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बलरामपुर में पत्रकार हत्याकांड का मामला : पत्रकारों समेत विपक्ष के निशाने पर योगी सरकार

 


विपक्ष का योगी सरकार पर बड़ा हमला : अब योगी सरकार ने पत्रकारों के उत्पीड़न के साथ हत्यायें भी हुई आम

लखनऊ ।। प्रदेश में एक और पत्रकार को मार दिया गया। बलरामपुर में एक पत्रकार के घर में दबंगों ने आग लगा दी, जिसमें पत्रकार के एक साथी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पत्रकार राकेश सिंह की ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान मौत हो गई। पत्रकार की मौत को लेकर विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला है। विपक्ष का कहना है कि प्रदेश में न केवल पत्रकारों का उत्पीडऩ किया जा रहा है बल्कि उनकी हत्याएं हो रही हैं लेकिन सरकार खामोश है। वहीं उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति ने इस मामले में जांच की मांग की है।

बलरामपुर में दबंगों ने घर में आग लगा दी, जिसमें पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक बुरी तरह झुलस गए। इलाज के लिए उन्हें लखनऊ के ट्रामा सेंटर भेजा गया है जहां आज उनकी मौत हो गई। राकेश सिंह ने बताया था कि दबंगों ने उनके घर में आग लगाई और उनको जिंदा जलाने की कोशिश की। आग इतनी भीषण थी कि घर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और दीवार टूट कर गिर गई। मकान के क्षतिग्रस्त हिस्से में एक युवक का बुरी तरह जला हुआ शव बरामद हुआ है। यह शव पत्रकार राकेश सिंह निर्भीक के मित्र पिंटू साहू का बताया जा रहा है, जो घटना के समय राकेश सिंह के घर में मौजूद थे। अस्पताल में भर्ती पत्रकार राकेश सिंह ने बताया था कि दबंगों ने उसके घर में आग लगाई है। कुछ नकाबपोश लोग उसके घर में घुसे थे और पहले मारपीट की उसके बाद आग लगा दी।

भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक ने की हत्यारो को जल्द गिरफ्तार करने,पीड़ित परिजनों को 1 करोड़ व एक सरकारी देने की मांग

भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय व भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ उत्तर प्रदेश के पूर्वी जोन प्रभारी मधुसूदन सिंह ने एक स्वर से मृतक पत्रकार राकेश सिंह के हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है । डॉ उपाध्याय ने कहा कि हम लोग बार बार सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा के लिये कानून बनाने की मांग कर रहे है,बावजूद सरकार हमारी मांगो को अनसुनी करती जा रही है । नतीजन बलिया हो या बलरामपुर हो या पश्चिमांचल यूपी के हर कोने में पत्रकारों का न सर्फ उत्पीड़न बढ़ा है बल्कि हत्याओ का भी सिलसिला चल पड़ा है,जिसको रोकना बहुत जरूरी हो गया है । पूर्वी जोन प्रभारी मधुसूदन सिंह ने मृत पत्रकार राकेश सिंह के परिजनों को 1 करोड़ की आर्थिक सहायता व 1 सरकारी नौकरी देने की मांग की है । वही पत्रकार के मृतक साथी के परिजनों को भी 50 लाख की मदद व 1 सरकारी नौकरी देने की मांग की है । साथ ही तत्काल पत्रकारों की सुरक्षा संबंधी कानून बनाकर लागू करने की मांग की है ।


दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई: हेमंत तिवारी

इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (आईएफडब्ल्यूजे) उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने कहा कि बलरामपुर जिले में तैनात अधिकारियों की नाक के नीचे बीते काफी समय से पत्रकारों का उत्पीडऩ और उन पर हमले होते रहे हैं पर सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया। बलरामपुर जिले में लंबे समय से तैनात जिलाधिकारी ने न केवल पत्रकार की सुरक्षा की मांग की अनदेखी की बल्कि कई पत्रकारों पर मुकदमे दर्ज कराए। जिलाधिकारी से दिवंगत पत्रकार ने अपनी हत्या की आशंका भी जताई थी। राकेश ने कई पत्रकारों की मौजूदगी में डीएम से कहा था कि उन पर हमला हो सकता है तो जवाब मिला था कि अरे, आप पर कौन हमला करेगा। उन्होंने कहा कि बलरामपुर में पत्रकार के घर पर दबंगों ने हमला बोल कर आग लगा दी जिसमें एक व्यक्ति की मौके पर जलकर मौत हो गई। बुरी तरह से जले पत्रकार राकेश सिंह की लखनऊ ट्रामा सेंटर में मौत हो गई। तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार अविलंब दोषियों को गिरफ्तार कर रासुका मे निरुद्ध करे और जिले के जिम्मेदार अधिकारियों को हटाए। संवाददाता समिति अध्यक्ष हेमंत तिवारी व वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने प्रदेश सरकार से दिवंगत पत्रकार राकेश सिंह के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग के साथ ही आश्रित पत्नी को नौकरी देने का अनुरोध किया है।


वही आम आदमी पार्टी के नेता व सांसद संजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा है कि ये आदित्यनाथ का राज है। यहां पत्रकार पर मुकदमा होता है, जेल होती है, हत्या होती है, पत्रकार को जलाकर मार दिया जाता है लेकिन सरकार कुंभकरण की नींद सोती है।

कांग्रेस प्रवक्ता जीशान हैदर ने हमला बोलते हुए कहा कि यूपी में पत्रकार सुरक्षित नहीं है। पत्रकारों को खुलेआम धमकी दी जा रही है। उनकी हत्याएं हो रही हैं। यदि कोई पत्रकार सरकार के खिलाफ लिखता है तो सरकार ही सबसे पहले उसका उत्पीडऩ करती है।

 सपा प्रवक्ता आईपी सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा कि बलरामपुर में पत्रकार को जलाकर जघन्य हत्या कर दी गई। सीएम योगी आदित्यनाथ अर्णव पर आंसू बहा रहे थे, अब खामोश हैं।

भाजपा प्रवक्ता कुमार अशोक पांडेय ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने जीरो टालरेंस की नीति लागू की है। अपराधी जो भी होगा,उसे गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।

बोले एसपी  बलरामपुर देवरंजन वर्मा : मामला संदिग्ध,जांच जारी

मामला संदिग्ध है,वरिष्ठ अधिकारियों ने घटना स्थल का गहनता से निरीक्षण किया है। दो को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही साक्ष्यों के आधार पर छानबीन भी शुरू कर दी गई है।