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सरकारी कर्मचारियों के डीए व अन्य भत्तों को समाप्त होने के बाद अब संविदा कर्मियों पर भी गिरी कोरोना की गांज !




बलिया ।। अभी कुछ ही दिनों पहले सरकार ने वित्तीय बोझ का रोना रोकर प्रदेश के कर्मचारियों के 06 भत्ते हमेशा के लिये काट दिया था और महंगाई भत्ता भी जूलाई 2021 तक फ्रीज कर दिया है। अब महिला,बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं को 62 वर्ष पर अनिवार्य रूप सेवानिवृत्त करने का सरकार ने आदेश दिया है । पिछले 08 मई 2020 को एक आदेश जारी कर निदेशक बाल विकास एवं पुष्टाहार उत्तर प्रदेश ने प्रदेश के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जनपद के बाल विकास परियोजनाओं में कार्यरत ऐसी कार्यकत्री या सहायिका जिन्होंने 62 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है उन्हें महिला एवं बाल विकास अनुभाग-2 के पूर्व आदेश दिनांक 04 सितंबर 2012 के क्रम में सेवानिवृत्त मान कर उनका प्रभार किसी अन्य आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिकाओं को दे दिया जाए! जिसके तहत बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग जनपद बलिया मेंं 62 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले बेलहरी परियोजना के तीन कार्यकत्रियों को सेवा निवृत्त करने का फरमान जारी कर दिया गया है!इनकी सेवा निवृत्त ऐसे समय में की जा रही है जब ये कार्यकत्रियां एवं सहायिकाएं कोरोना से जंग के लिये बनी सर्विलांस टीम का अंग बन कर कोरोना महामारी के नियंत्रण व रोकथाम मेंं जी जान से जुटी हुई है । जबकि आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओं के संविदा नियुक्ति के समय सेवा निवृत्त जैसी कोई सेवा शर्तों का निर्धारण नहीं किया गया था । इस नये आदेश से प्रदेश के हजारों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं में आक्रोश है ।