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घर मे ही मां बेटी की धारदार हथियार से हत्या,दोपहर में पड़ोसियों को हुई जानकारी

 



बृजेश सिंह

भीमपुरा बलिया ।।  थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव में दलित मां और बेटी की किसी हथियार से सर पर प्रहार करके हत्या कर दी गयी है। शुक्रवार को मड़हे के मकान में दोनों के शव अलग अलग चारपाई पर रजाई के अंदर पाया गया। घटना गुरुवार की रात्रि की बताई जा रही है। शुक्रवार को अपराह्न घर के बगल से गुजरते वक्त दोनों को पड़ोसी  ने चारपाई पर लेटे देखा तो बगल के लोगों को बुलाया ।इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुँची पुलिस व फ़ॉरेंसिक की टीम ने जांच पड़ताल करने के बाद शव को कब्जे में लेकर थाने चले गए।

     भीमपुरा थाना क्षेत्र के अहिरौली हरिजन बस्ती निवासी वीरेंद्र राम विद्युत विभाग में वाराणसी में कार्यरत है । इन तीन  लड़के है जो  उनके साथ वाराणसी में ही रहते है। उसकी पत्नी सुरजावति देवी 55 व पुत्री रानी 22 वर्ष ही गांव पर रहते थे। स्थानीय लोगों की माने तो रानी की शादी भी तय थी। शुक्रवार को अपराह्न वीरेंद्र के मकान के तरफ से कोई महिला गुजरी तो घर मे कोई चहल पहल नहीं थी। दोनों अपने अपने बिस्तर पर रजाई ओढ़े पड़े हुए थे। घर मे दरवाजा भी नहीं लगा था। जब महिला को शक हुआ तो उसने पास पड़ोस के लोगों को बुलाया। जब लोगों ने जाकर आवाज लगाई पर कोई उत्तर नहीं मिला तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। दोनों के सर पर किसी हथियार से प्रहार किया गया था, जिसमे माँ के चेहरे और अधिक वार किये गए थे। मौके पर पहुँचे भीमपुरा एसएचओ ने इसकी जानकारी आला अधिकारियों को दी। हत्या की सूचना पाकर आसपास के थाने, सीओ रसड़ा और फ़ॉरेंसिक टीम मौके पर पहुँचकर छानबीन करने लगी। छानबीन के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।




मां बेटी की हत्या की सुगबुगाहट दिन में 11 बजे के आसपास ही हो गयी थी। लेकिन लोग डर के मारे पुलिस को सूचना देने से भयभीत थे। बता दे कि मृतका के पति वीरेंद्र और उसके भाई में बहुत पहले बटवारा हो चुका था। चूंकि घर पर केवल माँ बेटी ही रहती थी इसलिए कोई अन्य रिस्क लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। फिर बगल की औरत ने बलिया किसी काम से गये अपने पति को सूचना दी तो उसका पति वहाँ से भागकर घर आया और पूर्व प्रधान सहित अन्य लोगों को मौके पर बुलाया। उसके बाद पूर्व प्रधान ने इसकी सूचना पुलिस सहित उसके पति को दी। देर शाम तक महिला के पति और और बच्चे घर पर पहुँच नहीं पाए थे। जिसके चलते पुलिस शव को कब्जे में लेकर थाने भेजवायी। उसके तुरन्त बाद महिला के मायके वाले आ गए और महिलाओं ने पुलिस पर बिना परिजनों के शव को ले जाने का आरोप लगाने लगे। एक महिला ने  आगे खड़ी होकर पुलिस की गाड़ी को रोक दिया और जिरह करने लगी। जिसके बाद एसएचओ व महिला पुलिसकर्मी के द्वारा समझाइए जाने के बाद महिला पुलिस की गाड़ी के सामने से हटी। हत्या के बाद सुरक्षा की दृष्टि से गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।