ए कुमार
वाराणसी : मोदी जी के संसदीय क्षेत्र बनारस में आम आदमी तो आम आदमी लेकिन अब सुरक्षित नहीं है पत्रकार। एक तरफ पत्रकारों के हित में बड़े-बड़े वादे / बड़ी-बड़ी बातें करके उनको लोभन दिया जा रहा है और दूसरी तरफ पत्रकारों के साथ प्रशासन का कोई अच्छा व्यवहार नहीं देखने को मिल रहा है! वाराणसी।भदैनी की रहने वाली महिला वरिष्ठ पत्रकार सुमन द्विवेदी जी जोकि आज अखबार मैं उप संपादक के पद पर कार्यरत है। वह समाचार पत्र जो अंग्रेजों की लड़ाई के समय से अपनी छाप बनाए हुए चला आ रहा है! उस अखबार की वरिष्ठ पत्रकार सुमन द्विवेदी जी लगातार थानों के चक्कर लगा रही हैं। वरिष्ठ महिला पत्रकार पर भारी पड़ा दबंग भू माफिया।। सुमन द्विवेदी वरिष्ठ पत्रकार अपनी 80 साल की बूढ़ी बीमार मां के साथ अकेले रहती चली आ रही हैंl पर दुनिया भर में आई कोरोना महामारी जो एक काल बनकर आई और इस काल ने सीधे उनका का आशियाना ही भू माफियाओं द्वारा छीन लिया गया । सुमन द्विवेदी और उनकी 80 वर्षीय बूढ़ी बीमार मां पर भू माफियाओं द्वार दबंग भू माफियाओं के सांठ -गांठ से सुमन द्विवेदी जी के मकान मैंअप्रैल के पूर्ण लॉकडाउन के चलते दबंगों ने ताला बंद कर कब्जा कर लिया। इसकी शिकायत एसएसपी साहब से लेकर थाना भेलूपुरा पर लगातार अधिकारियों के चक्करक अप्रैल से अब तक सिर्फ लगा रही हैं पर आश्वासन के अलावा कुछ ना मिला मकान के दस्तावेज के अनुसार अपने ही मकान को हासिल करने में 45 वर्षी वरिष्ठ पत्रकार सुमन द्विवेदी जी अपनी बीमार मां को लेकर धर धर की ठोकर खा रही हैं l. जहां एक तरफ यूपी सरकार और केंद्र सरकार पत्रकारों के हित के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं ला रहे हैं। पर माननीय प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र में ही पत्रकारों के साथ लगातार उत्पीड़न हो रहे हैं उसका जीता जागता मिसाल वरिष्ठ पत्रकार सुमन द्विवेदी जी हैं। कलम की लड़ाई पर भारी पड़ रहा है ।।दबंग भू माफियाओं का आतंक। अब देखना यह है। इस इंसाफ की लड़ाई में जीत किसकी होती है।