मुख्यमंत्री के संज्ञान में आते ही बिठुआ प्रकरण में बढ़ी प्रशासनिक हलचल,5 दिसंबर को होगी पैमाइश,स्थानीय विधायक पर भी सरकारी जमीन कब्जाने का लगा आरोप
अभियेश मिश्र
बेल्थरारोड ( बलिया )।। इन दिनों नगर में भूमाफियाओं द्वारा खसरा खतौनी में कूट रचित करके सरकारी व धार्मिक स्थलों को अपने नाम कराने का खेल जारी है। नगर के बिठुआ मार्ग पर पोखरे के किनारे आराजी संख्या 315 क रकबा 79 डिसमिल जहाँ पर वर्षो से चले आ रहे छठ पूजा स्थल औरआराजी संख्या 315 ख रकबा 66 डिसमिल बह तथा भीटा की जमीन को कुछ जाति विशेष के लोगो द्वारा तत्कालीन लेखपाल व एसडीएम की मिली भगत से सरकारी दस्तावेजों में कूट रचित करके कब्रिस्तान के नाम से करा लिया है। छठ पूजा के अवसर पर शुक्रवार की शाम को उस स्थल टेंट डालने पर रोके जाने के बाद यह मामला प्रकाश में आया। 10 साल पूर्व में यह जमीन सरकारी दस्तावेज में बह और भीटा के नाम से है।इस प्रकरण को लेकर बिठुआ ग्राम कौशल्या देवी और अन्य द्वारा तहसीलदार को ज्ञापन दिया गया। इस मामले के मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद स्थानीय प्रशासन तहसीलदार जितेन्द्र कुमार सिंह , इंस्पेक्टर योगेन्द्र बहादुर सिंह और चौकी इंचार्ज सीयर आर के सिंह द्वारा 5 दिसम्बर को जमीन की पैमाइश कराने का समय निर्धारित किया गया है।
वही नगर का हृदय कहा जाने वाला रामलीला मैदान के पोखरे की जमीन को पूर्व में चौहद्दी देकर कुछ लोगो द्वारा कब्जा करने के नियत से लिखवा लिया गया। जिसको लेकर नगर से लेकर तहसील तक हो हल्ला हुआ इसके बाद मामला शांत हो गया। इस समय मामला प्रकाश में आया है कि रामलीला मैदान स्थित सरकारी जमीन को ही कुछ लोगो द्वारा लिखवा लिया गया है। यही नही वर्तमान विधायक धनन्जय कनौजिया पर भी जिला सहकारी संघ सीयर की आराजी संख्या 208 रकबा 79 डिसमिल को चौहद्दी देकर 3 डिसमिल जमीन लिखवाने का आरोप लगा है। सहकारी संघ सीयर के अध्यक्ष व सदस्यों का आरोप है कि विधायक द्वारा सहकारी संघ की जमीन कब्जा करने की नियत से गलत चौहद्दी दी गयी है। उस जमीन की चौहद्दी अलग है। जिसको लेकर जिला सहकारी संघ के चेयरमैन चन्द्रशेखर सिंह और सहकारी संघ सीयर के अध्यक्ष शिवदास यादव व अन्य द्वारा उपजिलाधिकारी बिल्थरारोड और जिलाधिकारी को पत्रक दिया गया है।