छात्रों के अभिभावकों,स्ववित्तपोषित विद्यालय के प्रबन्धक और प्रधानाचार्यो के आर्थिक स्थिति खराब,सीएम को टीएन मिश्र ने भेजा पत्र
अभियेश मिश्र
बेल्थरारोड ( बलिया ) ।। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते छात्रों के अभिभावकों ,स्ववित्तपोषित विद्यालय के प्रबन्धक और प्रधानाचार्यो के आर्थिक स्थिति खराब होने को लेकर समाजिक कार्यकर्ता एवं विवेकानन्द शिक्षण संस्थान सेमरी बलिया के प्रबन्धक डॉ0 टीएन मिश्रा ने प्रदेश मुख्यमंत्री और माध्यमिक शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का को पत्र भेजकर ध्यान आकृष्ट कराया है। भेजे गए पत्र में उल्लेख किया है कि विगत वर्ष कक्षा 9 एवं 11 के छात्रों का रजिस्ट्रेशन शुल्क 20 रूपए से बढ़ाकर 50 रूपए कर दिया गया और परीक्षा शुल्क कक्षा 10 का प्रति छात्र 80.75 रूपए से बढ़ाकर 500.75 रूपए प्रति छात्र एवं इण्टरमीडीएट का 90.75 रूपए प्रति छात्र से बढ़ाकर 600.75 रूपए कर दिया गया । उस समय परिस्थितियां सामान्य थी इसलिए बढ़ी शुल्क को छात्रों ने विद्यालयों पर जमा कर दिया और यदि छात्रों ने जमा नहीं भी किया तो माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य बन्धुओं ने बढ़ी शुल्क को जमा कर दिया । पूरे प्रदेश स्तर पर किसी प्रकार का कोई प्रतिरोध नहीं किया गया। किंतु माननीय मुख्यमंत्री जी एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री जी एक तरफ पूरे देश में निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का ढिंढोरा पीटा जा रहा है और एकाएक कक्षा 10 का परीक्षा शुल्क 80-81रूपये और इण्टरमीडीएट का परीक्षा शुल्क 90-91 रुपए से बढ़ाकर ₹500 एवं 600/रूपए कर देना कहां तक उचित प्रतीत होता है । दूसरे तौर पर अभी इस समय कोरोना वैश्विक महामारी के कारण छात्रों एवं अभिभावकों के सम्मुख प्रवेश एवं प्रवेश शुल्क की विशेष समस्या है। इस कोरोना काल के चाल से सभी लोग अपने घरों में सिमटे हुए हैं। सबको अपने जान बचाने की पड़ी है। सभी छात्र /छात्राएं एवं अभिभावक विद्यालयों पर जाने में असमर्थ हैं । ऐसी स्थिति में हाई स्कूल एवं इण्टरमीडीएट के छात्रों के प्रवेश की अंतिम तिथि 5 अगस्त 2020 तक निर्धारित किया जाना उचित नहीं है । माननीय यशस्वी मुख्यमंत्री जी एवं माननीय मंत्री जी माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश का मैं ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं कि इस वर्ष कोरोनावायरस महामारी के कारण छात्र,छात्राओं, अभिभावकों,प्रबंधक,स्व वित्तपोषित विद्यालयों में विशेषकर प्रधानाचार्य के सामने शुल्क जमा करने की विकट समस्या है और अभी विद्यालयों में छात्रों के प्रवेश की संख्या भी बहुत कम है । अतः आप से सादर अनुरोध है कि निर्धारित तिथि को आगे विस्तरित करते हुए कक्षा 10 एवं कक्षा 12 के छात्रों की परीक्षा शुल्क माफ करने की कृपा करें जिससे आम नागरिक,गरीब,असहाय, छात्र-छात्राओं का कल्याण हो सके और निश्चित तौर पर गरीबों की मदद हेतु आपका यह कार्य अति सम्मान के योग्य होगा और आम जनमानस को बहुत बड़ी राहत मिलेगी ।