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कोरोना योद्धा बनकर मरीजों की मदद में जुटे एंबुलेंस कर्मी


बलिया ।। कोरोना काल में स्वास्थ्य और सफाई कर्मचारियों के अलावा एंबुलेंस कर्मचारी भी कोरोना योद्धा बनकर मुस्तैदी से सेवा में जुटे हैं। एंबुलेंस कर्मचारी सड़क हादसों, गंभीर रोगियों, गर्भवती के साथ कोरोना उपचाराधीन की भी सेवा कर रहे हैं। दिन हो या रात एंबुलेंस कर्मचारी कोरोना पॉज़िटिव को अस्पताल में भर्ती कराने में जुटे हुए है। कोरोना संक्रमण के दौर में अपनी जान की परवाह किए बिना एंबुलेंसकर्मी पूरी तन्मयता से काम में जुटे है।
एंबुलेंस सेवा के मंडलीय प्रभारी जय प्रकाश शर्मा और बलिया जिले के प्रोग्राम मैनेजर अविनाश चंद्र मिश्र का संयुक्त रूप से कहना है कि जैसे ही कंट्रोल रुम से सूचना आती है। एंबुलेंस टीम के सदस्य एंबुलेंस लेकर मौके पर पहुंचकर सेवा देने का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 108 नंबर की 38 एंबुलेंस सेवाएं दे रही हैं, जिनसे जनवरी 2020 में 3218, फरवरी में 3157, मार्च में 3429, अप्रैल में 3626, मई में 2796, जून में 2867, जुलाई में 3110 और अगस्त में 2813 लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। इसी तरह गर्भवती के स्वास्थ्य सेवा के लिए संचालित 102 नंबर की 38 एंबुलेंस हैं, जिनसे जनवरी 2020 में 6461, फरवरी में 4975, मार्च में 4579, अप्रैल में 4470, मई में 4371, जून में 4122, जुलाई में 4210 और अगस्त में 3915 गर्भवती को सेवाएं दी है।
प्रोग्राम मैनेजर अविनाश ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में एंबुलेंस सेवा पहुंचने का समय 30 मिनट और शहरी क्षेत्र में 20 मिनट है, जबकि 108 नंबर एंबुलेंस के मौके पर पहुंचने का समय 15 मिनट है। उन्होंने अनुरोध किया कि जिसे भी एंबुलेंस की जरूरत पड़े तो समय रहते ही सूचना दें। कोरोना मरीजों की सेवा में तत्पर कोरोना मामलों में चार एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) में से दो और 108 नंबर की 38 एंबुलेंस में से 19 एम्बुलेंस केवल कोरोना के काम में तैनात हैं। इनके जरिये मरीजों को वाराणसी, लखनऊ और आज़मगढ़ तक रेफर किया गया है। अविनाश ने बताया कि मार्च 2020 में 45, अप्रैल में 70, मई में 122, जून में 87, जुलाई में 117 और अगस्त में 90 कोरोना पॉज़िटिव को एंबुलेंस के माध्यम से जिले के बाहर के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एंबुलेंस में सुरक्षित प्रसव
डिलेवरी एंबुलेंस सेवा के जिला प्रोग्राम मैनेजर ने बताया कि गुरुवार को सियर क्षेत्र के टहनियां निवासी सविता (30) पत्नी रामनरेश को प्रसव पीड़ा हुई। 102 नंबर पर कॉल मिलने के बाद एंबुलेंस कर्मी इमरजेंसी मेडिकल टेकनीशियन (ईमटी) वंदना और पायलट जगमोहन एंबुलेंस लेकर गांव पहुंचे। रास्ते में तेज प्रसव पीड़ा होने पर दोनों स्टाफ ने परिजनों की मदद से एंबुलेंस में ही सुरक्षित कराई। महिला ने लड़के को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ है। इससे बाद महिला को जिला अस्पताल लाया गया। ईएमटी विनय, हेल्प डेस्क की मंजू, हेल्प डेस्क अंजनी, मनदीप, सेसनाथ, महादेव आदि ने स्टाफ की सराहना की। सड़क खराब होने के बावजूद मिली स्वास्थ्य सुविधा के बारे में सरिता के पति मोहन ने बताया कि उन्होंने सुबह दस बजे एंबुलेंस के लिए कॉल की थी। उनके गांव जाने की सड़क खराब है, इसके बावजूद आधा घंटे बाद यानी साढ़े दस बजे एंबुलेंस आ गई है। यह उनका तीसरा बच्चा है। दो बेटियों हैं। जच्चा-बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। वह एंबुलेंस सेवा और सरकार को धन्यवाद देते हैं। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस स्टाफ ने उनसे कहा कि जब वह अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर जाएंगे तो भी उन्हें एंबुलेंस सेवा मुहैया कराई जाएगी जो कि उनके लिए अच्छी बात है।
अविनाश ने कहा कि किसी को भी एम्बुलेंस सेवा में कोई परेशानी आती है तो वह हमारी टीम के मो. मिबिन अहमद 7235008788, मो. अली राज 7235007653 और अभिषेक सिंह के मोबाइल नंबर 7235009525 पर किसी समय अपनी शिकायत और आवश्यकता होने पर बात सकते हैं।