बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह ने बोला सपा बसपा पर बड़ा हमला : बताया अपराधियो की मंडली है सपा बसपा,मुख्तार अंसारी,अतीक अहमद पर कही यह बात ?
मधुसूदन सिंह
बलिया ।। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय द्वारा सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव को अपराधियो का प्रेरणा स्रोत बताने पर बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह ने बड़ा हमला बोला है । श्री सिंह ने कहा है कि सपा बसपा तो अपराधियो की मंडली है,इनके हर नेता अपराध में लिप्त रहते है,इसके नेता राजीव राय भी जरूर अपराध में लिप्त होंगे । कहा कि जिस मुलायम सिंह, अखिलेश यादव की सरकार में अपराधियों का राज चलता था, उस सरकार के समर्थकों नेताओ को योगी सरकार पर उंगली उठाने का कोई हक नही है । आज प्रदेश में सन्यासी व योगी की सरकार चलने से सदाचारी व व्यापारी आनंद से रह रहे है जबकि सपा बसपा की सरकार में मुख्तार अंसारी अतीक अहमद जैसे अत्याचारियों ने सदाचारियों व व्यापारियों का जीना व व्यापार करना मुहाल कर दिया था ।
आज आलम यह है कि मुख्तार अंसारी व अतीक अहमद जैसे गुंडे योगी सरकार में जान बचाने की युगत में लगे हुए है । योगी जी की सरकार में संगठित अपराधियो की कमर तोड़ दी गयी है,ऐसे गिरोहों के अपराधी या तो जेल में है या ऊपर चले गये है,कोई वेल पर नही है ।
सपा नेता राजीव राय समेत अन्य नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये लोग उस दिन कहा थे जब मऊ दंगे में 80 के करीब दूधियों को दंगो में काट डाला गया था और सपा का कोई भी छोटा हो या बड़ा नेता हो मुख्तार अंसारी अतीक अहमद के डर से इन यादवों के घर सांत्वना या पुछार करने भी नही गये थे ? कहा कि यह मानते है कि अपराध एकदम नही रुका है लेकिन यह भी सत्य है कि सैकड़ो सदाचारियों व्यापारियों की हत्या कर जवान महिलाओ को विधवा बनाने वाले मुख्तार व अतीक आज खुद जान बचाने की जुगत में है ।
विकास दुबे के एनकाउंटर जैसे ही क्या इन दोनों लोगो का भी सरकार एनकाउंटर करा देगी ,के सवाल पर बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि हमारी सरकार एनकाउंटर की समर्थक नही है लेकिन अगर ये लोग भी विकास दुबे जैसी हरकत पुलिस के साथ करेंगे तो परिस्थियों के अनुरूप पुलिस को जो उचित लगेगा कर भी सकती है । कहा कि विकास दुबे एक अपराधी ही नही रावणी संस्कृति का प्रतीक था । उसके एनकाउंटर से रावणी संस्कृति का खात्मा हुआ ।
कहा कि मुकदमो के आधार पर पूज्य योगी जी व केशव मौर्या जी को अपराधी ठहराना एकदम गलत है । ये सारे मुकदमे बसपा व सपा की सरकारों में जबरदस्ती लिखे गये है । अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मैं इंटर कालेज का गणित का अध्यापक हूं लेकिन मेरे ऊपर2013 में बैरिया के एसडीएम समीर वर्मा के घेराव करने पर गैंगेस्टर बसपा सरकार में लगा दिया गया, तो क्या मैं अपराधी हो गया ?