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भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के सहयोग के बाद बीमार पत्रकार को मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने भी भिजवायी 10 हजार की आर्थिक सहायता,इलाज में भी कर रहे है सहयोग




रमेश चंद गुप्ता
दुबहड़ बलिया ।। दुसरो की खबरों को छापने वाला जब खुद खबर बनता है तो लोगो को पता चलता है कि खबरनवीस किस हाल में है । कहावत है कि जब अपने सहयोग करते है तो देश दुनिया भी सहयोग करने लगती है । कई अखबारों में अपनी लेखनी का लोहा मनवाते हुए काम करने वाले दुबहड़ क्षेत्र के वयोवृद्ध पत्रकार पशुपति सिंह की मुफलिसी व बीमार होने की खबर जब भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के जिला अध्यक्ष मधुसूदन सिंह को पता चली तो उन्होंने तत्काल अपने संगठन के सदस्यों के सहयोग से इनको 5 हजार रुपये की सहायता पहुंचायी । जिसके कारण श्री सिंह गुरुवार को प्राइवेट रूप से अपनी जांच करायी तो पता चला कि खून की कमी है । शुक्रवार को मधुसूदन सिंह ने इनको भर्ती कराने की व्यवस्था की । इसी बीच मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने भी चिकित्सको को श्री सिंह के बेहतर इलाज के लिये फोन किया और इनके कार्यकर्ता अस्पताल में सक्रियता के साथ मौजूद दिखे ।

वृद्धावस्था में बीमारी के कारण मुफलिसी का जीवन झेल रहे पूर्व जिला पंचायत सदस्य, दुबहड़ डिग्री कालेज के पूर्व अध्यक्ष व जनपद के वरिष्ठ पत्रकार पशुपति सिंह को ₹10000/= का आर्थिक सहयोग उत्तर प्रदेश सरकार के संसदीय कार्य एवं ग्राम्य विकास राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के सौजन्य से दुबहड़ भारतीय जनता पार्टी मंडल अध्यक्ष अमित कुमार दुबे के नेतृत्व में उनके आवास पर जाकर प्रदान किया गया। साथ ही राज्यमंत्री ने ने प्रधान मंडल संघ अध्यक्ष विमल पाठक, अमित कुमार दुबे एवं प्रधान घनश्याम पांडेय के द्वारा खबर भिजवाया कि अस्वस्थ पशुपति सिंह को जिस भी प्रकार की मदद की जरूरत होगी, किया जाएगा। राज्यमंत्री के आदेशानुसार मंडल अध्यक्ष श्री दुबे ने बीमार पशुपति को शुक्रवार को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया हैं। जहां उन्हें ब्लड चढ़ रहा है। जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों के कथनानुसार उनका स्वास्थ्य स्थिर है। लेकिन जांच रिपोर्ट के अनुसार स्थिति काफी चिंताजनक है। गौरतलब है कि विगत 4 माह से अस्वस्थता के कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी बदहाल हो गई है। जिस कारण उनका इलाज एवं उचित देखरेख तक नहीं हो पा रहा था। लेकिन विभिन्न अखबारों, वेब पोर्टल्स एवं सोशल मीडिया पर उनकी खबर प्रकाशित होने के बाद उनकी मदद करने के लिए बहुतेरे लोग आगे आए हैं।