भाजपा नेता अशोक सिंह की पीएम मोदी,सीएम योगी व देश के सभी मुख्यमंत्रियों से अपील : मध्यम वर्ग के लिये अकाल जैसे है यह समय,माध्यम वर्ग को भी राहत दे सरकार
भाजपा नेता अशोक सिंह की पीएम मोदी,सीएम योगी व देश के सभी मुख्यमंत्रियों से अपील : माध्यम वर्ग के लिये अकाल जैसे है यह समय,मध्यम वर्ग को भी राहत दे सरकार
मधुसूदन सिंह
बलिया 11 मई 2020 ।। भारतीय जनता पार्टी बलिया के नेता अशोक कुमार सिंह ने पीएम मोदी व सीएम योगी को खुला पत्र भेजकर मध्यम वर्ग के सामने आ रही समस्याओं के प्रति ध्यान आकृष्ट कराते हुए सरकार से सहायता देने की मांग की है । श्री सिंह ने कहा है कि इस कोरोना महामारी में कामगारों मजदूरों के बाद अगर सबसे ज्यादे प्रभावित होने वाला समाज का कोई बड़ा वर्ग है तो वह है मध्यम वर्ग । पर अफसोस यह है कि अब तक सभी लोगो ने इस वर्ग का शोषण ही किया है ,किसी ने इनकी दयनीय हालत को सुधारने का काम नही किया है । श्री सिंह ने पीएम मोदी से कहा है कि आप जन नेता है , आप जनता की परेशानियों को समझते है , फिर अब तक मध्यम वर्ग की उपेक्षा क्यो ? इस महामारी में सबसे ज्यादे प्रभावित मध्यम वर्ग ही है ,फिर इस वर्ग की सहायता के लिये सरकारी योजनाएं अब तक क्यो नही हुई घोषित ?मध्यम वर्ग के लोग इंसान नही है क्या ? श्री सिंह का खुला पत्र उन्ही की भाषा मे ---
मान्यवर प्रधानमंत्री जी एवं सभी राज्यो के मुख्यमंत्री जी ,
पहले आपने 21-March से 14- April तक सभी राज्यों के लाँकडाउन की घोषणा की और सभी से* ऑफिस, दुकान, कारखाने बन्द रखने का आग्रह किया।उसके बाद फिर से पूरे भारत में 15-April से 3-May तक लाँकडाउन बढ़ा दिया फिर इसके बाद 4 may से 17 may तक बढ़ा दिया।
लेकिन इसके बाद भी अभी कोरोना वायरस की महामारी के चलते जिस प्रकार से कोरोना संक्रमित के आँकड़े दिन पे दिन भारत देश में बढ़ते जा रहे हैं।
इन हालातों को देखकर ऐसा महसूस हो रहा है की यह लाँकडाउन इतनी जल्दी नहीं समाप्त होगा ।
मान्यवर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी आप भारतवासियों के मन में एक जगह बनाई है और हम सभी भारतवासियों के मन में आपने एक विश्वास की डोर जगाई है इसे आप टूटने मत दीजियेगा ।
मान्यवर प्रधानमंत्री जी इस लाँकडाउन के चलते आपने सभी राज्यों के गरीबों,बेसहारा और किसानों के लिए राशन, कज॔-माफ़ी ओर उनके बैंक के खातों में रुपये भिजवायें हैं। ये आपने बहुत अच्छा काम किया है।इसके लिए हम भारतवासी आपका दिल से धन्यवाद अदा करते हैं
लेकिन
मान्यवर प्रधानमंत्री जी हम मिडिल क्लास वालों की क्या गलती है जिनको इस कोरोना की महामारी के लाँकडाउन में किसी भी तरह का लाभ नहीं मिलता। क्या गलती है हमारी की हम पूरा दिन मेहनत करके अपना जो पैसा कमाते है
उससे
(1)घर का खच॔ (2)बच्चों की स्कूल फीस (3) बच्चों की ट्यूशन फीस (4)घर का लाइट बिल (5) बैंक का ब्याज (6) मकान की EMI किश्त (7)मकान का किराया (8)मकान की प्राँपर्टी ओर पानी का टैेक्स (9) बच्चों की स्कूल वेन की फीस (10)गाड़ी के लाइसेंस ओर इंश्योरेंस का खच॔ (11) परिवार के इंश्योरेंस का खच॔ (12) बच्चों के स्कूल की काँपी और किताब का खच॔ (13)इसके अलावा अन्य फुटकर खच॔ (14)दुकान का किराया (15) कर्मचारियों की तनख्वाह व उन्हें अन्य सुविधा वगैरह
मिडिल क्लास वालों के लिए सरकार की तरफ से कोई भी लाभ नहीं मिलता ऐसा क्यों, हम क्या इंसान नहीं हैं ?
