कोरोना वॉरियर्स ने बढ़ाई महामारी में रेलवे की शान ,इनको सलाम: प्रवीण कुमार
वाराणसी ।। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल पर 74 वाँ स्वतंत्रता दिवस समारोह सीमित रूप में मनाया गया । इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा)श्री प्रवीण कुमार ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय,लहरतारा के प्रांगण में आयोजित समारोह में ध्वजारोहण किया । समारोह में रेलवे सुरक्षा बल , सेंट जान्स एम्बुलेंस , मंडल कला समिति तथा पूर्वोत्तर रेलवे भारत स्काउट एण्ड गाइड जिला संघ की टुकड़ियों ने भाग लिया । इस अवसर पर सीमित संख्या में मंडल महिला कल्याण संगठन की कार्यकारिणी की सदस्याएं , शाखाधिकारी तथा मंडल कार्यालय के कर्मचारी गण उपस्थित थे ।
परेड की सलामी के पश्चात अपर मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज से 73 वर्ष पूर्व हमारा देश स्वतंत्र हुआ तथा हमें अंग्रेजी दासता से मुक्ति मिली थी। इस पावन पर्व पर देश की स्वतंत्रता हेतु अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले देश भक्तों को हम नमन करते हैं ।
आज जब संपूर्ण विश्व कोविड-19 वैश्विक महामारी से जूझ रहा है तो हमारा देश भी इस महामारी से बुरी तरह से प्रभावित है। इस महामारी से उत्पन्न चुनौतियों से भारतीय रेल डटकर मुकाबला कर रही है। वाराणसी मंडल के उन समस्त कोरोना-योद्धओं को सलाम करता हूँ ,जिन्होनें कोरोना-काल में कोरोना से निपटने की तैयारियों, जरुरतमंदों को भोजन/राशन मुहैया कराने, रेल परिचालन तथा रेल परिसम्पत्तियों के रख-रखाव में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, विशेष रुप से रेलवे चिकित्सक, पैरा-मेडिकल स्टाफ एवं सफाई कर्मी बधाई के पात्र हैं।
हमारे रेलकर्मी, रेल परिवार का महत्वपूर्ण स्तम्भ हैं। इनका कोविड-19 महामारी से बचाव अत्यंत ही जरुरी है। इसी के मद्देनजर लाकडाउन अवधि में कर्मचारी संपर्क प्रोग्राम के अंतर्गत मोबाइल द्वारा उनके एवं उनके परिवार का कुशलक्षेम पूछा गया। उन्हें आरोग्यसेतु ऐप डाउनलोड करने हेतु प्रेरित किया गया। तकरीबन 22,500 काॅटन फेस मास्क महिला कल्याण संगठन, समाडि एवं चिकित्सा विभाग द्वारा स्थानीय स्तर पर निर्माण कर रेलकर्मियों को बांटा गया। फील्ड स्तर पर लोको कैब, रनिंग रुम, स्टेशन पैनल, ट्रैक मशीन, टावर वैगन इत्यादि का 01% हाईपोक्लोराइट साल्यूशन द्वारा सैनिटाजेशन किया जा रहा है एवं रेलकर्मियों को हैंड सैनिटाइजर भी वितरित किया जा रहा है। रेल बंधुओं को अपने कार्यस्थल पर दो गज की दूरी एवं मास्क लगाने हेतु लगातार प्रेरित किया जा रहा है।
मानव सेवा के अंतर्गत लाकडाउन अवधि में रेसुब, वाणिज्य, परिचालन, समाडि एवं महिला कल्याण संगठन ने अपना सहयोग दिया और जरुरतमंदों एवं रेल कार्य में हमारे भागीदार मजदूरों के बीच लगभग(16000) सोलह हजार फ्री मील एवं राशन बांटा गया।
