मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन, पीएम मोदी सीएम योगी व पूर्व सीएम मायावती ने किया शोक व्यक्त
ए कुमार
लखनऊ ।। मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया। इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और उनके बेटे आशुतोष टंडन ने ट्विटर पर एक पोस्ट के माध्यम से साझा की। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- बाबूजी नहीं रहे। लालजी बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज लखनऊ में चल रहा था।देर रात लालजी टंडन की हालत फिर बिगड़ गई थी। उन्हें गंभीर हालत में वेंटिलेटर पर रखा गया था। इसकी जानकारी लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने दी थी उन्होंने कहा था कि आज उनकी तबीयत ज्यादा गंभीर है। उन्हें फुल सपोर्ट पर रखा गया है।
पीएम मोदी ने लालजी टंडन के निधन पर जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन के मंगलवार को निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उन्हें समाज की सेवा के लिए किए गए अथक प्रयासों के लिए सदा याद किया जाएगा।
टंडन का लखनऊ के एक अस्पताल में मंगलवार सुबह निधन हो गया। उन्हें अस्पताल में पिछले महीने भर्ती कराया गया था।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ श्री लाल जी टंडन को समाज की सेवा के लिए किए गए उनके अथक प्रयासों के लिए याद किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूत करने में उनकी एक अहम भूमिका थी।’’ मोदी ने कहा कि टंडन ने एक प्रभावी प्रशासक के रूप में अपनी पहचान बनाई और जन कल्याण को हमेशा महत्व दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि टंडन संवैधानिक मामलों के अच्छे जानकार थे। मोदी ने कहा कि दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के साथ उनके करीबी संबंध थे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उनके निधन से दुखी हूं। इस शोकाकुल घड़ी में श्री टंडन के परिवार और शुभचिंतकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। ओम शांति ।’’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने और डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने भी लालजी टंडन के निधन पर शोक जताया है । बहुजन समाजवादी पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी लालजी टंडन के निधन पर उनके परिवार के लिए संवेदना प्रकट की है ।
भाजपा के बड़े नेता
लखनऊ में 1935 में जन्मे लालजी टंडन भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ राजनेता थे. दो बार उत्तर प्रदेश में विधान परिषद का सदस्य रहने के बाद वो 1996 से 2009 के बीच तीन बार उत्तर प्रदेश से ही विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए.
वे उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह की सरकार और मायावती की बीएसपी-बीजेपी गठबंधन सरकार में मंत्री रहे. वे 2003 से 2007 तक उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विपक्ष भी रहे. तब प्रदेश में समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह यादव की सरकार थी.
2009 में वे लखनऊ से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए. ये सीट इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सीट थी जहाँ से वे लगातार चार बार सांसद रहे । 2018 में उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाया गया था. इसके अगले साल वो मध्य प्रदेश के राज्यपाल बनाए गए.
11 जून को हुए थे अस्पताल में भर्ती
लालजी टंडन को 11 जून को सांस लेने में दिक्कत, बुखार और पेशाब में परेशानी की वजह से लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।उनकी हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही थी। इस कारण उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्यप्रदेश का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था।
किडनी और लिवर में थी दिक्कत
मध्यप्रदेश के राज्यपाल का 13 जून को ऑपरेशन किया गया था। हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था वे बीच में दो दिन बाई-पैप मशीन पर भी रहे। मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. कपूर के अनुसार, लालजी टंडन के किडनी फंक्शन में दिक्कत थी। ऐसे में उनकी डायलिसिस करनी पड़ रही थी। अब उनके लिवर फंक्शन में भी दिक्कत शुरू हो गई थी।