Breaking News

लेखपालों का मायाजाल : आय,जाति, निवास बनवाना हुआ पासपोर्ट बनवाने से कठिन



मधुसूदन सिंह
बलिया ।। अगर आप बलिया सदर तहसील के परमंदापुर,मिड्ढा व तिखमपुर के निवासी है और आय,जाति या निवास प्रमाण पत्र बनवाने जा रहे है और यह सोच रहे है योगी सरकार में यह बनवाना आसान है तो आपकी सोच गलत है क्योंकि बलिया के चाहे किसी भी गांव का उपरोक्त प्रमाण पत्र योगी सरकार की मंशा के अनुसार बन जाता हो, पर इन तीन गांवो में नही बन सकता है । यहां योगी सरकार के आदेशानुसार नही क्षेत्रीय लेखपालों के मंशानुसार प्रमाण पत्र बनते है । इन गांवों से पासपोर्ट बनवा सकते है लेकिन आय,जाति, निवास तब तक नही जबतक आप लेखपालों के पास डेढ़ से दो हजार का चढ़ावा चढ़ाकर आशीर्वाद नही ले लेते है । वैसे अन्य ग्राम सभाओं में भी चढ़ावे के बिना नही बनता है लेकिन उपरोक्त तीन ग्राम सभाओं के लेखपालों द्वारा तो गुंडई व रंगदारी के तहत वसूली के बाद ही बनता है । हम हवा में नही कह रहे है,बल्कि इसका साक्ष्य प्रस्तुत कर रहे है ।

   इन लेखपालों द्वारा निरस्त करने के कारण पर भी जरा ध्यान दीजिये । आय ,जाति, निवास बनवाने के लिये अगर आपने आधार कार्ड संलग्न किया है तो राशन कार्ड के लिये निरस्त,अगर राशनकार्ड संलग्न है तो मोबाइल नम्बर के लिये निरस्त,अगर मोबाइल नम्बर भी लिखा है और फॉर्म में सबकुछ सही लिखा है तो फॉर्म इस लिये निरस्त कर दिया जा रहा है की मोबाइल लग नही रहा है । पति का उसी पते से निवास बना हुआ है लेकिन पत्नी का फॉर्म पता सही नही है कि लिये निरस्त हो जाता है । सूत्रों की माने तो एक लेखपाल के पुत्र का भी जनसेवा केंद्र है, जहां से ऑनलाइन करने पर और वांछित दक्षिणा चढ़ाने पर मात्र 3 दिन में प्रमाण पत्र जारी हो जाता है । इससे अन्य जनसेवा केंद्र संचालकों में आक्रोश देखा जा रहा है ।
  परवन्दापुर निवासी एकलाख अहमद ने बताया कि जब मैं एक जनसेवा केंद्र पर अपना निवास बनवाने गया तो जनसेवा केंद्र संचालक ने कहा कि निवास बनवाने की आस छोड़ दीजिये पासपोर्ट बन जायेगा, पर निवास बिना मुंहमांगा चढ़ावा दिये नही बन पाएगा । बता दे कि लेखपालों द्वारा मोबाइल नम्बर पर कॉल करके आवेदक को बुलाया जा रहा है और जिसने दक्षिणा चढ़ा दी उसका बन गया, नही तो निरस्तीकरण का आदेश जारी हो जाता है ।
  उदाहरण के लिये सनाउल्लाह सिद्दीकी पुत्र गुल मुहम्मद सिद्दीकी निवासी परमंदापुर थाना कोतवाली ,तहसील बलिया का निवास प्रमाण पत्र संख्या 634202014978 दिनांक 21 जून 2020 को जारी हुआ है । लेकिन जब ये अपनी पत्नी श्रीमती शाहजहां सिद्दीकी निवासी परमंदापुर तहसील बलिया के नाम से आवेदन संख्या 201930020056818 दिनांक 18 जून 2020 को ऑनलाइन करते है तो यह आवेदन "सही पता लिखे" कहकर निरस्त कर दिया जाता है । अब यहां सवाल यह उठ रहा है कि लेखपाल साहब को पति पत्नी के पते में अंतर कहां दिख गया ?
दुबारा इसी नाम व पते से 14 अगस्त 2020 को आवेदन संख्या 201930020089849 के माध्यम से किया गया तो इस बार यह "मोबाइल नम्बर नही लिखे" कहकर निरस्त कर दिया गया ।
 दूसरा उदाहरण जाति प्रमाण पत्र बनवाने का है । 17 अगस्त 2020 को आवेदन संख्या 201930030052714 के माध्यम से रूबी कुमारी पुत्री उमाशंकर राम निवासी अगरसंडा तहसील बलिया का जाति प्रमाण पत्र बनवाने का आवेदन "सही पता लिखो" कहकर निरस्त कर दिया जाता है ।
आवेदन पत्र संख्या 201930010108867 दिनांक 18 अगस्त 2020 के माध्यम से दीपा वर्मा पुत्री लल्लन वर्मा निवासी तिखमपुर तहसील बलिया का आय प्रमाण पत्र का आवेदन "आवेदन पत्र अधूरा है, राशनकार्ड दे" लिखकर निरस्त कर दिया गया है ।
आवेदन पत्र संख्या 201930010102557 दिनांक 14 अगस्त 2020 के माध्यम से आय प्रमाणपत्र देवनाथ पुत्र दशरथ निवासी डुमरी तहसील बलिया का "लोकेशन नॉट क्लियर" लिखकर निरस्त कर दिया गया है ।
आवेदनपत्र संख्या 201930010106811 दिनांक 17 अगस्त 2020 के माध्यम से रजनीश कुमार भारती पुत्र निर्मल राम निवासी अगरसंडा तहसील बलिया का आय प्रमाण पत्र का आवेदन "मोबाइल नम्बर सही नही है " के आधार पर निरस्त कर दिया गया है ।
आवेदन संख्या 201930010102476 दिनांक 14 अगस्त 2020 के द्वारा आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिये मु अजहरुद्दीन अंसारी पुत्र मु रफीक अंसारी निवासी बन्धुचक नगवा, तहसील बलिया का "साक्ष्य अधूरा है " लिखकर निरस्त कर दिया गया है ।
आवेदन संख्या 201930020097084 दिनांक 21 अगस्त 2020 के द्वारा निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिये अनमोल कुमार जायसवाल पुत्र सुभाष जायसवाल निवासी सवरूबान्ध,तहसील बलिया का "अटैच करेक्ट प्रूफ"लिखकर आवेदन निरस्त कर दिया गया है ।
 उपरोक्त उदाहरण तो बस बानगी भर है,अगर जांच करा दी जाय तो लेखपालों के इस गोरखधंधे में कई की संलिप्तता सामने आ जायेगी । वर्तमान समय मे छात्रों का प्रवेश चल रहा है जो 15 दिन तक लगभग और चलेगा । इसी का फायदा उठाकर लेखपालों द्वारा शोषण करने के नये नये तरीके ईजाद किये जा रहे है । बतादे कि प्रत्येक आवेदन के साथ आवेदन कर्त्ताओं द्वारा आधार कार्ड लगाया गया है, फिर भी पता अधूरा बताया जाना हास्यास्पद है ।

जांच करायी जाएगी ,दोषी को मिलेगी सजा : एसडीएम सदर
 जब इस संबंध में एसडीएम सदर राजेश यादव से बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर ऐसा हो रहा है तो बहुत ही गलत है । मैं इस प्रकरण की जांच कराऊंगा, और दोषियों खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी ।