बलिया में कानून व्यवस्था ध्वस्त : फेफना में पत्रकार की हत्या,अब रसड़ा में पुलिस की जनता द्वारा पिटाई
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। रसड़ा में पुलिस और ग्रामीणों की झड़प ने साबित कर दिया है कि वर्तमान समय मे बलिया में पुलिसिंग नाम की चीज नही रह गयी है , अपराधी बेलगाम हो गये है । 24 अगस्त को फेफना थाना क्षेत्र में पत्रकार रतन सिंह की हत्या के बाद लोगो द्वारा जिस तरह से कहा गया कि घटना के समय थानाध्यक्ष आकर वापस भाग गये थे , आज इसकी पुष्टि भी हो गयी कि बलिया पुलिस कैसे भागती है । रसड़ा कोटवारी मोड़ पर जिस तरह सड़क जाम करने के बाद ग्रामीणों की भीड़ हमलावर हुई , यह दर्शाने के लिये काफी है कि बलिया पुलिस भ्रष्टाचार में इस कदर डूब गयी है कि जनता अब हिंसक रूप से प्रतिरोध करने पर उतारू हो गयी है । आज रसड़ा में परिस्थियां ऐसी बनी की अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार को जब लगा कि पुलिस का मनोबल जनता के आगे गिर गया है और जनता को कंट्रोल नही कर सकती है,नतीजन खुद भी भाग खड़े हुए और भागते समय इनका सर भी भीड़ के पत्थर का शिकार हो गया ।
लेकिन यह एक दिन में नही हुआ है कि बलिया में पुलिसिंग ध्वस्त हो गयी हो । यह यहां के थानेदारों में से अधिकांश के भ्रष्टाचार में लिप्त होने और शिकायत होने या इनके खिलाफ समाचारों के छपने के बाद कोई कार्यवाही न होने से इनका निर्भय होकर धन उगाही में लगना, बलिया में पुलिसिंग को बद से बदत्तर हालत में पहुंचाने के लिये जिम्मेदार है । बार बार जनपद के भीतर या जनपद क्रॉस करके बॉर्डर के थानों तक जाकर पकड़ाने की घटना साबित करती है कि शराब माफियाओं की सिंडिकेट जनपद में सक्रिय है । गोवंश तस्कर भी कैसे इनको बॉर्डर के थानों तक लेकर पहुंच जा रहे है, यह रास्ते मे पड़ने वाले थानों से तो पूंछा तो जा सकता है ।
रसड़ा की मामूली घटना इतना विकराल रूप ले लेगी , किसी ने सोचा भी नही था । बलिया एक्सप्रेस ने अपने पिछले दिनों के समाचार में छापा था कि तालाब का पानी गन्दा हो गया है कप्तान साहब बदलिये । आज बात सच साबित हुई । आज नौबत यह आ गयी कि तेजतर्रार अपर पुलिस अधीक्षक को जान बचाने के लिये भागना पड़ा, फिर भी सर फट गया । थाने के पास ही पत्रकार की हत्या की जाती है,दौड़ा कर अपर पुलिस अधीक्षक के सर को फोड़ दिया जाता तो साफ समझ मे आता है कि बलिया में जनता पुलिस को कितना सम्मान देती है । अगर पुलिस अधीक्षक बलिया देवेन्द्र नाथ जल्द ही थानों पर लंबे समय से जमे थानेदारों पर कार्यवाही नही करते है तो आगे इन्ही थानेदारों के कृत्यों से कभी आज की घटना से पुलिस अधीक्षक को भी दो चार होना पड़ सकता है ।
घटना बलिया जनपद के रसड़ा थाना क्षेत्र के दक्षिणी चाैकी के अंतर्गत धोबही मुहल्ले से सम्बंधित है ।राम दुलारी देवी कि शिकायत पर पन्ना नाम युवक जो पद मे राम दुलारी देवी के पति के भाई का लडका है(दत्तक पुत्र) उसे पुलिस पुछ- ताछ के लिए लाई थी ।ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपित युवक बेरहमी से मारा पिटा है और उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया है ।
इस बात से ग्रामीणों आक्रोशित होकर है बलिया - मऊ मार्ग को जामकर दिया और ग्रामीणों द्वारा जमकर सडक पर प्रदर्शन किया गया । प्रदर्शन को देखते हुए कईे थाने कि पुलिस मौके पर पहुंच गई ।इसी बीच प्रदर्शन के दौरान उग्र ग्रमीणों ने बलिया रसड़ा थाना कोतवाली क्षेत्र में पुलिस पर पथराव किया।मामला दरअसल दत्तक पुत्र द्वारा बूढ़े मां बाप को प्रताड़ित करने संबंधी विवाद का है । पुलिस ने एक पक्षीय कार्यवाई करते हुए उपरोक्त विवाद में एक युवक को हवालात में बंद कर दिया और आरोप है कि हवालात में बंद युवक की पिटाई कर दी गयी ।इस पिटाई से युवक अधमरा हो गया । परिजनों ने आनन - फानन में जिला अस्पताल पहुँचाया। जहां डॉक्टरों ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। पुलिस से नाराज परिजनों ने युवक को वाराणसी न ले जाकर रसड़ा कोटवारी मोड़ पर जाम कर दिया। जिसके बाद सड़क को खाली कराने गईं पुलिस पर ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया । जिसमे अपर पुलिस अधीक्षक समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए ।सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ केंद्र रसड़ा में भर्ती कराया गया । जहाँ घायलो का इलाज चल रहा हैं। वही आक्रोशित ग्रामीणों ने कोटवारी मोड़ पर बने पुलिस चौकी पर पथराव किया। वही खड़ी कई बाइक को भी छतिग्रस्त किया गया हैं।
पुलिस अधीक्षक का बयान
हालांकि मौके पर जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही और पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र नाथ पहुंचे और हालात का जायजा लिया । पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने बताया कि रसड़ा क्षेत्र के धोबही वहीं मोहल्ले के रहने वाले राम दुलारी देवी ने पुलिस को शिकायत ही पत्र दिया था कि उनके पति के भाई का बेटा पन्नालाल उनके घर में जबरदस्ती रहता है इस संदर्भ में पुलिस के लोग उसके घर गए थे और वहां से उसे लाया था इस संदर्भ में आरोपित लोगों का कहना है कि पुलिस द्वारा उसके साथ मारपीट की गई है इस संदर्भ में लोगों ने रसड़ा में आज जाम लगाया था जिसमें ज्ञापन भी दिया गया था इस दौरान अराजक तत्वों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया जिससे कुछ पुलिसकर्मी चोटिल हुए हैं इस संदर्भ में उपद्रव करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जाएगी इसके अलावा जिन पुलिसकर्मियों पर दोष लगाया जा रहा है जैसे चौकी इंचार्ज और दीवान दोनों को सस्पेंड किया जा रहा है इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति उपद्रव और बवाल में शामिल था उन्हें चिन्हित किया जा रहा है सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।