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डीएसओ कार्यालय का गोलमाल : 2001 से अंतोदय राशन कार्डधारक का नाम काटकर 18 साल के युवक को बनाया कार्डधारक




अजय सिंह
सीतापुर : जनपद के तहसील लहरपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत मदनापुर में गरीबों के अंतोदय राशन कार्ड जो 20 वर्ष पूर्व 2001 में जारी किए गए थे जो आज तक बराबर चल रहे हैं परंतु भ्रष्ट पूर्ति निरीक्षक ने 9 राशन कार्ड अंतोदय के अपने स्तर से  खाऊ कमाऊ नीति के तहत काट दिए हैं और पैसे ले लेकर अपात्र लोगों के नाम राशन कार्ड जारी कर दिए गए हैं । जबकि नियमानुसार ग्राम सभा प्रस्ताव होने के बाद उप जिलाधिकारी की संस्तुति के बाद ही ग्रामीण इलाकों के अंत्योदय कार्डो का विलोपन किया जा सकता है । परंतु पूर्ति निरीक्षक ने सारे नियम कानूनों से परे हटकर पात्रों का नाम काटकर अपात्रों के नाम कार्ड जारी कर दिया है ।यह भी बताया जाता है कि पूर्ति निरीक्षक अपनी दबंगई के बल पर नियम विरुद्ध तरीके से गरीबों के राशन कार्ड काट दिए हैं जिसके कारण इन लोगो को राशन सामग्री नहीं मिल पा रही है जिससे ये गरीब लोग भूखे मर रहे हैं और अपात्र लोग जो पूरी तरह से संपन्न है ,सरकारी खाद्यान्न प्राप्त कर मौज मस्ती कर रहे हैं । दूसरी तरफ कार्ड से बंचित लोगों के घर में खाने को दाने नहीं है पूरा पूरा दिन गुजर जाता है ,चूहा तक नहीं जलता है । जब इस संबंध में पूर्ति निरीक्षक से वार्ता की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि हम बगैर गांव सभा प्रस्ताव के किसी अपात्र का नाम नहीं काटेंगे ,जबकि बिना प्रस्ताव के ही पात्रों का नाम काटने का कारनामा कर चुके है । वही यह भी कहा कि अगर किसी अपात्र को सामग्री मिल रही है,तो  उसे बराबर मिलती रहेगी । यदि कोई भी पात्र गरीब भूखों मर रहा है तो उसका उत्तरदायित्व मेरा नहीं है ।  भाजपा की योगी सरकार सभी को निःशुल्क अनाज मुहैया कराने में लगी हुई है कोई भी व्यक्ति भूखा ना मरे प्रयासरत है । दूसरी तरफ पूर्ति निरीक्षक गरीबों  से अनाज छीन रहे हैं ,उन्हें उनका हक नहीं दिला  रहे हैं । भाजपा की योगी सरकार के विपरीत कार्य करके भाजपा सरकार को बदनाम करने पर सप्लाई विभाग तुला हुआ है और हीला हवाली करके अपना दामन बचा रहा है ।

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क्या मां के पेट में आने से पहले ही जारी हुआ अंतोदय राशन कार्ड ?

  विकासखंड परसेंडी के अंतर्गत ग्राम पंचायत मदनापुर अंतोदय राशन कार्ड ओं का व्यापक घोटाला किया गया है जो लगभग 20 वर्ष पूर्व अंतोदय राशन कार्ड बने थे उनमें से कुछ ऐसे लाभार्थी हैं जिनकी उम्र 17 से 18 वर्ष के आसपास है । यह कृत्य पत्रों का गलत तरीके से नाम काटकर अपात्रों के नाम पूर्ति कार्यालय लहरपुर द्वारा चढ़ा दिये गए हैं जिससे पात्र व्यक्तियों को राशन सामग्री नहीं मिल पा रही है और  अपात्र व्यक्ति लाभ उठा रहे हैं । इस प्रकार का भ्रष्टाचार चरम सीमा पर सप्लाई विभाग में व्याप्त है । उदाहरण के तौर पर ग्राम पंचायत मदनापुर के धर्मेंद्र पुत्र कमलेश इनकी उम्र करीब 18 वर्ष के आसपास है इनके नाम का अंतोदय राशन कार्ड पिछले 6 माह के अंदर का बनाया हुआ बताया जा रहा है ।

बता दे कि अंतोदय राशन कार्ड 2001 में बने थे । अब सवाल यह उठ रहा है कि जब धर्मेंद्र की उम्र लगभग 18 वर्ष ही है तो जो कार्ड 2001 में जारी हुए थे , वह कार्ड इस नौजवान के नाम कैसे बन गया । जबकि धर्मेंद्र को जो राशन कार्ड जारी किया गया है ,वह खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने वाले गरीब  राजेश पुत्र रामाश्रय का अंतोदय कार्ड  था ,जिसको काटकर धर्मेंद्र बना दिया गया है ।