मान्यवर प्रधानमंत्री जी इस कोरोना की महामारी के चलते लाँकडाउन में सबसे ज्यादा मिडिल क्लास वालों को फक॔ पड़ा है क्योंकि हमारे तो सभी खच॔ चालू है । और तो और लाँकडाउन के चलते बैंक से जिन्होंने भी किसी प्रकार का कज॔ लिया है उसमें लाँकडाउन के चलते सिर्फ किश्तों को आगे बढ़ा रहे हैं लेकिन ब्याज माफ नहीं कर रहे हैं ओर लाँकडाउन के चलते जब तक किश्त बढेगी तब तक बैंक ब्याज के उपर ब्याज वसूलेगी - ऐसा सभी बैंक ( रिजर्व बैंक सहित ) अपने ग्राहकों को बता रहे हैं ।
अब सवाल ये उठता है कि मिडिल क्लास वालों का गुजारा कैसे होगा क्योंकि दुकान खुली हो या बन्द हो, दुकान मालिक तो किराया नही छोडेंगे, दुकान में रखा हुआ सामान खराब हो चुका होगा।
मान्यवर प्रधानमंत्री जी से हम सभी मिडिल क्लास वाले अपील करते हैं की जो हमारे उपर बैंक का ब्याज, बच्चों की स्कूल फीस, घर ओर दुकान का लाइट बिल, दुकान का किराया, मकान का किराया, बिजली,पानी बिल, प्राँपर्टी ओर पानी की टेक्स, ये सभी खच॔ 6- महीने के लिए माफ किये जाय ।
हमें 17 मई या उससे अधिक समय तक भी घर में रहकर सहयोग करने में भी कोई आपत्ति नहीं, यदि सरकार यह बोझ हटा दे, सरकार यह आदेश करें ,हम पीएम मोदी के आभारी रहेंगे ।
जिस प्रकार आप किसानों को अकाल में ब्याज से मुक्ति देते हैं, यह समय हम मिडिल क्लास लिए भी अकाल ही है।
मधुसूदन सिंह
बलिया 11 मई 2020 ।। भारतीय जनता पार्टी बलिया के नेता अशोक कुमार सिंह ने पीएम मोदी व सीएम योगी को खुला पत्र भेजकर मध्यम वर्ग के सामने आ रही समस्याओं के प्रति ध्यान आकृष्ट कराते हुए सरकार से सहायता देने की मांग की है । श्री सिंह ने कहा है कि इस कोरोना महामारी में कामगारों मजदूरों के बाद अगर सबसे ज्यादे प्रभावित होने वाला समाज का कोई बड़ा वर्ग है तो वह है मध्यम वर्ग । पर अफसोस यह है कि अब तक सभी लोगो ने इस वर्ग का शोषण ही किया है ,किसी ने इनकी दयनीय हालत को सुधारने का काम नही किया है । श्री सिंह ने पीएम मोदी से कहा है कि आप जन नेता है , आप जनता की परेशानियों को समझते है , फिर अब तक मध्यम वर्ग की उपेक्षा क्यो ? इस महामारी में सबसे ज्यादे प्रभावित मध्यम वर्ग ही है ,फिर इस वर्ग की सहायता के लिये सरकारी योजनाएं अब तक क्यो नही हुई घोषित ?मध्यम वर्ग के लोग इंसान नही है क्या ? श्री सिंह का खुला पत्र उन्ही की भाषा मे ---
मान्यवर प्रधानमंत्री जी एवं सभी राज्यो के मुख्यमंत्री जी ,
पहले आपने 21-March से 14- April तक सभी राज्यों के लाँकडाउन की घोषणा की और सभी से* ऑफिस, दुकान, कारखाने बन्द रखने का आग्रह किया।उसके बाद फिर से पूरे भारत में 15-April से 3-May तक लाँकडाउन बढ़ा दिया फिर इसके बाद 4 may से 17 may तक बढ़ा दिया।
लेकिन इसके बाद भी अभी कोरोना वायरस की महामारी के चलते जिस प्रकार से कोरोना संक्रमित के आँकड़े दिन पे दिन भारत देश में बढ़ते जा रहे हैं।