भारतीय रेल ने भारत सरकार की प्रवासी श्रमिकों को अपने घर पहुँचने की मुहिम में भागीदारी निभायी जिसके अंतर्गत 01मई,20 से देश के विभिन्न राज्यों से वाराणसी मंडल के 09 मुख्य स्टेशनों के लिये 381 स्पेशल गाड़ियाँ चलायी गयीं जिससे 3.44 लाख प्रवासी श्रमिक उतरे। इसी लाकडाउन अवधि में कुल 83 श्रमिक स्पेशल गाड़ियाँ वाराणसी मंडल के जलालपुर, वाराणसी, बलिया एवं गाजीपुर सिटी स्टेशनों से चलायी गयीं जिससे लगभग 54,000 प्रवासी श्रमिकों को उनके घर भेजा गया। प्रवासी श्रमिकों के सुरक्षित एवं आरामदायक यात्रा हेतु मंडल के रेसुब एवं समाडि कर्मियों ने स्कोर्टिंग की एवं इन गाड़ियों में वाटरिंग, क्लीनिंग एवं भोजन का प्रावधान किया गया। मुझे यह बताते हुये अत्यंत गर्व हो रहा है कि वाराणसी मंडल ने प्रवासी श्रमिकों को 70,484 फ्री मील एवं पानी उपलब्ध कराया तथा श्रमिक स्पेशलों के 09 गंतव्य स्टेशनों पर प्रवासी श्रमिकों के लिये औसतन 30 वाटर प्वाइंट्स का प्रावधान किया।
भारतीय रेल हमारे देश की जीवन रेखा है और अब तक इस वैश्विक महामारी के काल में भी अपनी जिम्मेदारियों को बाखूबी निभा रही है। लाकडाउन अवधि में आम जनों के लिये आवश्यक वस्तुओं जैसे खाद्यान, दवाई, उर्वरक, सीमेंट इत्यादि की निर्बाध आपूर्ति रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती रही है। इसी अवधि में कुल 366 आवक रेक की हैंडलिंग की गयी जिसमें 126 रेक खाद्यान के थे। मंडल के कई लोडिंग स्टेशनों से कुल 14 रेकों का लदान किया गया। काठगोदाम-मंडुवाडीह, छपरा-दुर्ग एवं नयी दिल्ली-गुवाहाटी के मध्य पार्सल गाड़ियों का भी संचालन किया गया। लाकडाउन अवधि में आवश्यक वस्तुओं की लोडिंग/ अनलोडिंग हेतु जिला प्रशासन से समन्वय, श्रमिकों के ठहरने, भोजन, पानी, मास्क, हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था भी गयी गयी।
दिनांक 01.06.2020 से आम नागरिकों के लिये स्पेशल गाड़ियाँ चलायी जा रही हैं जिनमें 32 वाराणसी मंडल से गुजरती हैं। कोविड-19 के प्रोटोकाल के अंतर्गत ओरिजिनेटिंग/टर्मिनेटिंग/ठहराव वाले स्टेशनों पर यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग, दो गज की दूरी, सैनिटाइजेशन एवं हेल्प डेस्क का प्रावधान किया गया है। इन ट्रेनों में कार्यरत फ्रंटलाइन कर्मियों को मास्क, फेस कवर, हैंड ग्लब्स, सैनिटाइजर्स इत्यादि महत्वपूर्ण सुरक्षात्मक सामग्रियाँ प्रदान की गयीं है ताकि वे सुरक्षित तरीके से अपनी सेवायें प्रदान कर सकें।
हमारे मंडल के कर्मठ, अनुशासित एवं लगनशील कर्मचारियों की बदौलत रेल परिसम्पत्तियों का रखरखाव एवं आधारभूत ढांचों का विकास लगातार हो रहा है। कोविड-19 के काल में भी रेल पथों, सिगनल एवं टेलीकाम उपकरणें, ओ.एच.ई., कोच एवं वैगनों का अनुरक्षण होता रहा है परिणामस्वरुप 14.66 किमी ट्रैक रिनूवल किया गया।
उन्होंने बताया कि वाराणसी में आधारभूत ढांचों का विकास लगातार जारी है जिसके अंतर्गत औंड़िहार-भटनी(125किमी) विद्युतीकरण, कछवा-माधोसिंह (15.48 किमी) का दोहरीकरण एवं विद्युतकरण का कार्य ,नंदगंज स्टेशन का यार्ड रिमाडलिंग एवं गुड्स शेड का निर्माण, आजमगढ़ में एन.आई. वर्क कार्य, सलेमपुर स्टेशन पर इंटरलाक वर्क का उन्नयान एवं आर.ई. फिटनेस का कार्य , बकुलहा में एफ.ओ.बी. गर्डर की लांचिंग, औंड़िहार-जौनपुर खंड में ओ.एफ.सी. डालने का कार्य,
मंडुवाडीह स्टेशन के प्लेटफार्म सं. 04, 05, 06 एवं 07 पर नयी हाइड्रेंट लाइन के प्रावधान का कार्य ,शाहगंज सेक्शन में समपार सं.60-सी एवं 43-सी ए पर लो हाईट सबवे बाक्स का डालने का कार्य , सारनाथ-वाराणसी सिटी खंड के मध्य समपार सं. 20 (स्पेशल) पर आर.ओ.बी. के 06 गर्डर का डालने का कार्य , गाजीपुर सिटी स्टेशन पर लिफ्ट के प्रावधान का कार्य पूरा कर लिया गया है।
