बिठुआ छठ घाट प्रकरण पहुंचा लखनऊ दरबार
अभियेश मिश्र
बेल्थरारोड ( बलिया )। नगर से सटे बिठुआ मार्ग स्थित पोखरे के किनारे वर्षों से चले आ रहे छठ पूजा के लिए लगे टेंट को शुक्रवार की देर शाम एक वर्ग विशेष के लोगों के कहने पर हटवाने का प्रकरण अब तूल पकड़ने लगा है और यह प्रकरण मुख्यमंत्री के दरबार तक पहुंचने की सूचना मिल रही है । एक धर्म विशेष के लोगो के कहने पर जिस तरह से प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए वर्षो से लगने वाले छठ घाट पर पूजा करने से रोका है,स्थानीय लोगो मे काफी आक्रोश है ।
बता दे कि पिछले शुक्रवार को छठ घाट बनाने से वर्ग विशेष के लोगो द्वारा रोके जाने से गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गयी और स्थानीय लोगो मे काफी आक्रोश भर गया । सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने लोगों से बातचीत कर किसी तरह मामले की शांत किया गया। इस मामले में शनिवार को बिठुआ ग्राम प्रधान कौशल्या देवी संग ग्रामीणों ने शनिवार को तहसीलदार को ज्ञापन सौंप करवाई करने की मांग की।तहसीलदार द्वारा मामले की जांच के लिए राजस्व कर्मियों की टीम गठित कर दी गई है। प्रधान कौशिल्या देवी ने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि बिठुआ मौजा के बाहर बह व भींटा पर उत्तर की ओर पिछले काफी वर्षों से हिंदू धर्मावलंबियों द्वारा छठ की पूजा अर्चना व अन्य मांगलिक कार्यक्रम किया जाता रहा है। छठ पूजा के लिए प्रकाश की व्यवस्था होती है, किंतु गांव के ही दूसरे संप्रदाय के कुछ लोग मांगलिक कार्यों में विघ्न डालने की नियत से शुक्रवार की शाम छठ पूजा के लिए लगे टेंट को हटाने और पूजा पाठ से मना करने लगे, जबकि पूर्व में सरकारी अभिलेखों में यह भूमि आराजी नंबर 315 क रखबा 79 डिसमिल व 315 का रकबा 66 डिसमिल बह व भींटा के नाम से दर्ज था, किंतु वर्ग विशेष के लोगों द्वारा बह व भींटा की भूमि पर फर्जी तरीके से कब्रिस्तान दर्ज कराकर हिंदू धार्मिक मांगलिक कार्यक्रमों में रुकावट उत्पन्न करते हुए भूमि पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। पत्र में प्रकरण की जांच कर वर्ग विशेष की भूमि को चिन्हित कर बह व भींटा की भूमि पर दर्ज कब्रिस्तान के नाम को खारिज करते हुए पूर्व के नाम को दर्ज करा कर पूजा पाठ में वर्ग विशेष द्वारा किए जा रहे व्यवधान को रोकने की मांग की है। पत्रक देने वालो में राममनोहर गांधी, रमेश यादव आदि रहे। तहसीलदार जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उनके नेतृत्व में राजस्व निरीक्षक व पांच लेखपालों की टीम गठित कर दी गई है, जो मामले की जांच करने के बाद उचित करवाई की जाएगी।