इन हालातों को देखकर ऐसा महसूस हो रहा है की यह लाँकडाउन इतनी जल्दी नहीं समाप्त होगा ।
मान्यवर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी आप भारतवासियों के मन में एक जगह बनाई है और हम सभी भारतवासियों के मन में आपने एक विश्वास की डोर जगाई है इसे आप टूटने मत दीजियेगा ।
मान्यवर प्रधानमंत्री जी इस लाँकडाउन के चलते आपने सभी राज्यों के गरीबों,बेसहारा और किसानों के लिए राशन, कज॔-माफ़ी ओर उनके बैंक के खातों में रुपये भिजवायें हैं। ये आपने बहुत अच्छा काम किया है।इसके लिए हम भारतवासी आपका दिल से धन्यवाद अदा करते हैं
लेकिन
मान्यवर प्रधानमंत्री जी हम मिडिल क्लास वालों की क्या गलती है जिनको इस कोरोना की महामारी के लाँकडाउन में किसी भी तरह का लाभ नहीं मिलता। क्या गलती है हमारी की हम पूरा दिन मेहनत करके अपना जो पैसा कमाते है
उससे
(1)घर का खच॔ (2)बच्चों की स्कूल फीस (3) बच्चों की ट्यूशन फीस (4)घर का लाइट बिल (5) बैंक का ब्याज (6) मकान की EMI किश्त (7)मकान का किराया (8)मकान की प्राँपर्टी ओर पानी का टैेक्स (9) बच्चों की स्कूल वेन की फीस (10)गाड़ी के लाइसेंस ओर इंश्योरेंस का खच॔ (11) परिवार के इंश्योरेंस का खच॔ (12) बच्चों के स्कूल की काँपी और किताब का खच॔ (13)इसके अलावा अन्य फुटकर खच॔ (14)दुकान का किराया (15) कर्मचारियों की तनख्वाह व उन्हें अन्य सुविधा वगैरह
मिडिल क्लास वालों के लिए सरकार की तरफ से कोई भी लाभ नहीं मिलता ऐसा क्यों, हम क्या इंसान नहीं हैं ?
मान्यवर प्रधानमंत्री जी इस कोरोना की महामारी के चलते लाँकडाउन में सबसे ज्यादा मिडिल क्लास वालों को फक॔ पड़ा है क्योंकि हमारे तो सभी खच॔ चालू है । और तो और लाँकडाउन के चलते बैंक से जिन्होंने भी किसी प्रकार का कज॔ लिया है उसमें लाँकडाउन के चलते सिर्फ किश्तों को आगे बढ़ा रहे हैं लेकिन ब्याज माफ नहीं कर रहे हैं ओर लाँकडाउन के चलते जब तक किश्त बढेगी तब तक बैंक ब्याज के उपर ब्याज वसूलेगी - ऐसा सभी बैंक ( रिजर्व बैंक सहित ) अपने ग्राहकों को बता रहे हैं ।
अब सवाल ये उठता है कि मिडिल क्लास वालों का गुजारा कैसे होगा क्योंकि दुकान खुली हो या बन्द हो, दुकान मालिक तो किराया नही छोडेंगे, दुकान में रखा हुआ सामान खराब हो चुका होगा।
मान्यवर प्रधानमंत्री जी से हम सभी मिडिल क्लास वाले अपील करते हैं की जो हमारे उपर बैंक का ब्याज, बच्चों की स्कूल फीस, घर ओर दुकान का लाइट बिल, दुकान का किराया, मकान का किराया, बिजली,पानी बिल, प्राँपर्टी ओर पानी की टेक्स, ये सभी खच॔ 6- महीने के लिए माफ किये जाय ।
हमें 17 मई या उससे अधिक समय तक भी घर में रहकर सहयोग करने में भी कोई आपत्ति नहीं, यदि सरकार यह बोझ हटा दे, सरकार यह आदेश करें ,हम पीएम मोदी के आभारी रहेंगे ।
जिस प्रकार आप किसानों को अकाल में ब्याज से मुक्ति देते हैं, यह समय हम मिडिल क्लास लिए भी अकाल ही है।