सपाइयों ने बेरोजगारी को लेकर जलाए दीप,लखनऊ में पुलिस ने किया लाठीचार्ज
लखनऊ ।। लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आह्वाहन और बेरोजगारों के समर्थन में 9बजे9मिनट पर समाजवादी पार्टी यूथ विंग के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाल कर प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्त्ताओं पर लखनऊ पुलिस ने लाठीचार्ज किया । इस लाठीचार्ज में सपा के युवा नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया । इस कार्यवाही के दौरान महिला नेताओं से पुलिस की नोकझोंक भी हुई क्योकि ये लोग सीएम आवास की तरफ जा रहे थे जिसको पुलिस ने सीएम आवास की तरफ जाने से रोका।
अखिलेश यादव डिम्पल यादव ने दीप जलाकर किया विरोध
वही इटावा में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने केंद्र सरकार के विरोध में शहर के शास्त्री चौराहा पर रात्रि 9 बजे 9 मिनट तक मोमबत्ती, टॉर्च जलाकर किया सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन कर विरोध जताया ।
जिला अध्यक्ष गोपाल यादव के नेतृत्व में निजीकरण, बेरोजगारी को लेकर एक तरफ सपाईयों ने मोमबत्ती जलाकर धरना देते हुए सरकार के खिलाफ हल्ला बोला।
वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष मलखान सिंह ने कहा टॉर्च जलाकर हर वर्ष 2 करोड़ नौकरी देने वाले पीएम को ढूंढ रहे है।
मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट उमेश मिश्रा, एसपी सिटी रामयश सिंह, सीओ सदर वैभव पाण्डे, सहित पुलिस बल मौजूद रहा।
वही बलिया में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर कार्यकर्ताओं ने बुधवार रात 9 बजे से लेकर नौ बजकर 9 मिनट तक बेरोजगारी के सवाल पर दीपक जलाया।जिला मुख्यालय से लेकर कस्बे व ग्रामीण क्षेत्रों में भी सपाइयों द्वारा दीपक जलाया गया।
समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता सुशील पाण्डेय 'कान्हजी' ने कहा कि नगर क्षेत्र के अलावा बांसडीह, सिकंदरपुर, बेल्थरारोड, रसड़ा, चितबड़ागांव, फेफना, हल्दी, बैरिया, सुखपुरा, बेरुआरबारी, सहतवार, रेवती व मनियर आदि इलाकों में समाजवादी पार्टी के लोगों ने बेरोजगारी को लेकर एकजुट होकर दीपक जलाया है। कहा कि इस सांकेतिक जनांदोलन में सभी वर्ग के लोगों ने अपनी भागीदारी निभाई है। कहा कि वर्तमान सरकार की कथनी और करनी स्पष्ट हो रही है। साथ ही भविष्य में होने वाले परिवर्तन की आहट भी दिख रही है।
कहा कि इस मुहिम के माध्यम से सरकार को जगाया गया। साथ ही युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाली सरकार को चेतावनी भी दी गई। देश और प्रदेश के युवा अब जग गए हैं। अब जुमले वाले लोगों के जुमलेबाजी में नही फसेंगे। समाजवादी पार्टी की मांग है कि अब युवा वर्ग के बेरोजगार हाथों को काम चाहिए।