जाने कहां के भूखे कुत्तों ने छह वर्षीय बच्चे को घेरकर काटा, अस्पताल पहुंचते ही हुई मौत
जाने कहां के भूखे कुत्तों ने छह वर्षीय बच्चे को घेरकर काटा, अस्पताल पहुंचते ही हुई मौत
ए कुमारमहाराजगंज (यूपी) 3 मई 2020 ।। लॉक डाउन में खाना न मिलने से जानवर भी अब हिंसक होते जा रहे है और अब मनुष्यो पर हमला करने लगे है । महराजगंज में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां शनिवार को कुत्तों ने 6 वर्षीय मासूम को घेर कर इतना काटा कि अस्पताल पहुंचते पहुंचते उसकी मौत हो गयी । घटना के सम्बंध में बताया जा रहा है कि महराजगंज जनपद के सदर कोतवाली क्षेत्र के सिसवा मुंशी गांव में कुत्तों ने छह वर्षीय एक मासूम को बुरी तरह काट डाला जिससे उसकी मौत हो गई। यह बालक अपने ननिहाल में आया हुआ था और बाग में आम बीनने के लिए गया हुआ था।
ननिहाल में दो साल से मां के साथ रह रहा था राजन
सिसवा मुंशी निवासी महंगू की बेटी रुक्मिणी की शादी पटना जिले के मैनपुरा निवासी नीरज गुप्ता से हुई है। रुक्मिणी अपने दो पुत्रों राजन व साजन को लेकर पिछले दो वर्ष से मायके में रह रही है। शनिवार की सुबह छह वर्षीय राजन कुछ बच्चों के साथ गांव के उत्तर स्थित आम के बाग में गया था।
आम बीनने के बाद घर जा रहा था राजन...
आम बीनने के बाद वह पैदल वापस आ रहा था। इसी दौरान रास्ते में दो कुत्तों ने उसे घेर लिया और हमला कर दिया। राजन भाग नहीं पाया। जैसे ही उठता कुत्ते उसे काट लेते। भौकने के साथ कुत्तों ने उसे कई जगह काट लिया। जब वह उठ खड़ा हुआ तो एक कुत्ते ने बच्चे के गले पर हमला कर दिया।
ग्रामीण पहुंचे, कुत्तों को भगाया
बच्चे को काट रहे कुत्तों को देखते ही गांव के लोग दौड़ते हुए आए और कुत्तों को भगाया। इधर कुत्तों के काटने से राजन की हालत बिगड़ गई। ग्रामीण उक्त बच्चे को लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंचे। वहां पर डाक्टर ने जांच की। हालत खराब होते देख डाक्टर ने बच्चे को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
जिला अस्पताल पहुंचते बच्चे की मौत
जिला अस्पताल पहुंचते- पहुंचते बच्चे ने दम तोड़ दिया। कुत्तों के काटने से सिसवामुंशी गांव के लोग भयभीत हैं। उनका कहना है कि इसके पहले भी कुत्ते ग्रामसभा के कई लोगों को काट चुके हैं। कुत्ते काफी खतरनाक है। ग्रामीणों ने प्रशासन से कुत्तों को पकड़ जंगल में छोडऩे की मांग की है।
ननिहाल में मातम...
बच्चे की मौत के बाद ननिहाल में सभी लोग दहाड़ मारकर रो रहे थे। सभी लोग अपने को उसका दोषी मान रहे थे। किसी का कहना था कि जब वह आम बीनने जा रहा था, तब उसे नहीं रोका गया। यदि वह आम बीनने के लिए नहीं जाता तो ऐसी स्थिति नहीं होती।
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बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
ए कुमारमहाराजगंज (यूपी) 3 मई 2020 ।। लॉक डाउन में खाना न मिलने से जानवर भी अब हिंसक होते जा रहे है और अब मनुष्यो पर हमला करने लगे है । महराजगंज में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां शनिवार को कुत्तों ने 6 वर्षीय मासूम को घेर कर इतना काटा कि अस्पताल पहुंचते पहुंचते उसकी मौत हो गयी । घटना के सम्बंध में बताया जा रहा है कि महराजगंज जनपद के सदर कोतवाली क्षेत्र के सिसवा मुंशी गांव में कुत्तों ने छह वर्षीय एक मासूम को बुरी तरह काट डाला जिससे उसकी मौत हो गई। यह बालक अपने ननिहाल में आया हुआ था और बाग में आम बीनने के लिए गया हुआ था।
ननिहाल में दो साल से मां के साथ रह रहा था राजन
सिसवा मुंशी निवासी महंगू की बेटी रुक्मिणी की शादी पटना जिले के मैनपुरा निवासी नीरज गुप्ता से हुई है। रुक्मिणी अपने दो पुत्रों राजन व साजन को लेकर पिछले दो वर्ष से मायके में रह रही है। शनिवार की सुबह छह वर्षीय राजन कुछ बच्चों के साथ गांव के उत्तर स्थित आम के बाग में गया था।
आम बीनने के बाद घर जा रहा था राजन...
आम बीनने के बाद वह पैदल वापस आ रहा था। इसी दौरान रास्ते में दो कुत्तों ने उसे घेर लिया और हमला कर दिया। राजन भाग नहीं पाया। जैसे ही उठता कुत्ते उसे काट लेते। भौकने के साथ कुत्तों ने उसे कई जगह काट लिया। जब वह उठ खड़ा हुआ तो एक कुत्ते ने बच्चे के गले पर हमला कर दिया।
ग्रामीण पहुंचे, कुत्तों को भगाया
बच्चे को काट रहे कुत्तों को देखते ही गांव के लोग दौड़ते हुए आए और कुत्तों को भगाया। इधर कुत्तों के काटने से राजन की हालत बिगड़ गई। ग्रामीण उक्त बच्चे को लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंचे। वहां पर डाक्टर ने जांच की। हालत खराब होते देख डाक्टर ने बच्चे को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
जिला अस्पताल पहुंचते बच्चे की मौत
जिला अस्पताल पहुंचते- पहुंचते बच्चे ने दम तोड़ दिया। कुत्तों के काटने से सिसवामुंशी गांव के लोग भयभीत हैं। उनका कहना है कि इसके पहले भी कुत्ते ग्रामसभा के कई लोगों को काट चुके हैं। कुत्ते काफी खतरनाक है। ग्रामीणों ने प्रशासन से कुत्तों को पकड़ जंगल में छोडऩे की मांग की है।
ननिहाल में मातम...
बच्चे की मौत के बाद ननिहाल में सभी लोग दहाड़ मारकर रो रहे थे। सभी लोग अपने को उसका दोषी मान रहे थे। किसी का कहना था कि जब वह आम बीनने जा रहा था, तब उसे नहीं रोका गया। यदि वह आम बीनने के लिए नहीं जाता तो ऐसी स्थिति नहीं होती।
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बलिया जिला प्रशासन की लोगो से अपील
कोरोना के प्रति जागरूक करता भोजपुरी गीत
यह हिंदी गाना भी आपको कोरोना के सम्बंध में बता रहा है
डॉ विश्राम यादव वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी अपनी कविता का पाठ करते हुए
एक अपील
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निदेशक, चाइल्ड लाइन-1098