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गिरफ्तारी एक ,पर अफसाने अनेक


ए कुमार
लखनऊ ।। विकास दुबे को कैसे पकड़ा? गार्ड से गृहमंत्री तक सबकी अलग है थ्योरी ,जाने किसने कहा क्या --

पूजारी से बातचीत

महाकाल मंदिर के पुजारी ने कहा कि देश में कोरोना की महामारी है, उसे खत्म करने के लिए पूजा हो रही थी. उसी समय पर यह व्यक्ति यहां आया और नियमानुसार दर्शन किए. वह संदिग्ध स्थिति में लगा. इसके बाद हमें और मंदिर के कर्मचारी सहित सभी को लगा कि यह हो न हो विकास दुबे हो सकता है. इसके बाद मंदिर के निर्गम द्वार और मुख्य द्वार के बीच में पुलिस और गार्ड ने उसे पकड़ा. कोरोना के चलते बैरिकेट से ही दर्शन की व्यवस्था है. ऐसे में ये वहीं से दर्शन करके निकला था, तभी पकड़ा गया.

कर्मचारी से बातचीत

मंदिर के एक कर्मचारी ने बताया कि मंदिर में एक महाशय आए और उनके पास एक बैग था. उन्होंने पूछा कि बैग कहां रखूं अपना. इस पर मैंने कहा कि जहां आपने जूते रखे हैं उसके ऊपर अपना बैग रख दो. इसके बाद वो फिर दर्शन करने के लिए चले गए. मंदिर में जाने पर गार्ड ने देखा तो लगा कि ये विकास दुबे है. वो पैर से थोड़ा लचककर और लंगड़ाकर चल रहा था. इसके बाद जब वो दर्शन कर बाहर निकला तो पूछताछ की लेकिन वो गोलमोल करके जवाब देता रहा फिर उसे पुलिस चौकी लाए. यहां उसने खुद को विकास दुबे बताया. वो चिल्लाते हुए कह रहा था कि मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला.

सुरक्षा गार्ड का बयान

मंदिर के सुरक्षा गार्ड ने कहा कि मंदिर के अंदर जब वो आया तो हमें संदिग्ध लगा. हमें ऐसा लगा कि ये विकास दुबे है, जिसने 8 पुलिस वालों की हत्या की है. इसके बाद हमने सीसीटीवी के माध्यम से काफी देखा और फिर और दो घंटे उसे हम लोगों ने कस्टडी में रखा और फिर हमारे सीनियर अधिकारियों ने उसे पुलिस को दे दिया
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डीएम से पूछताछ

उज्जैन के डीएम आशीष सिंह ने बात करते हुए दावा किया कि विकास दुबे को गिरफ्तार किया गया है. डीएम ने कहा कि सुबह 7.30 और 8 बजे के बीच एक संदिग्ध शख्स को महाकाल मंदिर परिसर में देखा गया. मंदिर दर्शन को लेकर उसने एक दुकानदार सुरेश से जानकारी ली थी और पूजा का सामान भी खरीदा. सामान खरीदते समय जैसे ही विकास ने मॉस्क उतारा तो दुकानदार को कुछ शक हुआ.

डीएम ने कहा कि इसके बाद दुकानदार ने गार्ड को बताया. इसके बाद गार्ड ने भी उसकी शिनाख्त की, फिर उसे पकड़ लिया. बाद में स्थानीय पुलिस ने विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, इसके बाद पुलिस जब विकास दुबे को गाड़ी में ले जा रही थी तब वह खुद ही जोर-जोर से कहने लगा, 'मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला. इन्होंने हमें पकड़ लिया है. इस पर पुलिस ने कहा चुप आवाज नहीं.

उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा विकास दुबे की महाकाल मंदिर से गिरफ्तार होने की सूचना प्राप्त हुई है. उसकी गिरफ्तारी कैसे हुई है और किन परिस्थितियों में हुई है. इस संबंध में मध्य प्रदेश पुलिस के द्वारा बयान जारी किया जाएगा, जहां तक हमारे केस के संबंध में बात है तो वह सबको पता है कि दो जुलाई की रात जघन्य घटना को विकास ने ही अंजाम दिया था. इस पर राज्य सरकार द्वारा पांच लाख का इनाम घोषित है. न्यायिक व्यवस्था के तहत उसे लाने की जो प्रक्रिया होगी, उसे हम अमल में लाएंगे और उसे कानून के हवाले करेंगे.