डॉ प्रेम प्रकाश ने पेश की मिशाल : बिना आराम किये कोरोना योद्धा बनकर दिन-रात निभा रहे देश के प्रति अपना दायित्व
बलिया ।। दृढ़ इच्छाशक्ति और मजबूत इरादे हों तो व्यक्ति नामुमकिन काम को भी मुमकिन बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ता है। इसका जीता जागता उदाहरण पेश किया है बैरिया ब्लॉक, कोटवा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रेम प्रकाश ने। डॉ0 प्रेम प्रकाश जनपद के एल-1 हॉस्पिटल शांति इंस्टिट्यूट ऑफ पैरामेडिकल कॉलेज बांसडीह रोड में कोविड-19 के उपचाराधीनों के लिए बनी टीम का 24 घंटे पूरे जोश और निष्ठाभाव से बखूबी नेतृत्व किया है। कार्य के दौरान चतुर्थ श्रेणी के दो कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव होने के उपरांत भी डॉक्टर प्रकाश विचलित नहीं हुए और पूरी मुस्तैदी के साथ अपने अस्पताल में कार्यरत रहे एवं उत्तरदायित्व को बखूबी निभाया।
वर्तमान में डॉ0 प्रेम प्रकाश कोविड-19 कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में धनात्मक रोगियों के संपर्क में आए हुए व्यक्तियों को खोजने और उनकी जाँच कराने का दायित्व निभा रहे हैं। साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोटवा के प्रभारी पद पर रहते हुए होम आइसोलेशन के लिए बनी टीम का निरीक्षण एवं कोविड-19 की आरआरटीम का बखूबी नेतृत्व भी कर रहे हैं। 15 अगस्त को जिलाधिकारी द्वारा विकास भवन में स्थित इंटीग्रेटेड कोविड-19 कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में डॉक्टर प्रेम प्रकाश को कोविड-19 में अपना योगदान देने के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया था। डॉ प्रेम प्रकाश बताते हैं कि मार्च 2020 से अभी तक वह अपने घर सिर्फ तीन से चार बार यानि कहा जाए तो औसतन प्रत्येक माह में एक बार गए हैं। उनकी एक पुत्री है जो प्रतिदिन उनसे पूछती है कि पापा घर कब आओगे, मुझे आपकी बहुत याद आती है। इस पर वह थोड़े उदास हो जाते हैं लेकिन परिवार के साथ-साथ उनका कर्तव्य देश के प्रति भी उतना ही है।
कोविड-19 में अपना योगदान देने के लिए हाल ही में 3 सितंबर को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं सामाजिक न्याय कमीशन की टीम द्वारा डॉ0 प्रेम प्रकाश को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोटवा में सम्मानित भी किया गया। डॉ प्रेम प्रकाश ने बताया कि मौजूदा समय में प्रतिदिन 1300 से 1800 लोगों की सैंपलिंग का कार्य किया जा रहा है जिसमें से 40 से 50 पॉजिटिव मरीज प्रतिदिन मिल रहे हैं।
डॉ0 प्रेम प्रकाश ने जनपदवासियों से अपील की है कि जो स्वास्थ्यकर्मी कोविड-19 की जांच के लिए जा रहे हैं, उनका सहयोग करें, उनका तिरस्कार न करें, क्योंकि जानकारी ही इस बीमारी का इलाज है। अभी तक इसकी कोई कारगर दवा नहीं बन पाई है। मास्क पहन कर घर से बाहर निकले और दो से तीन घंटे के बीच साबुन से हाथ धुले, दो गज की दूरी बना कर रहे एवं किसी जन मानस को सर्दी, खासी, जुकाम, बुखार, बदन दर्द होने पर तुरंत अपने नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर कोविड-19 की नि:शुल्क जांच कराएं। अधिक जानकारी के लिए विकास भवन स्थित इंटीग्रेटेड कोविड-19 कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के हेल्पलाइन नंबर 05498- 220 857 पर कॉल करें।