मचा घमासान : बोले बलिया इंटक जिलाध्यक्ष विनोद सिंह : ड्रेजिंग की लागत के सम्बंध में जनता में भ्रम न फैलाये बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह,100 करोड़ की नही बल्कि 30 करोड़ 9 लाख 55 हजार की है यह परियोजना
मचा घमासान : बोले बलिया इंटक जिलाध्यक्ष विनोद सिंह : ड्रेजिंग की लागत के सम्बंध में जनता में भ्रम न फैलाये बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह,100 करोड़ की नही बल्कि 30 करोड़ 9 लाख 55 हजार की है यह परियोजना
बैरिया बलिया 13 मई 2020 ।। विगत वर्ष 17 सितंबर 2019 को दुबेछपरा रिंग बांध बहने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने बलिया जनपद भ्रमण के दौरान दयाछपरा की सभा में यह घोषणा की थी कि कटान का स्थाई समाधान निकाला जाएगा और इसके तहत गंगा नदी का धारा मोड़ने के लिए ड्रेजिंग कराई जाएगी। मुख्यमंत्री की घोषणा के पश्चात अधिकारियों ने इस परियोजना को बनाकर दिनांक 2 दिसंबर 2019 को माननीय मंत्री जल शक्ति उत्तर प्रदेश सरकार की अध्यक्षता में स्थाई संचालन समिति के 52 वीं बैठक में रखा जहां परियोजना स्वीकृत हुई। इस परियोजना की कुल लागत 30 करोड़ 9 लाख 55 हजार है जो बैठक के कार्यसूची में 208 नंबर पर अंकित है । इधर अधिकारियों की ड्रेजिंग के लिए कुछ सक्रियता बढ़ी है हालांकि अभी यह परियोजना गंगा बाढ़ नियंत्रण आयोग से अनुमोदित नहीं हो पाया है। लेकिन परियोजना के मूर्त रूप लेने से पहले ही द्वाबा में घमासान मच गया है।जहां एक ओर द्वाबा के माननीय विधायक सुरेंद्र सिंह उक्त परियोजना की लागत 100 करोड़ बता रहे हैं वहीं कांग्रेस नेता व इंटक जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने सबूतों के साथ कहा है कि जब यह परियोजना 30 करोड़ 9 लाख 55 हजार की ही स्थाई संचालन समिति से स्वीकृत है तो फिर 100 करोड़ मिलने का सवाल ही कहां से उठता है। विधायक जी भ्रम फैला रहे हैं।कांग्रेस नेता ने बैरिया विधायक को सलाह देते हुए कहा है कि वह जो विकास कार्य करा रहे हैं उसके लिए बधाई के पात्र हैं लेकिन जनता में इस तरह का भ्रम फैलाना न्यायोचित नहीं है।
बैरिया बलिया 13 मई 2020 ।। विगत वर्ष 17 सितंबर 2019 को दुबेछपरा रिंग बांध बहने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने बलिया जनपद भ्रमण के दौरान दयाछपरा की सभा में यह घोषणा की थी कि कटान का स्थाई समाधान निकाला जाएगा और इसके तहत गंगा नदी का धारा मोड़ने के लिए ड्रेजिंग कराई जाएगी। मुख्यमंत्री की घोषणा के पश्चात अधिकारियों ने इस परियोजना को बनाकर दिनांक 2 दिसंबर 2019 को माननीय मंत्री जल शक्ति उत्तर प्रदेश सरकार की अध्यक्षता में स्थाई संचालन समिति के 52 वीं बैठक में रखा जहां परियोजना स्वीकृत हुई। इस परियोजना की कुल लागत 30 करोड़ 9 लाख 55 हजार है जो बैठक के कार्यसूची में 208 नंबर पर अंकित है । इधर अधिकारियों की ड्रेजिंग के लिए कुछ सक्रियता बढ़ी है हालांकि अभी यह परियोजना गंगा बाढ़ नियंत्रण आयोग से अनुमोदित नहीं हो पाया है। लेकिन परियोजना के मूर्त रूप लेने से पहले ही द्वाबा में घमासान मच गया है।जहां एक ओर द्वाबा के माननीय विधायक सुरेंद्र सिंह उक्त परियोजना की लागत 100 करोड़ बता रहे हैं वहीं कांग्रेस नेता व इंटक जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने सबूतों के साथ कहा है कि जब यह परियोजना 30 करोड़ 9 लाख 55 हजार की ही स्थाई संचालन समिति से स्वीकृत है तो फिर 100 करोड़ मिलने का सवाल ही कहां से उठता है। विधायक जी भ्रम फैला रहे हैं।कांग्रेस नेता ने बैरिया विधायक को सलाह देते हुए कहा है कि वह जो विकास कार्य करा रहे हैं उसके लिए बधाई के पात्र हैं लेकिन जनता में इस तरह का भ्रम फैलाना न्यायोचित नहीं है।