10 अगस्त से 10 सितंबर तक चलने वाले बाल स्वास्थ्य पोषण माह की सभी तैयारियां पूरी,4.07 लाख नौनिहालों को दी जाएगी विटामिन-ए की खुराक
बलिया ।। नौनिहालों को कुपोषण से मुक्त रखने के लिए 10 अगस्त से शुरू होने वाले बाल स्वास्थ्य पोषण माह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। यह जानकारी जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके मिश्रा ने दी। उन्होंने बताया कि यह अभियान 10 सितंबर तक चलाया जायेगा जिसमें नौ माह से पाँच वर्ष तक के करीब 4.07 लाख बच्चों को प्रति सप्ताह दो चरणों में विटामिन-ए की खुराक पिलायी जायेगी। इसके लिए 1,155 स्वास्थ्य कर्मचारियों की टीम बनाई गयी है।
डॉ मिश्रा ने बताया कि माह भर चलने वाले इस विशेष अभियान में बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाने के साथ ही उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए आवश्यक टीके भी लगाए जायेंगे। अभियान के दौरान कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया जाएगा। ग्रामीण महिलाओं को अभियान से जुड़ी महिला कार्यकर्ता दैनिक जीवन में आयोडीन के प्रयोग की उपयोगिता से परिचित कराएगी। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डबल्यूएचओ) के निर्देश पर देश को कुपोषण मुक्त करने के लिए इस विशेष अभियान के लिए 385 एएनएम, 385 आशा एवं 385 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रति सप्ताह में दो बार बुधवार और शनिवार को विटामिन-ए की खुराक दिया जायेगा। इस अभियान में खुराक पिलाने के साथ ही बच्चों को जीवन रक्षक टीके भी लगाए जायेंगे।
डॉ मिश्रा ने बताया कि अभियान में 4.07 लाख बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाकर उन्हें स्वास्थ्य जीवन की मुख्य धारा से जोड़ा जायेगा। जनपद में नौ माह से 12 माह तक के बच्चों की संख्या लगभग 23,826 है, एक वर्ष से दो वर्ष तक के बच्चों की संख्या 1.02 लाख है जबकि दो से पाँच वर्ष तक के बच्चों की संख्या 2.81 लाख है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है –
• नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों में विटामिन ए को बढ़ावा देना,
• सभी कुपोषित बच्चों का पुनः वजन, प्रबंधन व संदर्भन करना,
• नियमित टीकाकरण के दौरान लक्षित बच्चों के साथ आंशिक रूप से प्रतिरक्षित बच्चों को प्रतिरक्षण करते हुये शत-प्रतिशत टीकाकरण करना।
• बाल्य रोगों की रोकथाम करते हुये स्तनपान, व ऊपरी आहार, को बढ़ावा देते हुये कुपोषण से बचाव करना,
• आयोडीन युक्त नमक के प्रयोग को बढ़ावा देना।