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प्रधान लेखपाल दलालों का तिगड़म : प्रवासियों का निःशुल्क राशन किट को बांट दी गांव के लोगो मे,प्रवासियों ने किया प्रदर्शन





चिलकहर बलिया ।। यूपी की योगी सरकार की मंशा है कि हर प्रवासी तक निःशुल्क राशन किट पहुंच जाय, लोगो तक पहुंच भी रहा है लेकिन इसमें भी दलालों ने सेंधमारी कर दी है । जो राशन किट पहले प्रवासी श्रमिको को वितरित होना चाहिये वो ग्राम प्रधानों की गंवई राजनीति के चलते गांव के लोगो मे वितरित किये जा रहे है और प्रवासियों को विरोध करने के सिवाय कोई विकल्प नही रह जा रहा है । जी हां, यह हुआ है बलिया जनपद के चिलकहर ब्लॉक के बेलसरा गांव में जहां के प्रवासी स्थानीय चट्टी पर आकर विरोध करने लगे थे ।

शासन द्वारा भले ही प्रवासी मजदूरों को राशन सामग्री का पैकेट उपलब्ध कराने का जिम्मा लेखपाल व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को दे दिया गया है लेकिन दलालों की मिलीभगत से यह लाभ प्रवासियों को ना मिलकर  गांव में रह रहे लोगों को मिल रहा है जिसका जीता जागता उदाहरण चिलकहर विकासखंड के बेलसरा गांव में देखने को तब मिला जब सभी प्रवासी मजदूर चट्टी पर इकट्ठा होकर राशन न मिलने का विरोध करने लगे । उनसे पूछने पर उन्होंने बताया कि शनिवार के दिन लेखपाल द्वारा गांव में राशन का वितरण कराया गया लेकिन हम लोगों का नाम सूची में नहीं है जो लोग गांव पर हो रहे थे उनकी सूची में नाम है। 

  विकासखंड चिलकहर  के बेलसरा गाव मे प्रवासी मजदूर उस समय सड़क पर आ गए जब उन्हें मालूम चला कि प्रवासी मजदूरों का राशन किट शनिवार के दिन लेखपाल सहित अन्य अधिकारियों ने वितरण कर दिया है और उनका नाम ही नहीं है । उनका कहना था कि जो लोग गांव में रहने वाले हैं उन्हीं को प्रवासी बना कर राशन दे दिया गया, ऐसे में हम लोग प्रवासी होने के बावजूद भी राशन सहित अन्य सुविधाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं ।उनका कहना है कि गांव के कुछ दलाल किस्म के लोग अपने चहेते को लेखपाल से मिलकर राशन सहित अन्य सुविधाओं का लाभ दिलवा रहे हैं । यदि समय रहते हुए हम लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिला तो हम लोग चक्का जाम कर धरना देंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी लेखपाल सहित संबंधित अधिकारी की होगी ।

उधर कुरेजी में भी उस समय अफरा-तफरी का माहौल हो गया जब लेखपाल और प्रधान अपने चहेते को उस लिस्ट में प्रवासी का नाम देकर बांटने लगे , तब प्रवासियों ने इसका जमकर विरोध किया । लेखपाल राजीव रंजन ने बताया कि वहां के लोगों की मदद से हमने लिस्ट तैयार किया था लेकिन आज मालूम चला है कि कुछ गांव के निवासी लोगों का भी उस लिस्ट में नाम चल गया है और प्रवासी मजदूरों का नाम छूट गया है , लिस्ट को सुधार कर छूटे हुए प्रवासियों को सरकारी सुविधाएं प्रदान कर दी जाएगी ।
डॉ विपिन जैन(आईएएस) नोडल (कोरोना महामारी) अधिकारी बलिया से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने साफ कहा कि प्रवासी श्रमिको को जो निःशुल्क राशन किट दिया जा रहा है , अगर उसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता हुई है, तो उसकी जांच करायी जाएगी । जांच में अगर अनियमितता पायी जाती है तो सम्बंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी ।