भाजपा के पूर्व विधायक का बलिया पुलिस पर बड़ा हमला : योगी सरकार की छवि को खराब कर रही है बलिया पुलिस
संत की सरकार को बदनाम कर रही है बलिया पुलिस
मधुसूदन सिंह
बलिया ।।
भाजपा के पूर्व विधायक व फायरब्रांड नेता राम इकबाल सिंह ने अपनी ही सरकार की पुलिस की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा किया है । श्री सिंह रेवती थाना क्षेत्र में राघवेंद्र सिंह नामक युवक की हत्या के मामले में गायघाट के प्रधान प्रतिनिधि विजय प्रताप सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ डाक बंगले में प्रेसवार्ता के दौरान बलिया पुलिस की कार्यशैली से खासे नाराज दिखे । श्री सिंह ने कहा कि जब मृतक राघवेंद्र सिंह के पिता उपेन्द्र सिंह ने साफ कहा है कि मेरे पुत्र की हत्या मुन्ना उर्फ पिंटू पासवान गिरोह ने अपहरण के बाद कि है , फिर पुलिस ने निर्दोष ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को अन्य पांच लोगों के साथ निर्दोष होते हुए भी मुलजिम क्यो बना दिया ?
बड़ा इल्जाम लगाते हुए श्री सिंह ने कहा कि इस तरफ की हत्या के मामले में लीपापोती तो सपा बसपा की सरकार में भी नही होती थी । मुझे दुख हो रहा है कि एक संत की सरकार को स्थानीय प्रशासन साजिश के तहत बदनाम करने के लिये ऐसा कृत्य कर रहा है ।
श्री सिंह ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है । मेरे द्वारा जब इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई तो उनका कहना था कि जनता का दबाव है,इस लिये मुकदमा लिखा गया है । मैं आश्वासन देता हूँ कि जांच के बाद रिमांड की पहली तारीख तक अगर निर्दोष पाये जाते है तो छोड़ दिया जाएगा । जो आजतक नही हुआ है, पता नही कौन सी जांच चल रही है ? श्री सिंह ने कहा कि शुरू से ही रेवती थानाध्यक्ष शैलेश सिंह की भूमिका पहले दिन से ही संदेहास्पद है । बता दूं कि राघवेंद्र की लाश पानी मे मिलने के बाद 112 नम्बर की गाड़ी तो पहुंच गई लेकिन एसओ शैलेश सिंह को घटना स्थल पर पहुंचने पर 5 घंटे लगे । यही नही पुलिस ने मुन्ना उर्फ पिंटू पासवान के गिरोह के 3 असली गुनाहगारों को पकड़ भी लिया था परंतु सुबह छोड़ दिया और निर्दोष ग्राम प्रधान प्रतिनिधि को गिरफ्तार ही नही किया हत्या का आरोपी बना दिया ।
श्री सिंह ने पुलिस अधीक्षक के द्वारा कही गयी बात कि लोगो के दबाव में गिरफ्तारी हुई है, मुकदमा हुआ है , को कटघरे में खड़ा करते हुए प्रश्न खड़ा किया कि क्या लोगो के दबाव में क्या पुलिस जिलाधिकारी को निर्दोष होते हुए भी हत्या का आरोपी बनाकर जेल भेज सकते है ?
कहा कि हमारे कानून में कहा गया कि चाहे 1000 मुजरिम छूट जाय लेकिन 1 निर्दोष को सजा नही होनी चाहिये । मैने इस प्रकरण को डीआईजी, आईजी और पुलिस अधीक्षक के व्हाट्सअप पर भेजकर निर्दोषों की रिहाई की मांग की है । अगर मेरी मांग पर न्यायोचित निर्णय नही होता है तो मैं आंदोलन भी कर सकता हूँ ।
यही नही पूर्व विधायक ने गो संरक्षण केंद्र को लूट केंद्र की संज्ञा दी है । श्री सिंह ने कहा कि गो संरक्षण केंद्र अधिकारियों की भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गये है । आज सड़को पर गो वंश आवारा की तरह घूमते हुए और घायल होने के बाद तड़पते हुए दिख जाएंगे । श्री सिंह यही नही रुके , आगे कहा कि थानों में दलालों का बोलबाला है । बिना घुस दिये कोई काम नही हो सकता है । श्री सिंह ने इसके लिये सपा बसपा से आकर भाजपाई बने लोगो को दोषी ठहराते हुए कहा कि थानों में दलाली करना इनकी फितरत में है । पुराना भाजपाई तो थानों में जा ही नही सकता है क्योंकि देने के लिये उसके पास पैसे ही नही होते है ।