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जैव विविधता पर ही निर्भर और सुरक्षित है मानव का भविष्य - अभिनव




बलिया :  जैव विविधता का बने रहना पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी संतुलन की आधारशीला है। यदि जैव विविधता नष्ट होती है तो पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी असंतुलन भी बढ़ने लगता है और मानव का जीवन भी संकट में पड़ जाता है। उक्त बातें द्वारिका प्रसाद सिन्हा महाविद्यालय बाँसडीह के भूगोल शिक्षक अभिनव पाठक ने आज जैव विविधता दिवस के अवसर पर बलिया एक्सप्रेस के उपसंपादक डॉ सुनील कुमार ओझा  को एक भेंटवार्ता में बताया। जैव विविधता के इस  महत्व को देखते हुए ही संभवत पर्यावरण अनुरागी श्री पाठक ने श्रीराम विहार कालोनी , बलिया स्थित अपने आवास के छत पर ही 'बर्थडे गार्डेन' विकसित कर अन्य लोगों को भी जैव विविधता एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा कर रहे हैं। इस कार्य में सहयोग करते हैं उनके आठ वर्षीय सुपुत्र ईशान पाठक एवं पत्नी अमृता पाठक। वैसे  इस बर्थडे गार्डेन को बनाने का सारा श्रेय ईशान को ही जाता है, जो न केवल अपने जन्मदिन पर बल्कि अपने बाबा( डा० गणेश कुमार पाठक) , अपनी दादी,  अपने पिता एवं अपनी के जन्मदिन पर बल्कि राष्ट्रीय पर्वों एवं त्यौहारों पर तथा शादी की साल गिरह पर भी पौधा लाने एवं रोपित करने के लिए प्रेरित करता है।पौधों की देख- रेख में सभी लोग सहयोग करते हैं, किन्तु ईशान की माँ महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और ईशान अपनी दादी के साथ पौधों की देख- रेख में लगा रहता है।
        वार्ता के दौरान अभिनव पाठक ने बताया कि हम जिस परिस्थिति में हैं, उसी में रहते हुए भी जैव विविधता एवं पर्यावरण कोबचाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर सकते हैं। खासतौर से नगरों में यदि घर के आगे जगह नहीं है तो हम अपनी छत पर भी बड़े नहीं तो छोटे- छोटे पौधे गमले में ही लगाकर पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान कर सकते हैं।

रिपोर्ट डॉ सुनील कुमार ओझा