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थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर,जीवन बचाने के लिये बहुत जरूरी ,खतरा भांपने का यही तरीका,वरिष्ठ नागरिक रहे सचेत



बलिया ।। एक तरफ जहां सेम्पलिंग की प्रतिदिन होने वाली संख्या में इजाफा होने से कोरोना संक्रमितों की संख्या को ट्रेस करना सहज हुआ है ,तो दूसरी तरफ अच्छी खबर यह है कि पॉजिटिव मरीजो के मिलने में गिरावट दर्ज हुई है । लेकिन इसके साथ खतरे की बात यह है कि मृत्यु दर बढ़ रही है । यह जागरूकता में कमी के चलते हो रहा है । अबतक हुई 52 मौतों में से 36 मौत 50 से ऊपर के लोगो की हुई है । इसमे से आधे लोग की कोरोना पॉजिटिव के रूप में पहचान तब हुई जब इन लोगो की जांच हुई व जांच के दिन या मात्र 2 दिनों में इलाज के दौरान आजमगढ़, वाराणसी या अन्य शहरों में इनकी मौत हो गयी हुई । बलिया के L1 अस्पताल में अब तक एक भी मौत नही हुई है ।

 जिलाधिकारी बलिया श्रीहरि प्रताप शाही ने जोर देकर कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के लिए थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर बहुत ही जरूरी है। इससे सम्भावित खतरे को पहले ही भांपा जा सकता है। अक्सर देखा जा रहा है कि कुछ कोरोना पॉजिटिव मरीज में कोई लक्षण नहीं है, पर ऑक्सीजन लेवल गिरने की वजह से उनकी जान चली जा रही है। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन लेवल 96 के नीचे आए तो अलर्ट हो जाना चाहिए। अगर 92 से नीचे आ गया तो तत्काल कंट्रोल रूम को सूचित करें, ताकि जरूरत के हिसाब से एल-1 या एल-2 अस्पताल ले जाकर बाहर से ऑक्सीजन देकर सम्बंधित मरीज की जान बचाई जा सके। यही वजह है कि पल्स ऑक्सीमीटर रखने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।

मृत्यु में वृद्धों की संख्या ज्यादा, रहें सावधान

कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा देखा जाए तो इसमें सबसे ज्यादा 60 वर्ष से ज्यादा के 23 लोग हैं। इसके अलावा 50 से 60 वर्ष के बीच के 13 लोग, 30 से 50 वर्ष के बीच के 12 लोग, 21 से 30 वर्ष तक के दो तथा 0 से 10 वर्ष तक के दो की मृत्यु हुई है।





Ivermectim  है  कीड़ी मार दवा,इस का कोई साइड इफेक्ट नहीं, इस तरह खाएं यह दवा

बलिया: डीएम एसपी शाही ने कहा कि ivermectim दवा का इस्तेमाल बेहिचक कर सकते हैं। बताया कि यह आम तौर पर कीड़ी की दवा है जो ऐसे भी लोग हर 6 महीने पर खाते हैं। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
इसके इस्तेमाल के बाबत शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ सिद्धार्थ मणि दूबे ने बताया कि स्वस्थ व्यक्ति(फ्रंट लाइन वर्कर्स , जैसे डॉक्टर्स,पुलिस,ऑफिसर्स,पत्रकार,स्वास्थ्य कर्मी ,कोविड से सम्बंधित कार्य करने वाले सभी लोग) रात का खाना खाने के बाद 12 एमजी की एक गोली लें। फिर इसके 7 वें और 30वें दिन एक-एक गोली खाएं। एक माह बाद माह में 1 गोली खाते रहे ।कहा कि  इस बात का ध्यान रहे कि गर्भवती महिलाओं और 5 वर्ष के नीचे के बच्चों को यह दवा नहीं खाना है।
 डॉ दूबे ने कहा कि ivermectim कोरोना के चक्र को लगभग 5000 गुना कम कर देती है । इस लिये इसको खाने में किसी प्रकार की किंतु परंतु की कोई जगह नही है ।