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भीड़ के 'इंसाफ' पर सरकार सख्‍त : हत्‍यारोपी को न बचा पाने वाले थानेदार सस्‍पेंड,भीड़ पर भी मुकदमा दर्ज


ए कुमार
कुशीनगर : भीड़ के 'इंसाफ' पर सरकार ने सख्‍त रुख अख्तियार कर लिया है। तरयासुजान के थानेदार को सस्‍पेंड कर दिया गया है। उन पर सूचना के बावजूद घटनास्‍थल पर देर से पहुंचने और हत्‍यारोपी को गुस्‍साई भीड़ से न बचा पाने का आरोप है।
गौरतलब है कि कुशीनगर के रामपुर बंगरा गांव में सोमवार की सुबह एक शिक्षक की गोली मारकर हत्‍याकर दी गई। हत्‍या के बाद आरोपी शिक्षक के घर की छत पर चढ़कर हवाई फायरिंग करने लगा। इस दौरान गांववालों ने उसे घेर लिया और पुलिस को सूचना दी। आरोप है कि पुलिस काफी देर सो घटनास्‍थल पर पहुंची। प्रत्‍यक्षदर्शियों के मुताबिक तरया सुजान ने थानेदार ने हत्‍यारोपी को सरेंडर के लिए मजबूर कर दिया था। उसने असहला रखकर सरेंडर के लिए हाथ भी खड़े कर दिए। इसके बाद एसओ उसके करीब पहुंचे और अपनी कस्‍टडी में भी ले लिया था। लेकिन तब तक भीड़ बेकाबू हो गई। उग्र भीड़ ने हमला कर हत्‍यारोपी को मार डाला। एसओ और उनकी टीम भीड़ से उसकी जान नहीं बचा सकी।

यह वीडियो सामने आने के बाद एसपी विनोद कुमार मिश्र ने एसओ तरया सुजान इंसपेक्टर हरेन्द्र मिश्र को सस्पेंड कर दिया है। एसपी ने कहा कि घटना की छानबीन करते समय एक नया वीडियो प्रकाश में आया। जिसमें यह स्पष्ट हो रहा है कि प्रभारी निरीक्षक तरया सुजान पुलिस बल के  साथ अभियुक्त को अभिरक्षा में लेने के बावजूद उसकी सुरक्षा नहीं कर सके। इसके लिए उन्हें उत्तरदायी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।

वीडियो से स्पष्ट है कि जब तक एसओ और उनकी टीम ने हमलावर को अभिरक्षा में लेकर उसका असलहा कब्जे में नहीं लिया था, भीड़ दूर थी। उसका असलहा छीनते ही आक्रोशित भीड़ हमलावर पर टूट पड़ी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मौके पर पर्याप्त संख्या में पुलिस टीम मौजूद रही होती तो शुरुआती दौर में ही स्थिति नियंत्रित की जा सकती थी।

शिक्षक की मां और एसओ ने दर्ज कराए मुकदमे

एसपी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार शिक्षक की हत्या के मामले में उनकी मां रामदेई देवी ने गोरखपुर के नंदानगर दरगहिया निवासी आर्यमन यादव के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। दूसरा मुकदमा, एसओ तरया सुजान इंसपेक्टर हरेन्द्र मिश्र की तहरीर पर हमलावर आर्यमन यादव की हत्या का दर्ज हुआ है। एसओ इस मुकदमे में वादी के साथ ही प्रत्यक्षदर्शी भी हैं। उन्होंने तहरीर में कहा है कि भीड़ ने उनके सामने आरोपी को मार डाला। यह मुकदमा अज्ञात भीड़ के खिलाफ दर्ज किया गया है।

मृत शिक्षक की पत्नी का बयान

लड़की का बयान

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                      कल हुई थी घटना

गर्ल फ्रेंड का बर्थडे मनाने पहुंचे युवक ने गोली मारकर किया हत्या,उग्र भीड़ की पिटाई से युवक की मौत


