बलिया में रेलवे स्टेशन पर काम करने वाला मजदूर छपरा में निकला कोरोना पॉजिटिव,बलिया में 10 मजदूर किये गये क्वारंटाइन.....
बलिया में रेलवे स्टेशन पर काम करने वाला मजदूर छपरा में निकला कोरोना पॉजिटिव,बलिया में 10 मजदूर किये गये क्वारंटाइन.....
मधुसूदन सिंह
बलिया 1 मई 2020 ।। वाराणसी से दवा व्यवसायी के पॉजिटिव होने के बाद पिछले तीन दिनों से बलिया के दवा व्यवसायियो के रूप में कोरोना के संवाहक होने के संभावित संकट से अभी निजात पूरी तरह से मिल भी नही पाया था कि शुक्रवार को बलिया के लिये एक साथ दो दो खतरे के एलार्म बज गये । सबसे पहले बुरी खबर वाराणसी से आयी , जहां बीएचयू के माइक्रो बायोलॉजी लैब की शोधछात्रा के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई और इस लैब को तीन दिनों के लिये बन्द कर दिया । बता दे कि इसी लैब में बलिया समेत 11 जनपदों के कोरोना संदिग्धों के सैम्पलों की जांच होती थी । यह खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के साथ ही जिला प्रशासन में हड़कम्प मच गया ,क्योकि सैम्पलों को लेकर बलिया से वाराणसी जाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के भी संक्रमित होने की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है । अभी इस पहेली को जिला प्रशासन सुलझा ही रहा था कि छपरा से आयी सूचना ने सबको सकते में डाल दिया । छपरा से सूचना आयी कि बलिया रेलवे स्टेशन के पूर्वी छोर पर बन रहे वाशिंग पिट में कार्य करने वाले एक मजदूर छपरा में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है । बिहार के अररिया निवासी मजदूर अपने 35 साथियों के साथ जब 14 अप्रैल को लॉक डाउन बढ़ा दिया गया तो बिहार अपने घर के लिये पैदल ही चल दिया । बिहार के छपरा में पुलिस ने इन मजदूरों को बुखार से ग्रसित होने के कारण रोककर क्वारंटाइन कर दिया । यही इनका 24 मार्च को सेम्पल लेकर जांच के लिये भेजा गया था जिसका रिजल्ट 28 अप्रैल को आया और इन 35 मजदूरों में से एक अररिया निवासी मजदूर की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी ।
छपरा बिहार में बलिया से अररिया बिहार जा रहा मजदूर के कोरोना पाजेटिव मिलने से मॉडल रेलवे स्टेशन पर हड़कम्प मच गया। छपरा जिला प्रशासन की सूचना पर स्टेशन अधीक्षक मजदूरों के साथ काम करने वालों कि खोजबीन में जुट गई। काफी प्रयास के बाद देर शाम उनकी शिनाख्त हो गई। रेलवे अधिकारियों व चिकित्सकों की टीम ने साथ काम करने वाले 10 साथी मजदूरों को कोरोंटाईन करवाया। शनिवार को सभी मजदूरों का जांच के लिए सैम्पल लिया जाएगा। मॉडल रेलवे स्टेशन के काजीपुरा क्रासिंग के पास वाशिंगपिट के निर्माण कार्य मे बिहार के दर्जनों मजदूर लगे थे। अचानक लाकडाउन लगने के कारण ठीकेदार ने कार्य बंद कर दिया। 14 अप्रैल को लाकडाउन खुलने का इंतजार मजदूर करने लगे न खुलने पर 35 मजदूर पैदल ही घर को निकल गए, पैदल चलने के कारण दस मजदूरों को बुखार हो गया। छपरा बार्डर पर पुलिस ने बुखार से ग्रसित होने पर सभी को पकड़ कर कोरोंटाईन कर दिया। सभीका सैम्पल लेकर जांच के लिए भेजा। इसमे एक मजदूर की जांच पाजेटिव आने पर हड़कम्प मच गया।
इस मामले में स्थानीय रेलवे के अधिकारियों का कहना है कोरोंटाईन सेंटर में हर्बल दवा बेचने वाली महिला कोरोना संक्रमित थी, उसके सम्पर्क में आने से मजदूर भी संक्रमित हो गया है। स्टेशन अधीक्षक संजय सिंह ने कहा कि छपरा जिला प्रशासन की सूचना पर चिकित्सक के साथ निर्माण स्थल पर पहुंच बाकी बचे 10 मजदूरों को कोरोंटाईन कर दिया गया है।