पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में भी भ्रष्टाचार,धांधली की चोट से दरका हेरिटेज वॉक : तीन साल पूरा होने से पहले ही धंसने लगा पथ
वाराणसी ।। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी हृदय योजना के तहत कबीरचौरा में 'हेरिटेज वॉक' को मूर्तरूप दिया गया है। इसके तहत कबीरचौरा व पिपलानी कटरा इलाके की गलियों को विकसित करने के साथ ही पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए हर वह कार्य करने का प्रस्ताव बना जिससे इस धरोहर में चार चांद लग जाए, मगर निर्माण कार्य में इस कदर धांधली हुई कि 'हेरिटेज वॉक' दरक गया। पेवर ब्लॉक और रबड़ मोल्डेड ईंट से बना यह पथ तीन साल पूरा होने से पहले ही धंसने लगा। इस कदर जर्जर हो गया है कि चार दिन पहले हुई बारिश में धंसे पथ के गड्ढे में पूरी कार समा गई। जो क्रेन से निकालनी पड़ी। इस दौरान ही घटिया सामग्री से बना सीवेज सिस्टम का चेंबर नगर निगम के ट्रैक्टर से ध्वस्त हो गया।
टिकटघर पर बिल्डर का कब्जा
पथ के किनारे लगी कई हेरिटेज लाइटें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कूड़ेदान भी लापता हो गए है । हेरिटेज वॉक के लिए बने टिकटघर पर बिल्डर का कब्जा है। ये नगर निगम के अफसरों की मिलीभगत का नतीजा बताया जाता है। वहीं, शुद्ध पेयजल के लिए वॉटर एटीएम आज तक नहीं लग सका है।
दो करोड़ 51 लाख हुए थे खर्च
इस कार्य में करीब दो करोड़ 51 लाख रुपये खर्च हुए थे, जिससे हेरिटेज वॉक योजना के लिए कबीरचौरा की 'पद्मविभूषण से पद्म' गली का चयन हुआ था। यहां संत कबीर मठ, सात पद्मविभूषण व पद्मश्री से सम्मानित कलाकारों की तपोस्थली है।
संगीत की तीनों विधा का है संगम
संगीत की तीनों विधा गायन, वादन और नृत्य का संगम है यह कबीरचौरा मोहल्ला। बनारस घराने के नाम से विश्व में प्रसिद्ध है। देश में कई घराने हैं, किंतु संगीत की तीनों विधा कहीं नहीं है। यहां के सांसद व प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर महत्वाकांक्षी योजना हृदय से 'हेरिटेज वॉक 15 दिसंबर 2016 में प्रारंभ हुआ। बिना कार्य पूर्ण हुए 30 अगस्त 2017 को पूर्णता का बोर्ड लगा दिया गया। 14 जुलाई 2018 को पीएम मोदी ने उद्घाटन किया तो भी कार्य पूर्ण नहीं हुए थे। नगर निगम की लापरवाही के कारण कार्य अब भी अधूरा ही है जिससे इसका लाभ पर्यटन को नहीं मिल सका।
राजन-साजन मिश्र ने उठाई आवाज
कार्य में धांधली देख पंडित राजन-साजन मिश्र ने उस वक्त आवाज उठाई थी। मानक के अनुरूप कार्य की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे। मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने के भरोसा देने पर धरना समाप्त किया था। हालांकि बड़ी हस्ती से किए वादे के बाद भी कार्य को मानक के अनुरूप पूर्ण नहीं किया जा सका। जांच की रिपोर्ट भी बिना सार्वजनिक किए पीएम से उद्घाटित करा दिया गया। आरोपों से घिरे नगर निगम के तत्कालीन मुख्य अभियंता पर कार्रवाई नहीं हुई। लंबे समय तक वह पद पर तैनात रहे। स्थानीय लोगों का विरोध मुखर हुआ तो चुपके से उनका स्थानांतरण कर दिया गया।
इन तपोस्थली से जुड़ा है हेरिटेज वॉक
महान संत कबीर की कर्मस्थली और ज्ञानस्थली कबीरचौरा मूलगादी मठ।
सबसे पहले तबला वादक पद्मविभूषण पं. सामता प्रसाद मिश्र उर्फ गुदई महाराज।
ठुमरी गायन के क्षेत्र में एक विशिष्ट नाम पद्म विभूषण गिरजा देवी।
तबला के जादूगर पद्म विभूषण पं. किशन महाराज।
शास्त्रीय संगीत में अलग पहचान रखने वाले पद्मभूषण पं. राजन व साजन मिश्र।
चंद्रकांता जैसे उपन्यास के लेखक देवकी नंदन खत्री
गायन के प्रवर्तक पं. बड़े रामदास।
कथक नृत्य के महान कलाकार पं. सुखदेव महराज व तीन पुत्रियां अलकनंदा, तारा और सितारा देवी।
तबला वादन में बनारस की एक अलग शैली की पहचान पं. राम सहाय।
एक नजर में योजना
शहरी विकास मंत्रालय की हृदय योजना
डेवलमेंट ऑफ हेरिटेज वॉक अराउंड कबीचौरा-पिपलानी कटरा कार्य का नाम
15 दिसंबर 2016 को कार्य प्रारंभ हुआ
ब्रजकाया कंस्ट्रक्शन के ठीकेदार ऋषि कुमार जायसवाल ने कार्य कराया
नगर निगम के मुख्य अभियंता कैलाश सिंह की निगरानी में कार्य हुआ
मार्ग विकास, नेम प्लेट, हेरिटेज विद्युत लाइट व्यवस्था, शुद्ध पेयजल एटीएम लगाने की योजना
दो करोड़ 51 लाख रुपये का बजट
तत्कालीन महापौर रामगोपाल मोहले के हाथ से हुआ कार्य प्रारंभ
बोले अपर नगर आयुक्त, जल्द होगी इंटरलॉकिंग
अपर नगर आयुक्त देवीदयाल वर्मा ने बताया कि हेरिटेज वॉक पथ के धंसने की शिकायत पर पैच वर्क कर मरम्मत कराया जा रहा है। जहां कार धंसी थी उस स्थान को पाट दिया गया है। जल्द इंटरलॉकिंग कर दी जाएगी।