बलिया में ये लोग गांव परिवार को बचाने के लिये बगीचा में ही बना लिया है आशियाना,कागजो पर आदेश देने वालो को दिखा रहे है सच का आईना
भीमपुरा बलिया ।। जिले के आलाधिकारियों के निर्देश का नीचे के जिम्मेदारों द्वारा कितना पालन किया जा रहा है कि हकीकत बयां करती एक तस्वीर भीमपुरा थाना क्षेत्र के कीडीहरापुर गांव में देखने को मिल रही है । जहां गांव में बाहर से आये आधा दर्जन प्रवासी श्रमिक अपने परिवार व गांव को बचाने के लिए पेड़ो के नीचे रहने को मजबूर है। इनकी माने तो इनके पास घर में एकांतवास में रहने की कोई व्यवस्था ही नहीं है। विभिन्न प्रान्तों से आये लोग रहना तो चाहते है परिषदीय विद्यालय या पंचायत भवनों में, लेकिन गांव के प्रधान जो ग्राम निगरानी समिति के पदेन अध्यक्ष है,के द्वारा जब विद्यालय या पंचायत भवन में रखने से इनकार कर दिया गया तो ये श्रमिक अपने गांव परिवार के जीवन को संकट में डालने से अच्छा अपने आप को ही कष्ट देने का निर्णय करके पेड़ो के नीचे ही अपना आशियाना बना लिया है । जबकि जिलाधिकारी बलिया ने साफ आदेशित कर रखा है कि जिनके घर मे होम क्वारन्टीन की समस्या है उनको प्राथमिक विद्यालय/पंचायत भवनों में रखा जाय और इनके खाने पीने की व्यवस्था बीडीओ करेंगे और इनको प्रति व्यक्ति/दिन 80 रुपये का भुगतान तहसील से किया जाएगा ।
बता दे कि कीडीहरापुर गांव के रतनपुर मौजा में टुनटुन चौहान, चन्द्रशेखर चौहान, श्रवण पाल, हिमांचल प्रदेश से सतीश चौहान, प्रदीप चौहान, कैलाश चौहान बम्बई से अनुज चौहान कमलेश चौहान गुजरात प्रान्त से आये हुए है। ये प्रवासी श्रमिक अपने घर से पास या खेतों में पेड़ो के नीचे चारपाई डालकर अपना आशियाना बना लिया है। मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उनके पास घर में एकांतवास की सुविधा नहीं है जिसके चलते वह प्राथमिक स्कूल में रहना चाहते थे लेकिन प्रधान से बात करने पर उन्होंने कहा कि मेरे पास ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है आप घर पर ही दूरी बनाकर रहिए। श्रमिकों ने कहा कि हमने शहरों में कोरोना से दुर्दशा की तस्वीरें देखी है और हम नहीं चाहते कि हमारे गांव गिरांव में वो बीमारी दस्तक दे। इसलिये चिलचिलाती धूप व गर्मी में भी पेड़ो के नीचे ही अशियाना बना लिया । ताकि सभी सुरक्षित रहे। किसकिस से कहने जाएंगे सभी दूसरे पर ही टालते है। भीमपुरा पुुुलिस से कहा तो प्रधान के पास भेजा और प्रधान ने.........।
प्रधान प्रतिनिधि से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि अधिकारियों से कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिला है फिर किस रुप मे उनके रहने की व्यवस्था की जाय।आये हुए श्रमिकों को घर पर ही दूरी बनाकर रहने को कहा गया है।
रिपोर्ट बृजेश सिंह