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‘ई-संजीवनी’ ओपीडी एप से अब घर बैठे मिलेगा चिकित्सीय परामर्श, लम्बी कतार से मिलेगी मुक्ति


बलिया ।। वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान लोगों को अस्पताल के चक्कर न लगाने पड़ें इसको ध्यान में रखते हुए घर बैठे चिकित्सीय परामर्श सेवा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा टेली मेडिसिन ‘ई-संजीवनी’ ओपीडी एप्लीकेशन सेवा शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि जन समुदाय को घर पर ही सुलभता और सरलता से स्वास्थ्य परामर्श प्राप्त हो सके। यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरिनन्दन प्रसाद ने दी।
डॉ हरिनन्दन प्रसाद ने बताया कि इस संबंध में शासन की ओर से दिशा निर्देश दिये गए हैं जिसमें कहा गया है कि टेलीमेडिसिन ई-संजीवनी के माध्यम से ओपीडी की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जनपद स्तरीय चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात ऐसे चिकित्सकों को नामित किया जाए जो अपना समय प्रदान कर सकें तथा उनके पास कंप्यूटर की सुविधा हो। मरीज व तीमारदार स्मार्टफोन से इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। उन्होने कहा कि जिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है, उनके लिए उपकेंद्र स्तरीय हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर पर कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर व एएनएम के द्वारा टेबलेट का उपयोग कर ई-संजीवनी की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के कारण जरूरतमंद लोग व मरीज अस्पताल जाने से कतरा रहे हैं। ऐसे में सरकार द्वारा तैयार किए गए ई-संजीवनी एप्लीकेशन के जरिए ओपीडी सेवा प्रदान करने का फैसला लिया गया है। इस एप के माध्यम से मरीज घर बैठे ही चिकित्सकों से परामर्श ले सकते हैं।
जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक पुष्पेंद्र सिंह शाक्य ने बताया कि ई-संजीवनी ओपीडी एप के माध्यम से सोमवार से शनिवार सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है। वेब पोर्टल पर जाकर संजीवनी डॉट इन टाइप करना है। इसके बाद रजिस्ट्रेशन पर क्लिक किया जाएगा जहां मरीज को अपनी जानकारी और मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा जिसे सुरक्षित करना होगा। इसके बाद वेब पोर्टल पर ही संजीवनी वेबसाइट पर मरीज अपने मोबाइल नंबर और पासवर्ड में उसे मिले टोकन नंबर को डालकर लॉग इन करना होगा तत्पश्चात उसे डॉक्टर से परामर्श लेना होगा। इस प्रक्रिया को कोई भी आसानी से कर सकता है।