लॉकडाउन में भूख से तड़पती जिंदगियो को सावन की फुंहार की तरह जीवन दायिनी बनी बलिया एक्सप्रेस की खबर : खबर को संज्ञान लेकर डीएम बलिया ने दिलाया अस्थायी आशियाना,भोजन, दवा व बच्चो को दूध
लॉकडाउन में भूख से तड़पती जिंदगियो को सावन की फुंहार की तरह जीवन दायिनी बनी बलिया एक्सप्रेस की खबर : खबर को संज्ञान लेकर डीएम बलिया ने दिलाया अस्थायी आशियाना,भोजन, दवा व बच्चो को दूध
मधुसूदन सिंह
बलिया 20 अप्रैल 2020 ।। आखिरकार बलिया एक्सप्रेस की खबर ने रंग दिखाया और खुले आसमान के नीचे भूखों सोने को मजबूर लगभग 50 की संख्या वाले मध्यप्रदेश के बंजारों को आज जिलाधिकारी बलिया श्रीहरि प्रताप शाही के आदेश पर तहसीलदार बलिया शिवसागर दुबे ने
नरही के आदर्श इंटर कालेज में रखवाने के साथ ही खाने पीने का समान ही नही दिलवाया बल्कि अपने पास से 600 रुपये नगद भी दिया । इसके साथ ही बीमार बच्चे का चेकअप कराकर दवा दिलवाने के साथ ही बच्चो को कल से दूध मिले इसका भी इंतजाम करने से श्री दुबे नही चुके । साथ सभी लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण के लिये कल मेडिकल टीम को भी आने का आदेश दिया ।
आप को बताते चले कि बलिया में लाक डाउन में फंसे आदिवासी परिवार सूखी रोटियां खाने को मजबूर थे । करतब दिखा कर गुजर बसर करने वाले मध्यप्रदेश के ये आदिवासी खुले खेत में भीषण गर्मी का सामना कर रहे थे । सरकारी मदद न मिलने की वजह से मुश्किल में फंसे ये परिवार प्रशासन से सहायता की मांग रहे थे। बलिया जनपद के चितबड़ागांव थाना अंतर्गत रामपुर चिट में लगभग 50 आदिवासी परिवार जिनमे बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल है, खुले आसमान के नीचे जीने को मजबूर थे।
तहसीलदार शिवसागर दुबे
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
मधुसूदन सिंह
बलिया 20 अप्रैल 2020 ।। आखिरकार बलिया एक्सप्रेस की खबर ने रंग दिखाया और खुले आसमान के नीचे भूखों सोने को मजबूर लगभग 50 की संख्या वाले मध्यप्रदेश के बंजारों को आज जिलाधिकारी बलिया श्रीहरि प्रताप शाही के आदेश पर तहसीलदार बलिया शिवसागर दुबे ने
नरही के आदर्श इंटर कालेज में रखवाने के साथ ही खाने पीने का समान ही नही दिलवाया बल्कि अपने पास से 600 रुपये नगद भी दिया । इसके साथ ही बीमार बच्चे का चेकअप कराकर दवा दिलवाने के साथ ही बच्चो को कल से दूध मिले इसका भी इंतजाम करने से श्री दुबे नही चुके । साथ सभी लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण के लिये कल मेडिकल टीम को भी आने का आदेश दिया ।
आप को बताते चले कि बलिया में लाक डाउन में फंसे आदिवासी परिवार सूखी रोटियां खाने को मजबूर थे । करतब दिखा कर गुजर बसर करने वाले मध्यप्रदेश के ये आदिवासी खुले खेत में भीषण गर्मी का सामना कर रहे थे । सरकारी मदद न मिलने की वजह से मुश्किल में फंसे ये परिवार प्रशासन से सहायता की मांग रहे थे। बलिया जनपद के चितबड़ागांव थाना अंतर्गत रामपुर चिट में लगभग 50 आदिवासी परिवार जिनमे बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल है, खुले आसमान के नीचे जीने को मजबूर थे।
तहसीलदार शिवसागर दुबे
बीडीओ आनंद कुमार
बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
यह हिंदी गाना भी आपको कोरोना के सम्बंध में बता रहा है
डॉ विश्राम यादव वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी अपनी कविता का पाठ करते हुए
एक अपील
जनपद में यदि कोई बच्चा कोरोना लॉक डाउन के कारण भूँख या अन्य किसी कारण से संकट में है तो हमारे चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर 1098 पर 24x7 फोन करें। हमारी चाइल्डलाइन परिवार के साथी संकट की इस घड़ी में भोजन, दवा आदि से बच्चों की हर संभव मदद के लिए कृत संकल्प हैं।
निदेशक, चाइल्ड लाइन-1098