इसके अलावा आधारभूत संरचना के विकास हेत माधोसिंह-ज्ञानपुर रोड एवं ज्ञानपुर रोड-हंडियाखास खंड का दोहरीकरण एवं विद्युतकरण कार्य, औंड़िहार-तराव एवं तराव-आंकुसपुर का दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण कार्य,मऊ स्टेशन पर सीजर क्रासिंग का हटाने का कार्य , मऊ स्टेशन पर लिफ्ट लगाने का कार्य तेजी से चल रहे हैं जिनका इस वित्तीय वर्ष में पूरा किये जाने का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कोरोना काल में डिजिटिलाइजेशन का महत्व काफी बढ़ गया है जिसमें वाराणसी मंडल ने भी अपने कदम लगातार आगे बढ़ाये हैं जिसके अंतर्गत 100% ई-आफिस लागू कर दिया गया है। ड्राइंग के अनुमोदन के लिये ई-डैश लागू कर दिया गया है। रेलवे बोर्ड, मुख्यालय, विभागीय, व्यापारियों एवं कर्मचारियों के साथ संवाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया जा रहा है। पेपरलेस कार्यशैली से कागजों की बचत हो रही है जो पर्यावरण बचाव के लिये महत्वपूर्ण कदम है। मंडल में पर्यावरण सुधार के लिये 63500 अदद वृक्षारोपण जगह-जगह किये गये हैं।
कर्मचारी कल्याण में भी वाराणसी मंडल हमेशा अग्रणी रहा है जिसके अंतर्गत लाकडाउन अवधि में कार्मिक एवं वित्त विभाग ने समय से वेतन, समापक भुगतान एवं पेंशन किया जो बधायी के पात्र हैं। इस वर्ष अब तक 43 आश्रित सदस्यों को अनुकम्पा नियुक्ति, 1298 को पदोन्नति का लाभ, 385 कर्मचारियों को एम.ए.सी.पी. का लाभ, 311 कर्मचारियों को सामान्य सेवानिवृत्ति में समापक भुगतान किया गया है। रेलवे कर्मचारियों में बढ़ते कोविड को देखते हुये रैपिड ऐन्टिजेन टेस्ट अभियान चलाया गया एवं लगभग 150 कर्मचारियों की टेस्टिंग की गयी।
उन्होंने बताया कि आय में वृद्धि के लिये मंडल स्तर पर Business Development Unit (BDU) अमरेप्र (आप) की अध्यक्षता में गठित की गयी है जिसके अंतर्गत मंडल के पाँच गुड्स शेड में आधारभूत सुविधाओं का उन्नयन,व्यापारियों के साथ Webinor का आयोजन, बंगलादेश के लिये खाद्यान की लोडिंग आदि कई उपलब्धियाँ हासिल की गयी हैं ।
अपर मंडल रेल प्रबंधक ने कहा इस स्वतंत्रता दिवस पर मैं आप सभी से विनम्र निवेदन करना चाहता हूँ कि कोविड-19 के कठिन दौर में अपना मनोबल बनाये रखें। मास्क एवं दो गज की दूरी के सिद्धांत का अक्षरशः पालन करें। रेल संरक्षा, सुरक्षा, यात्री संतुष्टि एवं राजस्व बढ़ौत्तरी के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु अपना योगदान दें। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी के सामूहिक प्रयास से हम इस महामारी से जीत कर प्रगति पथ पर अग्रसर रहेंगे।
इस अवसर पर वाराणसी मंडल के कोरोनॉ योद्धाओं को अपर मंडल रेल प्रबंधक द्वारा पुष्पगुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया ।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित परेड में शामिल प्रत्येक टुकड़ी यथा रेलवे सुरक्षा बल , सेंट जान्स एम्बुलेंस ,स्काउट गाइड जिला संघ तथा मंडल कला समिति को अपर मंडल रेल प्रबंधक ने नगद पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की ।