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सूत्रों से बड़ी खबर : अब अंगूठा छाप नही बन पाएंगे प्रधान जी,दो से अधिक बच्चो वाले भी होंगे अयोग्य


संतोष कुमार शर्मा
लखनऊ: यूपी पंचायत चुनाव से जुड़ी सबसे बड़ी खबर आ रही है । सूत्रों से मिली खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों से सम्बंधित महत्वपूर्ण बदलाव करने की तैयारी में है । इस बदलाव से एक तरफ सरकार जहां जनसंख्या को नियंत्रित करने का प्रयास करने की तैयारी में है तो दूसरी तरफ शिक्षा को भी बढ़ाने के प्रयास में दिख रही है ।
   खबरों के अनुसार पंचायत चुनाव में पुरुष व महिला उम्मीदवारों के शैक्षिक योग्यता को सरकार निर्धारित करने जा रही है । या यूं कहें कि अंगूठा छाप प्रधानों के युग को समाप्त करने जा रही है । इससे एक बड़ा संदेश जा सकता है क्योंकि जिस गांव का मुखिया ही अंगूठा छाप होगा वह गांव में शिक्षा के स्तर को क्या ठीक कर पायेगा , जबकि पढ़े लिखे प्रधान को जहां कागजातों में फंसाना आसान नही होगा, वही वह गांव में शिक्षा के उन्नयन में महत्वपूर्ण योगदान देगा । साथ ही अबकी बार उम्मीदवारों को संतानों के आधार पर भी अयोग्य करने का प्राविधान किया जा रहा है । जिस व्यक्ति के 2 से अधिक बच्चे होंगे वह पंचायत चुनाव में उम्मीदवार नही हो सकता है । लेकिन ऐसे में अविवाहित लड़के लड़कियों को लोग उम्मीदवार बनाने लगेगे ,इसपर रोक के लिये न्यूनतम उम्र में भी बदलाव अति आवश्यक हो जाएगा ।
   जिस बदलाव की खबर है उसके अनुसार ग्राम प्रधान के लिये महिला उम्मीदवारों और आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिये कक्षा 8वी पास होना अनिवार्य किया जा रहा है । वही जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत में उम्मीदवारी के लिये इन लोगो को 10 वी कक्षा पास होना अनिवार्य होगा ।
 वही सामान्य वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों को 12 वी कक्षा पास होना अनिवार्य किया जा रहा है । बता दे कि कोरोना संक्रमण के चलते तय समय मे सरकार तैयारियों को अमली जामा नही पहना सकी है, इस लिये चुनाव टल सकता है । इसी का फायदा उठाकर सरकार पंचायतीराज एक्ट में संशोधन के लिए प्रस्ताव ला सकती है । सूत्रों के अनुसार जो पंचायत चुनाव दिसंबर 2020 में होने वाले थे , उनके अप्रैल 2021 में होने की संभावना है ।