बाढ़ पीड़ितों से मिले कमिश्नर, राहत व्यवस्था का किया सत्यापन : बांसडीह तहसील में किया भ्रमण, घाघरा उस पार के दो गांवों की ली जानकारी,रेवती सीएचसी का किया निरीक्षण
नाव का भुगतान नहीं होने की शिकायत पर एसडीएम को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश
बलिया: जनपद भ्रमण के दूसरे दिन मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। पहले उन्होंने घाघरा नदी के किनारे टीएस बंधे और चांदपुर में वायरलेस सिस्टम का निरीक्षण किया, फिर बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलकर व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली।
इस दौरान कोलकला पकड़ी तर निवासी संजय बिंद ने शिकायत किया कि पिछली बार की बाढ़ में उसने नाव चलाया था, लेकिन लेखपाल ने धन नहीं देने की वजह से उनका नाम नहीं भेजा, और इस वजह से उनको भुगतान नहीं हुआ। राशन नहीं मिलने की भी बात कही। इस पर मंडलायुक्त ने उप जिलाधिकारी दुष्यंत मौर्य को निर्देश दिया कि इस मामले की जांच करें और सच्चाई से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि अगर इसमें कोई भी दोषी मिला तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री किट और तिरपाल के वितरण आदि के बारे में भी ग्रामीणों से पूछ कर सत्यापन किया। इससे पहले कमिश्नर टीएस बंधे पर कुछ दूर तक भ्रमण कर बंधे की स्थिति देखी। बाढ़ खंड के अधिकारियों को निर्देश दिया कि बंधे पर लगातार निगरानी होती रहे।
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तटबन्ध पूरी तरह सुरक्षित, सुरक्षा के हैं पर्याप्त प्रबंध
बलिया: मंडलायुक्त ने बकुलहा-संसार टोला तटबन्ध का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बंधे पर नई बस्ती के पास कुछ दिनों पहले जर्जर हुए टी-स्पर को भी देखा। उसके बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद बाढ़ खंड के अधिकारियों को निर्देश दिया कि पानी जैसे ही नीचे जाता है, इस ठोकर को पूरी तरह दुरुस्त करा दिया जाए। सब कुछ देखने के बाद उन्होंने बताया कि तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है। हर आपात स्थिति से निपटने के लिए बाढ़ खंड के पास पूरी तैयारी है। उसके लिए पर्याप्त संसाधन भी मौजूद है। कमिश्नर के भरोसा दिलाया कि जैसे ही घाघरा नदी का जलस्तर नीचे होगा, यहां सुरक्षा के लिए स्थाई समाधान का प्रयास करूंगा।
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रेवती सीएचसी का निरीक्षण, कोरोना से जुड़ी कार्यवाही पर रहा फोकस
बलिया: मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने गुरूवार को सीएचसी रेवती का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कोरोना सम्बंधी पत्रावलियों की गहनता से जांच किया और होम आइसोलेशन के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश दिए। प्रसव व अन्य चिकित्सा व्यवस्थाओं के संबंध में भी पूछताछ की।
मंडलायुक्त ने पत्रावली जांच में तो सब ठीक पाया, किन्तु कोरोना पाजेटिव मरीजों के होम आइसोलेशन संबंधी मकान का चेक लिस्ट नहीं होने पर नाराजगी जताई। चेक लिस्ट को तत्काल दुरुस्त करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की जांच करने वाली टीम सिर्फ औपचारिकता पूरी ना करें, बल्कि प्रोटोकॉल के हिसाब से कार्यवाही सुनिश्चित करें। अगर कोई मरीज शर्तों को पूरा नहीं करता है तो उसे एल-1 फैसिलिटी सेंटर भिजवा दें। एमओवाईसी ने बताया कि उनकी ड्यूटी दो जगह लग रही है। इस पर कमिश्नर ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने इसके लिए सीएमओ से भी बात की। एडीएम रामाश्रय, एसडीएम दुष्यंत कुमार, सीओ बांसडीह दीपचंद, प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह आदि मौजूद थे।