 कुशीनगर ।। गोरखपुर के नंदानगर दरगहिया निवासी आर्यमन यादव को भीड़ ने पीटकर मार डाला जो अपनी गर्लफ्रेंड के बर्थडे के मौके पर मिलने कुशीनगर गया था। वहीं विवाद हुआ और गोलीबारी में गोली लगने से एक शिक्षक की मौत हो गई। इसी आरोप में भीड़ ने पीटकर आर्यमन की हत्या कर दी।
जानकारी के अनुसार,सैनिककुंज निवासी एक महिला के साथ आर्यमन की दोस्ती थी। वह आर्यमन के स्कूल में पढ़ती थी। छात्रा का जन्मदिन था और लॉकडाउन होने की वजह से वह परिवार के साथ कुशीनगर अपने गांव चली गई थी। उसका जन्मदिन मनाने के लिए आर्यमन घर से निकला था। आर्यमन ने रविवार की रात डेढ़ बजे तक उससे बातचीत कर जन्मदिन की बधाई भी दी थी। आर्यमन के पास पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर थी जिसे वह लेकर भाई की स्कूटी से गया था। इतनी सुबह बेटे को जाता देख मां अनिता देवी ने टोका भी था लेकिन आर्यमन ने दोस्त के घर जाकर नए जिम के बारे में जानकारी जुटाने की बात कही। बड़े भाई के मुताबिक, आर्यमन स्कूटी से सोनबरसा पहुंचा और वहां से अपने एक दोस्त को साथ ले लिया। फिर कुशीनगर गया था। जब घटना हुई तो आर्यमन का साथी भाग निकला। उधर, आर्यमन को पुलिस ने पकड़ लिया था लेकिन भीड़ ने उसे खींच कर उसकी हत्या कर दी। आर्यमन बड़ा भाई अभिषेक बीटेक कर रहा है। तरयासुजान पुलिस ने सबसे पहले अभिषेक को ही फोन कर सूचना दी थी।
आर्यमन यादव नंदानगर के ही एक स्कूल में इंटर का छात्र था। वह कब घर से लाइसेंसी पिस्टल निकालकर अपने पास रख लिया इसकी भनक माता-पिता व भाई को नहीं लग सकी। भाई के मुताबिक आर्यमन ने कहा था कि वह दोस्त जिज्ञासु के घर जा रहा है। वह सुबह साढ़े पांच बजे ही घर से निकला था। उस वक्त पिता सुबह टहलने गए थे। जब काफी देर तक आर्यमन नहीं लौटा तो खोजबीन की गई। उसका मोबाइल फोन बंद जा रहा था। इसी बीच कुशीनगर से फोन आ गया। पता चला कि भीड़ ने आर्यमन की पीटकर हत्या कर दी है।
आर्यमन पिता का लाइसेंसी पिस्टल लेकर क्यों गया था, इस सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिल सका है। अगर उसे सिर्फ महिला मित्र का जन्मदिन मनाना था तो पिस्टल की जरूरत क्या थी। कहीं ऐसा तो नहीं कि उसे पहले से आशंका थी कि घरवाले विरोध कर सकते हैं जिस वजह से पिस्टल लेकर गया था। फिलहाल, पुलिस मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है।
आर्यमन के दोस्त ने बताया कि आर्यमन काफी दिनों से लड़की के घर पर आता जाता था। यही वजह है कि उसे जन्मदिन के साथ ही उसके गांव की पूरी जानकारी थी। लड़की के घरवाले भी आर्यमन और लड़की की दोस्ती के बारे में जानते थे।परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है बेटे ने ऐसा कैसे कर दिया यह समझ से परे है। पिता उमेश का कहना है कि अभी वह सिर्फ दोस्तों के ही घर जाता था। घर से अकेले कुशीनगर तक जाने की बात तो समझ में ही नहीं आ रही है।