अपनी स्थिति पर खुद आँसू बहाता सोनवानी विद्युत उपकेन्द्र
राजीव शंकर चतुर्वेदी
हल्दी बलिया ।। घर घर में रोशनी का दीप जलाने वाला विभाग खुद ही अंधेरे में रहने को मजबूर है । जी हां सैकड़ों घर नहीं सैकड़ों गावों में बिजली देने वाला बेलहरी विकास खंड बलिया के सोनवानी विद्युत उपकेंद्र आज जर्जर भवन में चल रहा है, जहां लगता है कि किसी बड़े हादसे के लिए आला अधिकारी इंतजार में है। उपकेंद्र में रखी मशीनो को तिरपाल के सहारे ढक कर बरसात के दिनों में किसी तरह से काम चलाया जा रहा है। कर्मचरियों के रहने के लिए आवास है जरूर पर जो वर्षों पूर्व निर्मित हुए है और आज हालात यह है कि यहां कर्मचारी नही जीव जंतुओं का बसेरा हो गया है। आवास के साथ साथ सारे मशीनी उपकरण तक पुराने हो चुके हैं जिसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है। बूढ़ा हो चला यह उपकेंद्र सप्लाई न देने में भी पीछे नहीं । किसी दिन 6 घंटे की भी लगातार बिजली नहीं मिलती दिन हो या रात न जाने कितनी बार ट्रीप करती है। कभी शट डाउन , कभी सप्लाई नहीं, तो कभी तार टूट गया । कोई ऐसा दिन नहीं जिस दिन कोई खराबी नहीं हो। सबसे बड़ी बात इस उपकेंद्र के पास ही बेलहरी ब्लाक और सोनवानी सामुदायिक केंद्र भी स्थित है । एक तरफ बच्चों के आन लाइन की पढ़ाई तो दूसरी तरफ क्षेत्रीय शिक्षको को ऑन लाइन पढ़ाने में बिजली की आँख मिचौली सरकार के मंसूबों पर पानी फेरती नजर आ रही है। आलम यह है कि जैसे ही बिजली कटी , क्षेत्र में लगे जिओ ,वोडा , एयरटेल के टावर हाँफने लगते है और नेट को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ने लगती है।बच्चों से लेकर अभिभावकों तक परेशान हो जाते है। काल ड्राप की शिकायते बढ़ गई हैं । सरकार जहां डिजिटल इंडिया, कैशलेस, इंटरनेट के प्रति जागरूक कर रही हैं वहीं बिजली नहीं होने के कारण बच्चो की पढ़ाई से लेकर अन्य सरकारी व जरूरत मंदो के कार्य पूरी तरह से अवरुद्ध हो जा रहा हैं। जिसका खामियाजा क्षेत्रीय जनता को उठाना पड़ रहा हैं। क्षेत्रीय जनता ने शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।