बारिश व बाढ़ से फसल बर्बाद : किसानों ने मुआवजे के लिये सरकार से लगायी गुहार
राजीव शंकर चतुर्वेदी
हल्दी बलिया ।। पिछले साल लगातार बारिश व बाढ़ की त्रासदी की मार से अभी उबर नहीं पाए थे कि इस साल भी लगातार हो रही बारिश से किसानों की कमर टूट गई। बारिश के कारण विभिन्न इलाको में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गई है। जिससे मक्का, धान , मिर्ची, टमाटर की फसल डूबने से किसानों के चेहरों पर भविष्य की चिंता की लकीरें साफ तौर पर दिखने लगी,सताने लगी है। एन एच से लगायात दर्जनों गांव के खेत पुरास चंदवक सोनवानी पिंडारी नीरू पुर बसुधरपार कृपालपुर कठहि बिगही समरथपाह, बेलहरी आदि अत्यधिक प्रभावित है। हजारों एकड़ में मक्का, धान व लाल मिर्च की फसल बर्बाद हो चुकी है ।यही नहीं अब तो किसानों के सामने पशुओं के चारा का भी संकट गहराता जा रहा है इससे किसान परेशान है। करीब एक पखवारे भर से हो रही बारिश के कारण खेतों में 3 से 4 फिट पानी लग गया है। किसानों द्वारा लगाए गए मिर्ची के बीज तो बरसात होने के साथ ही पूरी तरह से लगातार हो रहे बारिश के कारण बर्बाद हो गए। क्षेत्र के अधिकतर गांव के किसानों की फसल जलमग्न हो गई है। जिस खेत में बुआई हो गई थी उसके तो फसल बर्बाद हो गए और जिसमे बुआई नहीं हुआ था उसमें जलजमाव के कारण कुछ नहीं कर सकते। ऐसी स्थिति में किसानों ने शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मदद की गुहार लगाई । एक तो कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से पूरी दुनिया की अर्थ व्यवस्था चरमरा सी गई है वहीं बारिश से फसल की बर्बादी ने किसानों को बहुत नुकसान हुआ हैं। क्षेत्रीय किसानों ने शासन व प्रशासन से मुवावजे की मांग की है जिससे किसानों के परिवारों का भरण पोषण हो सके।