मानवता को शर्मसार करती अस्पताल से खबर
देवरिया ।।
खबर यूपी के देवरिया जिले की बताई जा रही है
संवेदना को झकझोर देने वाला वीडियो,
तस्वीरें देख आपकी आंखें नम हो जाएंगी,
एक बार फिर सोचने पर मजबूर होंगे कि देश की स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल है,
यूपी के देवरिया की है। आरोप हैं कि जहां रिश्वत ना देने पर एक तीमारदार को खुद स्ट्रेचर खींचने पर मजबूर होना पड़ा,
डीएम देवरिया अमित किशोर ने इस मामले की जांच के लिए की टीम गठित की एसडीएम स्तर पर होगी जांच।
पहली बात जो सामने आई है उसमें जिस दिन की वीडियो है वहा पर कर्मचारीगण हड़ताल पर थे।लेकिन मामले की होगी जांच।
क्या है पूरी कहानी
कोरोना काल में आत्म निर्भरता दिखाता 6 साल का बच्चा
कुलदीपक पाठक
देवरिया। बाबू मोहन सिंह जिला अस्पताल देवरिया का सच कोरोना काल में आत्म निर्भरता दिखाते
एक बच्चे की वीडियो खूब वायरल होकर देवरिया के स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल रही है ।
जी हां,यह मासूम बच्चा जिसके नाना का पैर और हाथ फैक्चर हो गया है और प्लास्टर के बाद सर्जिकल वार्ड में बेड पर ले जाने के लिए कोई स्वास्थ कर्मी ले जाने को तैयार नहीं है,थक हार कर नन्हे बच्चे की मां स्ट्रेचर पर पड़े पिता को जब खिंचना शुरू किया तो मां के सहयोग में नन्हा बच्चा भी जुट गया और धक्का लगाना शुरू कर दिया। ये बच्चा, जहा प्लास्टर रूम से वार्ड में ले जाते वक्त अपने माँ के साथ स्टेचर को धक्का देता है तो वह इसके साथ ही देवरिया के स्वास्थ विभाग की ,जो अपनी पीठ थपथपाने का काम करता है कि अस्पताल की व्यवस्था ठीक है ,उसकी पोल खोलते नजर आ रहा। सरकार चाहे कितने जतन करें लापरवाह कर्मचारी सरकार के व्यस्था में बट्टा लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं जिसका जीता जागता नमूना देवरिया के जिला अस्पताल मे दिख रहा है ।
आपको बता दें कि
जनपद के बरहज क्षेत्र के गौरा गांव निवासी छेदी यादव पिछले दिनों मारपीट की एक घटना में घायल हो गए थे। उन्हें देवरिया जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती कराया गया। छेदी यादव की बेटी बिन्दू ने बताया कि तीन-चार दिन से वह अपने पिता के साथ जिला अस्पताल में हैं। यहां उन्हें ड्रेसिंग के लिए बीच-बीच में ड्रेसिंग रूम में ले जाना पड़ता है। कोई सहयोग के लिए नहीं मिलता तब अपने छह साल के बच्चे शिवम के मदद से पिता को ड्रेसिंग रूम तक ले गई। इस सम्बन्ध में पूंछे जाने पर कोई जिम्मेदार अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।