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कोरोना काल में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें गर्भवती


बलिया ।। कोविड-19 को लेकर इन दिनों सरकार विभिन्न रणनीति  बना रही है,  ताकि उसको नियंत्रित किया जा सके। विशेषज्ञ के मुताबिक मानसून में कोविड-19 और घातक हो सकता है, क्योंकि मानसून आने के बाद मच्छर इत्यादि पनपने लगते हैं जिसके संक्रमण से  रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर पड़ता है। ऐसे में गर्भवती  को  अपने स्वास्थ्य देखभाल  की ज्यादा जरूरत रहती है, क्योंकि गर्भवती  की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने की संभावना बनी रहती है। अतः उन्हें संक्रमण या बीमारी होने का खतरा भी बना रहता है।
जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षका डॉ सुमिता सिन्हा ने बताया कि गर्भावस्था में महिलाओं की इम्युनिटी आम दिनों के मुकाबले कम होती है । ऐसे में उन्हें कोई भी संक्रामक रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर के संपर्क में जरूर रहें और नियमित जांच कराते रहें। गर्भवती को प्रसव पूर्व जांच एवं उपचार की सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया जा रहा है जो हर माह नौ तारीख को मनाया जाता है।
गर्भावस्था में कमजोर होती है प्रतिरोधक क्षमता
डॉ सिन्हा बताती हैं कि कोविड-19 वैसे तो सभी के लिए घातक है  लेकिन गर्भावस्था में महिलाओं को ज्यादा सुरक्षित रहने की जरूरत है। उन्हें इस दौरान घर के भीतर ही रहना चाहिए। गर्भवती के स्वजनों की जिम्मेदारी इस मौके पर और ज्यादा बढ़ जाती है, यदि किसी गर्भवती  को कोविड-19 का संक्रमण हो जाता है तो प्रसव के बाद महिला को मामूली खांसी जुकाम से ही सीवियर निमोनिया होने में समय नहीं लगेगा और यह स्थिति उनके लिए  ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है।
गर्भवती रखें विशेष ख्याल, न लें मानसिक तनाव
डॉ सिन्हा ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए गर्भवती को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। खांसी के दौरान अपने मुंह को ढक कर रखें। बार बार अपने हाथों को सेनिटाइज़ करते रहें। बीमार लोगों से बिल्कुल भी न मिलें। भीड़ वाली जगहों पर बिल्कुल न जाएं। बाहर जाना हो तो मॉस्क और सेनेटाइज़र अपने साथ अवश्य रखें।