20 वर्षो से दूसरों का भविष्य सुधारने वाले शिक्षामित्रों का ही भविष्य असुरक्षित,मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
बलिया ।। प्राथमिक विद्यालयों पर भारत रत्न डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मनाने के बाद जिले के शिक्षा मित्र शनिवार को अपराह्न करीब ढाई बजे क्लेक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
शिक्षामित्रों ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है करीब 20 वर्ष तक प्राथमिक विद्यालयों में देश का भविष्य सुधारने बावजूद उनका अपना भविष्य आज भी असुरक्षित है। वर्तमान समय में 20 से 25 साल की नौकरी करने के बाद लोग रिटायर हो जाते हैं जबकि शिक्षामित्र आज भी अपनी आजीविका को लेकर परेशान हैं। शिक्षामित्रों की नियुक्ति की योजना शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए शुरू की गई थी। उस समय बीएड व बीटीसी अभ्यर्थियों के नहीं होने के कारण गांव के सबसे योग्य युवा को नौकरी दी गई थी। बाद में शिक्षा मित्रों को बीटीसी की ट्रेनिंग भी करा दी गई लेकिन आज भी वे मामूली पगार पर काम करते हैं। उन्हीं के साथ काम करने वाले शिक्षकों को 50 से 80 हजार तक वेतन मिलता है जबकि शिक्षा मित्रों को मात्र 10 हजार पर काम करना पड़ रहा है।
शिक्षामित्र संघ के जिला प्रभारी पंकज सिंह ने कहा कि करीब दो साल पहले मुख्यमंत्री जी ने शिक्षामित्रों की समस्याओं के समाधान के लिए उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा जी के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई थी, वह कमेटी अपनी रिपोर्ट भी दे चुकी हैं लेकिन अब तक शासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया । शिक्षामित्रों ने मांग की कि दिनेश शर्मा जी के कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए और प्रदेश सरकार शिक्षामित्रों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए जल्द से जल्द उचित निर्णय ले। ताकि शिक्षा मित्र और उनके के सदस्य सम्मान के साथ जीवनयापन कर सकें।
इस दौरान पंकज सिंह, अमृत सिंह, अमित चेला मिश्रा, शशिभान सिंह, जितेंद्र ओझा, दिलीप सिंह, कुंवर पप्पू सिंह, मंजूर हुसैन, मनिष सिंह, राजेश प्रजापति, हरेराम यादव, दिग्विजय सिंह, अजय भारद्वाज, अवधेश सिंह, अरविन्द तिवारी, दीपनरायान मिश्रा, सोनू पांडेय , अवधेश भारती, भार्गव प्रसाद धर्मनाथ सिंह, आदि लोग उपस्थित थे ।