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ईओ के भ्रष्टाचार की जांच की मंद गति पर कर्मचारी नेता आक्रोशित,चेयरमैन ने किया ईओ के चहेते बाबू को निलंबित




बलिया ।। नगर पालिका परिषद बलिया के ईओ दिनेश कुमार विश्वकर्मा के खिलाफ कर्मचारी संगठन का विरोध जहां और तेज होता जा रहा है तो वही चेयरमैन अजय कुमार समाजसेवी ने ईओ के चहेते लिपिक प्रमोद कुमार चौरसिया को निलंबित करके भ्रष्टाचार पर चोट करने का काम किया है । बता दे कि प्रमोद कुमार चौरसिया संपत्ति,कर व पीडब्ल्यूसी का पटल देख रहे थे । इनके पहले इन पटलो को इनके पिता जी देखते थे,या यूं कहें कि ये पटल प्रमोद चौरसिया के लिये नगर पालिका में खानदानी पटल के रूप में जाना जाता है ।
2019 में तत्कालीन निदेशक प्रशासन नगर निकाय,लखनऊ द्वारा बलिया आगमन और नगर पालिका के निरीक्षण के बाद साफ तौर पर आदेश दिया था कि वर्षो से एक ही पटल का कार्य देख रहे बाबुओं का पटल तत्काल बदल दिया जाय,नगर पालिका की संपत्तियों का विवरण तत्काल ऑनलाइन किया जाय । लेकिन ईओ दिनेश कुमार विश्वकर्मा ने निदेशक प्रशासन के भी आदेशो को धत्ता बताते हुए न ही बाबुओं के पटल बदले, न ही नगर पालिका की संपत्तियों को ऑनलाइन कराने में ही दिलचस्पी दिखायी, नतीजन संपत्ति का पटल देखने वाले प्रमोद कुमार चौरसिया ने भू माफियाओं से मिलकर नगर पालिका की संपत्तियों को भूमाफियाओं के कब्जे में जाने से न रोक कर सहयोग करते रहे ।
  चेयरमैन अजय कुमार समाजसेवी द्वारा भी कई बार संपत्तियों को ऑनलाइन करने हेतु आदेश दिया गया लेकिन प्रमोद चौरसिया ईओ दिनेश विश्वकर्मा के साथ मिलकर इसमे रुचि ही नही लिये जिससे 22 सितंबर 2020 को मजबूर होकर अध्यक्ष अजय कुमार समाजसेवी ने प्रमोद कुमार चौरसिया को निलंबित कर दिया है ।






 
वही कर्मचारी संगठनों, चेयरमैन अजय कुमार समाजसेवी द्वारा पिछले कई माह से जिलाधिकारी बलिया से लगायत कमिश्नर,निदेशक प्रशासन,प्रमुख सचिव नगर विकास,नगर विकास मंत्री,स्थानीय विधायक /मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल,और माननीय मुख्यमंत्री जी को भी शिकायती पत्र देकर नगर पालिका के भ्रष्ट ईओ दिनेश विश्वकर्मा के खिलाफ जांच व सख्त कार्यवाही की मांग की गई थी, जो आज तक न जाने कहां गुम हो गयी है । कर्मचारी नेताओ का कहना है कि ईओ दिनेश विश्वकर्मा कहते है कि मेरा कुछ नही बिगड़ सकता है,मैं बलिया से लखनऊ तक सबको मैनेज करता हूँ ।
   भ्रष्टाचार पर कठोरतम प्रहार करने वाले सीएम योगी के राज में भी किसी भ्रष्ट अधिकारी को नौकरशाहों के द्वारा संरक्षण देना, भ्रष्टाचार उन्नमूलन की सीएम की मुहिम को पलीता लगाना है । वही लोगो का भी कहना है कि जब सीएम योगी की बगल में बैठने वाली मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल इस ईओ के खिलाफ कोई कार्यवाही कराने में असमर्थ है तो यह साबित करता है कि यह ईओ बलिया के अधिकारियों और नेताओं पर भारी पड़ रहा है ।
यही कारण है कि आयुक्त आजमगढ़ द्वारा इस भ्रष्ट ईओ के खिलाफ दिया गया जांच का आदेश भी तय समय सीमा 17 सितंबर के बीत जाने के बाद भी आजतक स्थानीय स्तर पर लंबित है । इसी से नाराज होकर कर्मचारी संगठन के महामंत्री भारत भूषण मिश्र,अशोक सिंह व लक्ष्मी सागर पांडेय ने आज पुनः जिलाधिकारी बलिया को अनुस्मारक पत्रक देकर ईओ दिनेश विश्वकर्मा के खिलाफ जल्द से जल्द भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच कराकर कठोर से कठोर कार्यवाही करने की मांग की है । वही इन लोगो ने  जिला अधिकारी कार्यलय पर पहुंचे ईओ दिनेश विश्वकर्मा मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए । कहा कि  ईओ ने भ्रटाचार कर नगर पालिका को जमकर लुटा है । ईओ दिनेश विश्वकर्मा ने  करोड़ों का घोटाला किया है । यही नही यह भी कहा कि इस तरह का भ्रष्ट ईओ नगर पालिका में रहा तो बलिया का विकास नहीं होगा।
कोरोना काल में भी ईओ ने सेनिटाइजर और मास्क ,पीपीई किट के नाम पर घोटाला किया है ।





बाइट - अशोक सिंह [वरिष्ठ लिपिक नगर पालिका ]