 पर 24x7 फोन करें। हमारी चाइल्डलाइन परिवार के साथी संकट की इस घड़ी में भोजन, दवा आदि से बच्चों की हर संभव मदद के लिए कृत संकल्प हैं। 
निदेशक, चाइल्ड लाइन-1098