कोरोना नोडल/डिप्टी कलेक्टर के हिटलरशाही से चिकित्साधिकारियों में फैला आक्रोश,सभी ने दिया प्रभारी पद से इस्तीफा
ए कुमार
वाराणसी ।। वाराणसी में दिन प्रतिदिन बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या से जिला प्रशासन पर कितना दबाव है , यह आज स्वास्थ्य विभाग के समस्त चिकित्साधिकारियों द्वारा सामूहिक रूप से प्रभारी पद से त्यागपत्र देने की घटना से समझा जा सकता है । तमाम तरह की विशेषज्ञता हासिल करने के बावजूद जब ऐसे चिकित्सको को इनसे वेतनमान में छोटे अधिकारी होते हुए भी मात्र प्रशासनिक दायित्व होने के कारण डांटते है, तो ये चिकित्सक मन मारकर चुप रह जाते है । लेकिन कहावत है न कि झुकाने की भी एक सीमा होती है, उस सीमा के बाद झुकाने वाले को ही नुकसान उठाना पड़ता है । वाराणसी में आज यही हुआ है । वाराणसी में कोरोना के नोडल/ डिप्टी कलेक्टर ने पहले मीटिंग में चिकित्साधिकारियों को जलील किया , उसके बाद नोटिस जारी कर सभी प्रभारियों को चेताया है कि टारगेट पूरा नही होने पर आपराधिक कृत्य मानते हुए मुकदमा पंजीकृत करा दिया जाएगा । वही आज एसीएमओ डॉ जंग बहादुर की कोरोना से हुई मौत ने आग। में घी का काम किया । बता दे कि नोडल अधिकारी ने डॉ जंग बहादुर को भी नोटिस जारी किया है । चिकित्सको का आरोप है कि डॉ जंग बहादुर की मौत इस नोटिस के मिलने के बाद सदमे से हुई है ।
अपने वरिष्ठ साथी को खोने और नोडल अधिकारी के हिटलरशाही व्यवहार से खफा होकर वाराणसी के समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारियों ने अपने अपने प्रभारी के पद से इस्तीफा सीएमओ वाराणसी को सौप दिया है । इस इस्तीफे के बाद पूरे प्रदेश में हड़कम्प मच गया है । जिला प्रशासन इन चिकित्सको को मनाने में लगा हुआ है ।
सीएमओ वाराणसी को भेजा गया त्यागपत्र
सेवा में
मुख्य चिकित्साधिकारी वाराणसी
महोदय,
सादर अवगत कराना है, कि दिनांक 09.08.2020 को सहायक, नोडल/डीप्टी कलेक्टर द्वारा जारी समस्त प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्गत पत्र जिसमें कोविड 19 के दौरान किये उनके कार्यों को अपर्याप्त.बताते हुए तथा समस्त प्रभारियों पर अनावश्यक रूप से दबाव बनाते हुए सभी को दोषी ठहराया जाना तथा टारगेट पूरा न होने को आपराधिक कृत्य करार देना एवं मुकदमा दायर करने की धमकी देना इत्यादि के क्रम में यह कहना है कि हम जनपद के समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारी इस तरह के मानसिक दबाव में प्रभारी का कार्य करने में असमर्थ है।
आपके पत्र दिनांक 23.07.2020 के क्रम में कोविड-19 से हुई मौतों के लिए समस्त प्रभारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए जवाब मांगा गया है । महोदय इस सम्बन्ध में यह कहना है कि आज दिनांक 12.08.2020 को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 जंग बहादुर की मौत किन परिस्थितियों में हुई तथा इसका जिम्मेदार कौन होगा ? क्योंकि प्रशासन द्वारा डॉ0 जंग बहादुर को भी बर्खास्त करने की धमकी दी गयी थी और शायद इस धमकी का भी उन्हे सदमा लगा और उनकी मौत हो गयी, क्या प्रशासन उनकी मौत की जिम्मेदारी लेगा ?
अतः हम सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने प्रभारी के पद से त्याग पत्र देते हैं और हम सभी आपके निर्देशानुसार अन्य सभी चिकित्सकीय कार्य करने के लिए तैयार है ।
प्रतिलिपि निम्न को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित
पी०एम०एच०एस० एसोसिएशन वाराणसी जनपद वाराणसी
• पी०एम०एच०एस० एसोसिएशन उत्तर प्रदेश लखनऊ।