दबंगों व मिट्टी माफियाओं की मिली भगत से मनरेगा मजदूरों के पेट पर लात : जे सी बी से खुदवाया जा रहा तालाब ,ग्राम प्रधान व लेखपाल बने अनजान
सुल्तानपुर : सरकार एक तरफ जहां भूंखे और गरीब तबके के लोंगो को मनरेगा के तहत लॉक डाउन में भी रोजगार मुहैया करा रही है वही इन गरीब और असहाय लोंगो के पेट पर लात मारकर हल्का लेखपाल और दलालो की मिली भगत से अबैध ढंग से तालाब की खुदाई जे सी बी से करवा कर सिक्सलेन के ठेकेदार को देकर मोटी रकम कमाई जा रही है और सरकार की मंशा पर पानी फेराजा रहा है अब तक कई हजार घन फुट मिट्टी की हो चुकी कालाबाजारी।
मामला जयसिंहपुर क्षेत्र के बाहरपुर ग्राम पंचायत के कटका गांव का है, जहां पर जेसीबी से देंनावर तालाब की खुदाई की जा रही है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मिट्टी माफियाओं और दलालो की मिली भगत से जेसीबी से तलाब की खुदाई करवाई जा रही है और खोदी गई तालाब की मिट्टी को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए उपयोग किया जा रहा है जबकि सरकार ने मनरेगा मजदूरो से तालाब की खुदाई करवाने की गाइड लाइन जारी की है।
वही ग्राम प्रधान महंथराम से इस संबंध में जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि मैं भी तालाब की खुदवाई करा रहे लोंगो से जानकारी करने तालाब पर गया और जब पूंछा की किसकी परमीशन से आप तालाब खुदवा रहे है तो वो लोग न तो कोई परमीशन दिखा पाए और न ही काम बन्द किया। मैंने इसकी सूचना तुरंत अपने मोबाइल से उच्चाधिकारियों को कराया किन्तु सभी उदासीन ही बने रहे। उदासीनता के चलते मैंने इसकी लिखित शिकायत उपजिलाधिकारी जयसिंहपुर को रजिस्टर्ड पोस्ट से कर दी है लेकिन उनके यहां से भी निराशा हाथ लगी।
इस बावत उपजिलाधिकारी जयसिंहपुर राम अवतार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सिक्सलेन के लिए तालाब से मिट्टी निकालने के लिए हमारे यहां से इसकी परमीशन नही बनती है इसकी परमीशन जिले स्तर से बनती है हमारे यहां से ग्राम सभा के जो तालाब खुदवाने योग्य है व जो ग्राम सभा से नही खुदवाये गए ऐसे कुछ तालाबो की जो रिपोर्ट हल्का लेखपाल व प्रधान लोग जो लिस्ट देते है उसे हम संस्तुति कर जिले भेज देते है जहाँ से यह आदेश होता है कि खाली तालाब से कितनी गहरी मिट्टी निकाली जाय ।।
तालाब से मिट्टी की खुदाई करा रहे लोग किसी प्रकार की परमिशन अभी तक ग्राम प्रधान को नही दिखा रहे है व लगातार एक सप्ताह से अधिक समय से रात दिन मिट्टी की खुदाई कर रहे है ।।
डंफरो से लगातार मिट्टी की ढुलाई की वजह से गॉव का सम्पर्क मार्ग भी जर्जर होता जा रहा है जिससे सायकिल व अन्य छोटे बाहन लिंक मार्ग पर नही चल पा रहे है जिसकी वजह से ग्रामीणों में भी रोष व्याप्त हो रहा है ।
रिपोर्ट भूपेंद्र सिंह